एड्स वैश्विक स्तर पर सबसे खतरनाक बीमारियों में से एक है, जिसके कारण हर साल लगभग लाखों लोगों की मौत हो जाती है। हालिया आंकड़ों के मुताबिक साल 2021 में दुनियाभर में एड्स के कारण साढ़े छह लाख से अधिक लोगों की मौत हुई। 2004 में एड्स के कारण 14 लाख जबकि 2010 में एड्स के कारण 20 लाख से अधिक मौत रिपोर्ट की गई। एड्स के बढ़ते वैश्विक जोखिम से बचाव और इसके बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, एड्स से बचाव के लिए जरूरी है कि लोगों में इसके बारे में सही जानकारी हो।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, एचआईवी (ह्यूमन इम्यूनो डेफिसिएंसी वायरस)/एड्स (एक्वायर्ड इम्यून डेफिसिएंसी सिंड्रोम) की पहचान को लगभग तीन दशक हो गए हैं, हालांकि अब भी लोगों में इसकी सही जानकारियों का अभाव देखा जा रहा है। बड़ी आबादी के बीच इस बीमारी के बारे में समझ की कमी और इससे जुड़ा कलंक और गलत सूचनाएं हैं, जिसके कारण इसका प्रबंधन कठिन हो रहा है। आइए एड्स को लेकर फैली ऐसी ही कुछ मिथ्स के बारे में जानते हैं, जिसको अब भी लोग सही मानते हैं।
मिथ- एड्स वाले लोगों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, एड्स के प्रसार को लेकर लोगों के बीच अब भी बड़ा भ्रम देखा जा रहा है, इसी वजह से संक्रमितों को कलंक और सामाजिक भेदभाव का सामना करना पड़ता है। पर असल में एड्स के प्रसार को लेकर अधिकतर बातों में सच्चाई कम ही है। एड्स, संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क से नहीं फैलता है, संक्रमित व्यक्ति के साथ वस्तुएं साझा करने से भी इसका खतरा नहीं होता है। संक्रमित के साथ असुरक्षित यौन संबंध बनाने, संक्रमित रक्त के माध्यम से ही इसके फैलने का जोखिम हो सकता है।
मिथ- मादक पदार्थों का सेवन करने वालों में एड्स का जोखिम अधिक
मादक पदार्थों का सेवन शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर देता है, पर यह एड्स का कारण नहीं बनते हैं। जिन लोगों को एचआईवी संक्रमण होता है उनमें प्रतिरक्षा प्रणाली के कमजोरी की दिक्कत होती है, ऐसे में मादक पदार्थों का सेवन आपकी जटिलताओं को बढ़ाने वाला जरूर हो सकता है। हालांकि इसे संक्रमण का कारक नहीं माना जा सकता है।
मिथ- केवल समलैंगिकों में होता है संक्रमण
अध्ययनों से पता चलता है कि समलैंगिकों में एचआईवी का खतरा अधिक होता है, पर सिर्फ इसे ही एड्स का कारण नहीं माना जा सकता है। असुरक्षित यौन संबंधों के कारण इसका जोखिम अधिक देखा जाता रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ असुरक्षित संबंध बनाते हैं जो एचआईवी संक्रमित है तो आपमें इस संक्रमण का खतरा काफी अधिक हो सकता है।
मिथ- संक्रमित महिलाओं को नहीं करना चाहिए गर्भधारण

