एक अन्य साथी पर भी चार गोली दागी, भागकर जवान ने बचाई जान
कांकेर>
भानुप्रतापपुर विधानसभा के उपचुनाव के दौरान पीजी कॉलेज कांकेर में मतगणना हुई थी और ईवीएम स्ट्रांग रूम में रखी हुई है, उसी की सुरक्षा के लिए पीजी कॉलेज में बीएसएफ जवान व सीएएफ जवान तैनात है। रविवार 25 दिसंबर की सुबह लगभग साढ़े 7 बजे सीएएफ के जवान ने अपने ही मेजर (हवलदार) पर अपनी इंसास रायफल से गोली दाग दी, जिससे उनकी मौत हो गई। आरोपी ने अपने एक अन्य साथी पर भी चार गोली दागी, परंतु जवान बाल बाल बच गया। एक घंटे की समझाइश के बाद आरोपी जवान ने समर्पण किया। पुलिस ने आरोपी जवान पर धारा 302, 307 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में लिया।
जानकारी के अनुसार पीजी कॉलेज में स्ट्रांग रूम की सुरक्षा में बीएसएफ की टीम लगी है, इसके अलावा जिला जेल में तैनात सीएएफ की 11 वीं बटालियन सी कंपनी के मेजर सुरेंद्र भगत, आरक्षक पुरुषोत्तम सिंह राजावत, ब्रजेश भारद्वाज, कृष्णा यादव, घनश्याम जगत की भी ड्यूटी लगी है। रविवार 25 दिसंबर की सुबह लगभग 7.45 बजे सीएएफ के जवानों ने अपने अधिकारियों को बताया कि पुरुषोत्तम सिंह राजावत ने मेजर को गोली मार दिया और आरक्षक बृजेश भारद्वाज पर चार गोली चलाई, परंतु उसने भागकर जान बचा ली। सीएएफ के प्लाटून कमांडर ने इसकी जानकारी सीएएफ के उच्च अधिकारियों और पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा को जानकारी दिया।
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डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद समर्पण
पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा, एएसपी अविनाश ठाकुर, डीएसपी अनुराग झा व अन्य पुलिस के आला अफसर पहुंच गए। गोली चलाने वाले जवान को समर्पण करने की समझाइश देते रहे। डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आरोपी जवान ने समर्पण किया। उसे पकड़कर कांकेर थाना ले गए। उसके साथी आरक्षक बृजेश भारद्वाज की रिपोर्ट पर आरोपी जवान के खिलाफ धारा 302, 307 आईपीसी के तहत अपराध दर्ज किया गया।
आपसी विवाद बनी वजह
पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा ने बताया कि आपस में विवाद के कारण घटना हुई है। आरोपी जवान पर हत्या का मामला दर्ज कर आरोपी जवान को जेल भेजा गया है, वहीं मृतक मेजर का पीएम करवाकर शव को सीएएफ कंपनी के अधिकारियों को सौंपा गया।
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