56 तारांकित और 2760 अतारांकित प्रश्नों के दिए गए उत्तर
सदन का समय से पूर्व स्थगन सभी राजनीतिक दलों की सहमति से हुआ है: बिरला
मुद्दों पर सहमति और असहमति बहस में प्रतिबिंबित होनी चाहिए, व्यवधान में नहीं: लोक सभा अध्यक्ष
शीतकालीन सत्र के दौरान लोक सभा में 9 विधेयक पारित हुए
कहा,शीतकालीन सत्र के दौरान लोक सभा की उत्पादकता 97 प्रतिशत रही
नई दिल्ली
17वीं लोक सभा का शीतकालीन सत्र शुक्रवार 23 दिसंबर को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया । सत्र 7 दिसम्बर को आरम्भ हुआ था। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जानकारी दी कि सदन में प्रश्नकाल के दौरान 56 तारांकित प्रश्नों के उत्तर मौखिक रूप से दिए गए। 2760 अतारांकित प्रश्नों के उत्तर सभा पटल पर रखे गए। इसके अलावा, नियम 377 के अधीन लोक महत्व के 298 मामले उठाए गए। शून्यकाल के दौरान सभा में अविलंबनीय लोक महत्व के 374 मामले उठाए गए।
इस अवसर पर लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बताया कि 17वीं लोक सभा के दसवें सत्र के दौरान, 13 बैठकें हुईं और सदन 68 घंटे 42 मिनट तक चली। उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान सदन की उत्पादकता 97 प्रतिशत रही और कई महत्वपूर्ण विधायी कार्यों का संचालन किया गया।
श्री बिरला ने आगे बताया कि सत्र के दौरान, 9 विधेयक पुरःस्थापित किए गए और 7 विधेयक पारित किए गए। सत्र के दौरान पारित किए गए कुछ महत्वपूर्ण विधेयक इस प्रकार हैं: समुद्री जलदस्युता रोधी विधेयक, 2019; विनियोग (संख्यांक 4) विधेयक, 2022; विनियोग (संख्यांक 5) विधेयक, 2022; संविधान (अनुसूचित जनजातियां) आदेश (दूसरा, तीसरा, चौथा और पांचवां) संशोधन विधेयक, 2022; तथा निरसन और संशोधन विधेयक, 2022 । 14 दिसंबर, 2022 को स्वीकृत की गईं वर्ष 2022-2023 के लिए अनुदानों की अनुपूरक मांगों के पहले बैच और वर्ष 2019-2020 के लिए अतिरिक्त अनुदानों की मांगों पर 10 घंटे 53 मिनट तक चर्चा हुई ।
उन्होंने कहा कि 20 दिसंबर को बहुराज्य सहकारी सोसाइटी (संशोधन) विधेयक, 2022 को संसद की दोनों सभाओं की एक संयुक्त समिति को सौंपा गया, जिसमें लोक सभा के 21 सदस्य और राज्य सभा के 10 सदस्य शामिल हैं । 22 दिसंबर को जन विश्वास (उपबंधों का संशोधन) विधेयक, 2022 को संसद की दोनों सभाओं की एक संयुक्त समिति को सौंपा गया, जिसमें लोक सभा के 21 सदस्य और राज्य सभा के 10 सदस्य शामिल हैं ।
प्रश्नकाल की चर्चा करते हुए श्री बिरला ने कहा कि इस सत्र के दौरान सभा में 56 तारांकित प्रश्नों के उत्तर मौखिक रूप से दिए गए। 2760 अतारांकित प्रश्नों के उत्तर सभा पटल पर रखे गए। इसके अलावा, नियम 377 के अधीन लोक महत्व के 298 मामले उठाए गए। शून्यकाल के दौरान सभा में अविलंबनीय लोक महत्व के 374 मामले उठाए गए।
संसदीय समितियों के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान स्थायी समितियों ने सभा के समक्ष 36 रिपोर्टें और 43 विवरण प्रस्तुत किए जिनमें सभा के कार्य संबंधी संसदीय मामलों के 02 विवरण भी शामिल थे। सभा पटल पर कुल 1811 पत्र रखे गए ।
इसके अलावा सत्र के दौरान नियम 193 के अधीन दो विषयों पर चर्चा हुई । “भारत में खेलों के संवर्धन की आवश्यकता और सरकार द्वारा इस संबंध में उठाए गए कदम ” विषय पर चर्चा 9 दिसंबर को समाप्त हुई और यह चर्चा 2 घंटे के आवंटित समय की तुलना में 8 घंटे 6 मिनट तक चली । युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस चर्चा का उत्तर दिया । “भारत में मादक द्रव्यों के सेवन की समस्या और इस संबंध में सरकार द्वारा उठाए गए कदम\” विषय पर चर्चा 21 दिसंबर को गृह और सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह के उत्तर के साथ समाप्त हुई । इस विषय पर चर्चा 7 घंटे और 13 मिनट तक चली
ग़ैर- सरकारी बिज़नेस के बारे में श्री बिरला ने कहा कि सत्र के दौरान सदस्यों द्वारा विभिन्न विषयों पर 59 विधेयक पेश किए गए । इसके अतिरिक्त गोपाल चिनय्या शेट्टी द्वारा “लोक प्रतिनिधित्व (संशोधन) विधेयक 2019 (नई धारा 29 कक का अंत:स्थापन)” पर चर्चा 9 दिसंबर को जारी रही जोकि पूरी नहीं हो सकी । इसी प्रकार, रेलवे स्टेशनों के सौंदर्यीकरण और आधुनिकीकरण विषय पर श्री रेड्डप्प नालकोंडा गरी द्वारा पेश किए गए संकल्प पर 16 दिसंबर को चर्चा जारी रही और वह पूरी नहीं हो सकी । दिनांक 16 दिसम्बर, 2022 को रितेश पांडेय द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं आंगनबाड़ी सहायिका पर संकल्प पर चर्चा हुई, जो महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी के उत्तर से संपन्न हुई।
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