भारतीय सेना को मिला ‘चील’ पाक ड्रोन की अब खैर नहीं

—भारतीय सेना को मिले ‘चील’ को दी गई ट्रेनिंग

नई दिल्ली। भारत में आतंकी साजिशों के लिए इस्तेमाल होने वाले ड्रोन से निपटने के लिए सेना को अब ‘अर्जुन‘ मिल गया है। ये ‘अर्जुन’ एक चील है जिसे खास तौर से दुश्मन के ड्रोन नष्ट करने के लिए ट्रेंड किया गया है। इसे भारतीय सेना ने ट्रेंड किया है। उत्तराखंड के औली में भारत और अमेरिका के बीच युद्ध अभ्यास चल रहा है। अर्जुन नाम की इन चीलों की ट्रेनिंग इसी युद्ध अभ्यास में देखने को मिली है। सेना पहली बार दुश्मन के ड्रोन को नष्ट करने के लिए चीलों का इस्तेमाल कर रही है।

जानकारी के मुताबिक युद्ध अभ्यास के दौरान भारतीय सेना ने एक स्थिति पैदा की जिसमें एक चील और कुत्ते के जरिए दुश्मन के ड्रोन को खोजा गया और उसे नष्ट किया गया। इसमें कुत्ते की भूमिका ड्रोन की आवाज सुनकर भारतीय सेना को अलर्ट करना था, जबकि चील ने दुश्मन के ड्रोन की लोकेशन पता करके उसे हवा में ही नष्ट कर दिया। सेना अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सेना ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए चीलों के साथ-साथ कुत्तों का भी इस्तेमाल कर रही है।

एमआई-17 हेलीकॉप्टर के जरिए ट्रेनिंग

युद्ध अभ्यास के दौरान भारतीय सेना के जवानों ने एमआई-17 हेलीकॉप्टर के जरिए ट्रेनिंग देने का काम किया। चीन चीलों को सेना ट्रेनिंग दे रही है उनका वजन 1 किलोग्राम से 6 किलोग्राम के बीच होती है। शरीर की लंबाई 15-23 इंच के आसपास और पंखों की लंबाई 30-45 इंच के आसपास होती है।


क्या है खासियत?

चीलों की सबसे बड़ी खासियत उनकी निगाहें होती हैं। चील की सबसे बड़ी खासियत ये होती है कि यह तेजी से उड़ान भरने के साथ-साथ इनकी निगाहें भी बड़ी तेज होती हैं। काफी ऊंचाई तक ये उड़ान भी भर सकते हैं। चील मांसाहारी पक्षियों की श्रेणी में आता है। चील अपने से छोटे कई पक्षियों चिड़ियां, कबूतर का भी शिकार करता है। इसके अलावा यह खरगोश और मछली को भी खाते हैं। इसकी उड़ने की क्षमता का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि यह 320 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है। ऐसे में दुश्मन के ड्रोन को भागना बड़ा मुश्किल हो जाएगा।

इधर, सीमा पर मार गिराए दो पाकिस्तानी ड्रोन

चंडीगढ़। पंजाब में भारत-पाकिस्तान सीमा पर सीमा सुरक्षा बल द्वारा दो पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराया गया। जवानों ने अमृतसर व तरनतारन जिलों में सीमा पार से मादक पदार्थों की तस्करी की कोशिशों को नाकाम कर दिया गया। दो ‘हेक्साकॉप्टर’ ड्रोन के जरिये करीब 10 किलोग्राम हेरोइन की तस्करी की जा रही थी जिसे बीएसएफ कर्मियों ने बरामद कर लिया। पहले मामले में अमृतसर में बीएसएफ की महिला कर्मियों ने छह रोटर वाले मानवरहित यान को मार गिराया। यह ड्रोन पाकिस्तान से 3.11 किलोग्राम के साथ भारतीय सीमा में दाखिल हुआ था। अधिकारियों के मुताबिक, बीएसएफ कर्मियों ने सोमवार रात अमृतसर शहर से करीब 40 किलोमीटर उत्तर में चाहरपुर गांव के पास भारतीय क्षेत्र में ड्रोन को घुसते देखा। उन्होंने बताया कि 73 बटालियन की दो महिला कांस्टेबल ने ड्रोन पर 25 गोलियां दागीं और उसे रात 11 बजकर पांच मिनट पर मार गिराया। तलाश अभियान के दौरान बीएसएफ ने आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हेक्साकॉप्टर बरामद किया।

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