22 स्वर्ण के साथ चौथे स्थान पर रहा भारत, बैडमिंटन में हैट्रिक, शरत का रिकार्ड 13वां पदक

0 राष्ट्रमंडल खेल: भारत ने जीते कुल 61 पदक

बर्मिंघम। राष्ट्रमंडल खेल 2022 में भारत ने कुल 61 पदक जीते हैं। इनमें 22 स्वर्ण, 16 रजत और 23 कांस्य पदक शामिल हैं। हॉकी में रजत पदक के साथ भारत का सफर खत्म हुआ है। इस बार वेटलिफ्टिंग में संकेत सरगर ने पहला पदक दिलाया था। वहीं, मीराबाई चानू ने पहला स्वर्ण पदक दिलाया। इसके बाद सभी पहलवानों ने पदक जीतकर इतिहास दोहराया। बॉक्सिंग और बैडमिंटन में भी भारतीय खिलाड़ियों ने कमाल किया। एथलेटिक्स और लॉन बॉल में भी भारतीय खिलाड़ियों ने अच्छा खेल दिखाया। इसके अलावा पैरा एथलीटों ने भी कई पदक दिलाए। इसी वजह से शूटिंग के न होने के बावजूद भारत इस बार 61 पदक ला पाया।

0 सिंधू का पहला स्वर्ण

दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी पीवी सिंधू ने दुनिया की 13वें नंबर की कनाडा की मिशेल ली को 21-15, 21-13 से हराकर 2014 ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों के सेमीफाइनल में उनके खिलाफ मिली हार का बदला भी चुकता कर दिया। सिंधू ने 2014 में कांस्य पदक जीता था जबकि मिशेल स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहीं थी। सिंधू का राष्ट्रमंडल खेलों में यह तीसरा व्यक्तिगत पदक है। उन्होंने 2018 गोल्ड कोस्ट खेलों में भी रजत पदक जीता था।

0 लक्ष्य का गोल्डन लक्ष्य पूरा

दो युवा खिलाड़ियों के बीच हुए पुरुष एकल फाइनल में दुनिया के 10वें नंबर के खिलाड़ी और विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता लक्ष्य सेन ने पहला गेम गंवाने के बाद जोरदार वापसी करते हुए मलेशिया के दुनिया के 42वें नंबर के खिलाड़ी एनजी टीजे योंग को 19-21, 21-9, 21-16 से हराकर राष्ट्रमंडल खेलों में पदार्पण करते हुए स्वर्ण पदक जीता। बाइस साल के योंग के खिलाफ 20 साल के लक्ष्य की यह लगातार तीसरी जीत है।

0 सात्विक-चिराग को युगल स्वर्ण

सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की दुनिया की सातवें नंबर की जोड़ी ने पुरुष युगल फाइनल में बेन लेन और सीन वेंडी की इंग्लैंड की दुनिया की 19वें नंबर की जोड़ी को 21-15, 21-13 से हराया। भारत ने बर्मिंघम खेलों की बैडमिंटन प्रतियोगिता में तीन स्वर्ण सहित छह पदक जीत। सोमवार को तीन स्वर्ण से पहले पहले मिश्रित टीम के रजत पदक के अलावा किदांबी श्रीकांत ने पुरुष एकल जबकि त्रीशा जॉली और गायत्री गोपचंद की जोड़ी ने महिला युगल में कांस्य पदक जीते।

0 शरत ने 16 साल बाद जीता गोल्ड

भारत के अनुभवी टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंता शरत कमल ने राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुष एकल स्पर्धा के फाइनल में इंग्लैंड के लियाम पिचफोर्ड को 4 -1 से हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इस स्पर्धा का कांस्य साथियान ज्ञानशेखर ने जीता। शानदार लय में चल रहे 40 साल के शरत ने उम्र को धता बताते हुए रैंकिंग में अपने से बेहतर खिलाड़ी के खिलाफ पहला गेम गंवाने के बाद वापसी करते हुए 11-13, 11-7, 11-2, 11-6, 11-8 से जीत दर्ज की। शरत की विश्व रैंकिंग 39वीं है जबकि पिचफोर्ड 20वें स्थान पर काबिज हैं। शरत का इन खेलों में यह कुल 13वां पदक है। उन्होंने बर्मिंघम खेलों में चार पदक जीते। वह 2006 में मेलबर्न खेलों में फाइनल में पहुंचे थे और स्वर्ण पदक जीता था।

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