नाराज चीन ने किया पेलोसी को ब्लैक लिस्टेड करने का ऐलान

-ताइवान संकट के बीच अमेरिकी संसद की स्पीकर पर की कार्रवाई

बीजिंग। अमेरिका के हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव की स्पीकर नैंसी पेलोसी का ताइवान दौरा पूरा होने के कुछ ही घंटों के भीतर चीन ने अपने 27 युद्धक विमान ताइवान के ‘एयर डिफेंस जोन में भेज दिए हैं। वहीं इसके बाद चीन ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए अमेरिकी संसद की स्पीकर को ब्लैक लिस्टेड कर दिया है। इस कार्रवाई के तहत बीजिंग में काम कर रहे शी जिनपिंग प्रशासन ने नैंसी पेलोसी पर कई प्रतिबंध लगाए हैं। चीनी विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा कि पेलोसी ने स्व-शासित द्वीप की अपनी यात्रा को लेकर चीन की चिंताओं और विरोध की अवहेलना की है। उनका ताइवान दौरा उकसाने वाला है।

कई देशों के राजदूतों को भी किया तलब

नैन्सी पेलोसी के ताइवान जाने पर चीन का गुस्सा अभी थमा नहीं है। उस ने यूरोपियन यूनियन में शामिल 7 देशों के राजदूतों को तलब कर विरोध जताया है। दरअसल, इन देशों की ओर से बयान जारी कर कहा गया था कि ताइवान की सीमा पर चीन का सैन्य अभ्यास गलत है और इसे तत्काल रोका जाना चाहिए। इसके बाद चीनी मंत्री डेंग ली ने यूरोपीय देशों के बयान को अंदरूनी मामलों में दखल बताया।

ताइवान के पास बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास

पिछले दो दिनों में ताइवान के आसपास 100 से अधिक लड़ाकू विमानों और 10 युद्धपोतों ने बड़े पैमाने पर हुए सैन्य अभ्यास में हिस्सा लिया है। चीन की आधिकारिक समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, ताइवान के तट के पास छह क्षेत्रों में चलाए जा रहे ‘संयुक्त अवरोध अभियान’ में लड़ाकू विमानों से लेकर बमवर्षक विमानों, विध्वंसक जहाजों और युद्धपोतों तक का इस्तेमाल किया गया। चीनी सेना की पूर्वी थिएटर कमान ने कुछ मिसाइलों के नए संस्करण भी दागे।


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