-एनसीसी और एनएसएस सदस्यों से बोले पीएम मोदी
- गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में प्रदर्शन करने वाले कैडेट्स, स्वयंसेवकों से मिले प्रधानमंत्री
(फोटो : एनसीसी 1, 2)
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में प्रदर्शन करने वाले लोगों, एनसीसी कैडेट्स और एनएसएस के स्वयंसेवकों से प्रधानमंत्री आवास में बातचीत की। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि देश के युवा ही विकसित भारत के सबसे बड़े लाभार्थी होंगे और विकसित भारत बनाने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी भी इन्हीं के कंधों पर होगी।
पीएम मोदी ने इन लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ‘ये युवा संवाद दो कारणों से विशेष महत्व के लिए होता है। एक तो इसलिए, क्योंकि युवाओं में ऊर्जा होती है, ताजगी होती है, जोश होता है, जुनून होता है, नयापन होता है। आपके माध्यम से सारी सकारात्मकता मुझे निरंतर प्रेरित करती रहती है। दिन रात मेहनत करने के लिए प्रोतसाहित करती रहती है। ’
युवाओं के लिए अभूतपूर्व अवसर
युवाओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा ‘विकसित भारत’ के सबसे लाभार्थी भी आप होने वाले हैं और इसके निर्माण की सबसे बड़ी जिम्मेदारी भी आपके कंधों पर है। उन्होंने कहा, ‘आज देश में युवाओं के जितने नए अवसर हैं, वो अभूतपूर्व हैं। आज देश स्टार्टअप इंडिया, मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसे अभियान चला रहा है। स्पेस सेक्टर से लेकर एनवॉयरनमेंट और क्लाइमेट से जुड़े चैलेंज तक भारत आज पूरी दुनिया के भविष्य के लिए काम कर रहा है।
राष्ट्रीय लक्ष्य और सरोकार
वहीं एनसीसी और एनएसएस संगठनों की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘एनसीसी और एनएसएस ऐसे संगठन हैं, जो युवा पीढ़ी को राष्ट्रीय लक्ष्यों से, राष्ट्रीय सरोकारों से जोड़ते हैं। कोरोना काल में जिस प्रकार एनसीसी और एनएसएस के वॉलंटियर्स ने देश के सामर्थ्य को बढ़ाया, उसका पूरे देश ने अनुभव किया है। इसलिए सरकार का भी यह निरंतर प्रयास रहा है कि इन संगठनों को प्रोत्साहित किया जाए, इनका विस्तार किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इसके साथ ही कहा, ‘इस साल हमारा भारत जी-20 की अध्यक्षता भी कर रहा है। ये भारत के लिए एक बड़ा अवसर है। आप इसके बारे में भी जरूर पढ़ें, स्कूल, कॉलेज में भी इससे जुड़ी चर्चा करें. इस समय देश अपनी विरासत पर गर्व और गुलामी की मानसिकता से मुक्ति का संकल्प लेकर आगे बढ़ रहा है। ’
पीएम मोदी ने इन युवाओं को सलाह देते हुए कहा कि ‘आपको देश की महान पारंपरिक प्रथाओं को अपनाना चाहिए और उन्हें संजोना चाहिए – आपको योग का अभ्यास करना चाहिए और एक स्वस्थ जीवन शैली अपनानी चाहिए। आपको पर्यावरण की रक्षा और अधिक से अधिक पेड़ लगाना चाहिए।
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