नौसेना को मिला पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत ‘विक्रांत’

-कोचीन शिपयार्ड ने औपचारिक कार्यक्रम में सौंपा

(फोटो : विक्रांत)

कोच्चि। ‘कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड’ (सीएसएल) ने भारतीय नौसेना को देश का पहला स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत (आईएसी-1) बृहस्पतिवार को सौंप दिया। सीएसएल ने एक प्रेस विज्ञप्ति में विमानवाहक पोत सौंपने की पुष्टि की। यह भारत में बनाया गया अभी तक का सबसे बड़ा युद्धपोत है। इसका भार लगभग 45,000 टन है। इसे देश की सबसे महत्वाकांक्षी नौसैनिक पोत परियोजना भी माना जाता है। रक्षा सूत्रों ने भी इस पोत को नौसेना को सौंपे जाने की पुष्टि की और बताया कि आधिकारिक तौर पर इसे अगस्त में नौसेना में शामिल किया जा सकता है।

आईएनएस विक्रांत

यह 30 विमानों के साथ काम कर सकता है और शार्ट टेक-आफ लेकिन गिरफ्तार लैंडिंग सिस्टम से लैस है, जिसमें विमान को लान्च करने के लिए स्की-जंप शामिल है। जहाज में बड़ी संख्या में स्वदेशी उपकरण और मशीनरी हैं, जिसमें देश के प्रमुख औद्योगिक घरानों जैसे बीईएल, भेल, जीआरएसई, केल्ट्रोन, किर्लोस्कर, लार्सन एंड टुब्रो, वार्टसिला इंडिया आदि के साथ-साथ 100 से अधिक एमएसएमई शामिल हैं।

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