नई दिल्ली। गैंगस्टर्स-टेरर फंडिंग मामले में एनआईए का बड़ा एक्शन लिया है। एनआईए ने दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब समेत दूसरे राज्यों में 20 जगहों छापेमारी की। एनआईए ने लॉरेंस बिश्नोई, नीरज बवाना, टिल्लू ताजपुरिया समेत आधा दर्जन गैंगस्टर्स से पूछताछ के बाद यह कार्रवाई की।
सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में लॉरेंस बिश्नोई, नीरज बवाना और दूसरे गैंगस्टर्स से जुड़े कई दूसरे गैंगस्टर्स के नाम सामने आए थे, जिनके घरों और उनसे जुड़े लोगों के ठिकानों पर रेड मारी गई। सूत्रों के मुताबिक सभी गैंगस्टर्स के तार विदेश से भी जुड़े हैं। भारत में लॉरेंस बिश्नोई और बवाना गैंग के नाम पर टेरर फंडिंग भी काफी हो रही है. इस बार की जानकारी लॉरेंस बिश्नोई और नीरज बवाना से पूछताछ में मिली है। यह इस मामले में एनआई की तीसरी रेड थी। इससे पहले दो राउंड की छापेमारी में 102 जगहों पर खोजबीन की गई थी। एनआईए, पाकिस्तान-आईएसआईएस और गैंगस्टर नेक्सस पर कई इनपुट्स इक्कठा कर चुकी है. अब तक जितने भी गैंगस्टर को यूएपीए में अरेस्ट किया गया है, उनसे पूछताछ के आधार पर इस बात की तफ्तीश की जा रही है कि कैसे गैंगस्टर का इस्तेमाल देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किया जा रहा हैञ
सितंबर में 60 जगहों पर पड़ा था छापा
एनआईए ने सितंबर में उत्तर भारत में करीब 60 जगहों पर छापेमारी की थी। एनआईए ने दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और पश्चिमी यूपी में ये छापेमारी की थी। दो महीने पहले एनआईए के डॉजियर की जानकारी दी थी। सूत्रों के मुताबिक, इस डोजियर में कहा गया है कि आतंक का पर्याय बन चुके नीरज बवाना, लॉरेंस बिश्नोई और टिल्लु ताजपुरिया समेत कई अन्य गैंगस्टर टारगेट किलिंग करवाते हैं।
विदेशों से गैंग ऑपरेट
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने लारेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़ समेत कई बड़े गैंगटर्स पर यूएपीए के तहत दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की हैं। इस मामले में एनआईए भी जांच कर रही है। गृह मंत्रालय के आदेश पर यह एफआईआर दर्ज की गई है। एफआईआर के मुताबिक स्पेशल सेल को इनपुट मिला है कि लारेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़, विक्रम बराड़, जग्गू भगवान पुरिया, संदीप उर्फ काला जठेड़ी, सचिन थापन, अनमोल बिश्नोई, लखबीर सिंह लाडा देश की अलग अलग जेलों के अलावा, कनाडा, पाकिस्तान, दुबई से अपना-अपना गैंग चला रहे हैं।
000

