मौतों का आंकड़ा 39 पहुंचा, नीतीश बोले- जो शराब पीयेगा वो मरेगा ही

—-बिहार में जहरीली शराब से मौत, पटना से दिल्ली तक कोहराम

—संसद में भी जमकर हंगामा, भाजपा ने सीएम नीतीश से मांगा जवाब

इंट्रो

शराबबंदी वाले बिहार में जहरीली शराब से अब तक 39 लोगों की मौत हो चुकी है। 47 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। बिहार विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ, भाजपा ने सीएम से इस्तीफा मांग लिया। इसी बीच नीतीश कुमार ने विधानसभा में विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि जो नकली शराब पिएगा वह तो मरेगा ही, लोगों को खुद ही सचेत रहना होगा। इधर, संसद में भी बिहार का मुद्दा छाया रहा। भाजपा सांसदों ने केंद्रीय दल भेजने की मांग की।


पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने उस रुख पर कायम रहे कि शराबबंदी ‘मेरी व्यक्तिगत इच्छा से लागू नहीं की गई, बल्कि राज्य की महिलाओं के अनुरोध पर इसे लागू किया गया। साथ ही उन्होंने कहा, ‘जो पिएगा वो मरेगा।’ इस घटना को लेकर लगातार दूसरे दिन भी राज्य विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नीत ‘महागठबंधन’ सरकार और विपक्षी दल भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला। विपक्षी दल ने सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। शराबबंदी कानून के प्रावधानों की ‘समीक्षा’ किए जाने और पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की। चुनावी रणनीतिकार एवं कार्यकर्ता प्रशांत किशोर ने इस कानून को वापस लेने का अनुरोध किया है। शिवहर जिले में उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, प्रतिबंध के कारण बिहार खिल्ली उड़ाये जाने का विषय बन गया है। कानून को किसी समीक्षा की जरूरत नहीं है, उसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए। समय आ गया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उनके साथ चार साल सत्ता में रही भाजपा और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की राजद (राष्ट्रीय जनता दल) सहित सभी राजनीतिक दल पाखंड छोड़ें और वोट की चिंता किए बिना फैसला करें। गौरतलब है कि नीतीश कुमार नीत सरकार ने अप्रैल 2016 से बिहार में शराब के उत्पादन, खरीद, बिक्री, सेवन आदि पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था। राज्य की राजधानी में सरदार वल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित एक समारोह के मौके पर नीतिश कुमार ने पत्रकारों से कहा, इस प्रतिबंध से समाज को काफी फायदा हुआ है। मुझे हैरानी है कि लोग इसके खिलाफ कैसे बोल रहे हैं। उन्होंने कहा, मैं प्रतिबंध और जहरीली शराब पीने से हुई मौत को जोड़े जाने से आश्चर्यचकित हूं। जहां शराब पर प्रतिबंध नहीं होता वहां भी लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत होती है।

भाजपा विधायकों ने की नारेबाजी

नीतीश कुमार के विधानसभा पहुंचने पर भाजपा के विधायकों ने नारेबाजी की। विधायकों ने बाद में सदन की कार्यवाही भी बाधित करने की कोशिश की। वे हाथ में पोस्टर लिए लगातार नारेबाजी करते दिखे। विधानसभा के अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने मार्शल से उनके हाथों से पोस्टर व तख्तियां लेने को कहा और भाजपा विधायकों की लगातार नारेबाजी के बीच कार्यवाही आगे बढ़ाई। इसके बाद अध्यक्ष पर सत्तारूढ़ दल का पक्ष लेने का आरोप लगाते हुए भाजपा ने सदन से बहिर्गमन किया।

तेजस्वी बोले- भाजपा शासित राज्यों का रिकॉर्ड खराब

बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भाजपा पर पलटवार किया। उन्होंने दावा किया कि जहरीली शराब पीने से मौत के मामलों में भाजपा शासित राज्यों का रिकॉर्ड सबसे खराब है। राजद के नेता ने दावा किया कि जहरीली शराब से मौत के मामले में मध्य प्रदेश और कर्नाटक शीर्ष पर हैं जबकि शराबबंदी वाले राज्य गुजरात के हालात बिहार से बदतर हैं। गौरतलब है कि सारण जिले में कथित रूप से जहरीली शराब पीने से 39 लोगों की मौत को लेकर बिहार सुर्खियों में है।

एक दिन में बढ़ गई मृतकों की संख्या

सारण जिला मजिस्ट्रेट राजेश मीणा ने बताया कि बुधवार रात मृतक संख्या 21 थी, जो आज बढ़कर 39 हो गई। सारण के सिविल सर्जन एवं चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि प्रभावित गांवों में उन घरों में मौत के मामले सामने आए हैं, जहां ये लोग कुछ नशीला पदार्थ पीने के बाद बीमार पड़ गए थे, लेकिन कानून के दायरे में आने के डर से उन्होंने इसकी शिकायत नहीं की।

संसद में गूंजा मामला, केंद्रीय दल भेजने का अनुरोध

लोकसभा में बिहार जहरीली शराब कांड का मुद्दा गूंजा। भाजपा सांसदों ने नीतीश सरकार को घेरते हुए कहा कि बिहार सरकार सामूहिक हत्याएं करा रही है। भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने कहा कि नीतीश कह रहे जो पिएगा, वो मरेगा, लेकिन वो शराब बेचने वाले लोगों को टिकट दे देते हैं। भाजपा के संजय जायसवाल ने शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए आरोप लगाया कि बिहार में जहरीली शराब की बिक्री और इससे लोगों की मौत ‘राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित’ है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य के मुख्यमंत्री इसका संज्ञान नहीं लेते, बल्कि इसके विपरीत वह कहते हैं कि ‘जो शराब पीएगा, वह मरेगा’। जायसवाल ने बिहार के मुख्यमंत्री पर ‘मानसिक संतुलन खोने’ का आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार से राज्य की कानून व्यवस्था पर ध्यान देने, महागठबंधन सरकार के विरुद्ध उचित कदम उठाने और राज्य पुलिस पर भी कार्रवाई करने का आग्रह किया। भाजपा के राजीव प्रताप रूड़ी ने शून्यकाल मंं कहा कि शराबबंदी की नीति बिहार सरकार ने बनाई तो उसका अनुपालन कराने की जिम्मेदारी भी उसकी है। उन्होंने कहा कि यदि शराबबंदी के बावजूद अवैध शराब पीने से लोगों की मौत होती है तो उसकी जिम्मेदारी भी बिहार सरकार की है।

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