विजय दिवस पर लाल चौक पर तिरंगा, कश्मीरियों ने दिखाया उत्साह

  • अलगाववादी गढ़ रहे लाल चौक से पहली बार तिरंगा यात्रा निकाली भाजयुमो ने

चुग बोले- आकर कश्मीरियों का उत्साह देखें महबूबा

श्रीनगर। भारतीय जनता पार्टी ने कारगिल युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए कभी अलगाववादी गढ़ रहे लाल चौक से पहली बार तिरंगा यात्रा निकाली। द्रास स्थित कारगिल युद्ध स्मारक के लिए मोटरसाइकिल सवारों की रैली को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग और बेंगलुरू दक्षिण के सांसद तेजस्वी सूर्या ने हरी झंडी दिखाई। अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था के बीच सोमवार को लाल चौक के ऐतिहासिक घंटा घर के पास सर्वप्रथम ध्वजारोहण किया गया। यह पहली बार है जब किसी राजनीतिक दल ने कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए इस तरह की रैली का आयोजन किया।

सुरक्षा को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी और जवान तैनात किए गए थे। किसी भी घटना पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया। इस कार्यक्रम को देखते हुए यातायात और लोगों की आवाजाही को डायवर्ट किया गया था। एक वक्त में अलगाववादियों का गढ़ माने जाने वाले लाल चौक में सोमवार को अलग तरह के आजादी के नारे गूंजे। पुलिस अधिकारी ने कहा कि लगभग 100 बाइक रैली का हिस्सा थीं, जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों से भाजयुमो के सदस्यों ने भाग लिया।

आज होगा रैली का समापन

रैली का समापन विजय दिवस के अवसर पर मंगलवार को कारगिल युद्ध स्मारक पर होगा। भाजयुमो के राष्ट्रीय महासचिव चुग ने कहा कि अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवारों ने पिछले 70 वर्षों से जम्मू-कश्मीर पर शासन किया और इसे आतंकवाद की राजधानी बना दिया। महबूबा मुफ्ती कहती थीं कि अगर आप (अनुच्छेद) 370 हटाते हैं तो तिरंगा फहराने के लिए हाथ नहीं मिलेंगे। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि लाल चौक आएं और कश्मीर के निवासियों को तिरंगा पकड़े हुए देखें।

शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि

चुग ने कहा कि कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए बाइकर्स रैली का आयोजन किया गया था। भाजयुमो की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नेहा जोशी ने कहा कि उन्हें इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का हिस्सा बनकर गर्व महसूस हो रहा है। इस यात्रा का आयोजन कश्मीर के युवाओं ने किया है।


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