इंडिया रैंकिंग-2022 में लगातार चौथे साल शीर्ष पर काबिज हुआ आईआईटी मद्रास

उच्च शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने में आकलन, एक्रीडिटेशन और रैंकिंग का व्यापक, एकीकृत तंत्र निभाएगा अहम भूमिका: धर्मेंद्र प्रधान

स्कूलों, आईटीआई और पॉलीटेक्निक का रैंकिंग फ्रेमवर्क भी हो रहा है तैयार।

नई दिल्ली।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को ‘इंडिया रैंकिंग-2022’ को जारी किया। जिसमें देश के तमाम उच्च-शिक्षण संस्थानों की कुल 11 श्रेणियों में से सभी में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास शीर्ष पर काबिज हुआ है। आईआईटी मद्रास के बाद ओवरऑल नामक इस सूची में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (आईआईएससी) बेंगलुरु और आईआईटी बॉम्बे को शामिल किया गया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी की जाने वाली उच्च शिक्षण संस्थानों की इस रैंकिंग को एनआईआरएफ के तहत जारी किया जाता है। इस साल इसका सातवां संस्करण था। जिसमें कॉलेज श्रेणी में दिल्ली के मिरांडा हाउस कॉलेज को शीर्ष रैंक मिला है। यह लगातार छठा साल है, जब मिरांडा हाउस देश के बाकी कॉलेजों को पीछे छोड़ते हुए टॉप पर जा पहुंचा है। रैंकिंग-2022 में उच्च शिक्षण संस्थानों को 11 श्रेणियों में विभाजित किया गया था। जिसमें ओवरऑल, यूनिवर्सिटी, कॉलेज, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, फार्मेसी, लॉ, मेडिकल, आर्किटेक्चर, डेंटल और रिसर्च मुख्य है। संस्थानों को रैंकिंग देते वक्त मुख्यरूप से पांच पैरामीटर पर जांचा परखा गया है। जिनमें टीचिंग, लर्निंग, रिसर्च, प्रोफेशनल प्रैक्टिस, ग्रेजुएशन आउटकम, आउटरीच एंड इंक्लूसिविटी और परसेप्शन शामिल है। इस साल देशभर के कुल 7 हजार 254 संस्थानों ने एनआईआरएफ के तहत रैंकिंग पाने के लिए आवेदन किया था। जिसमें से 4 हजार 786 संस्थान रैंकिंग प्राप्त करने में सफल रहे। यहां बता दें कि उच्च शिक्षण संस्थानों को रैंकिंग देने के लिए वर्ष 2016 में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा एनआईआरएफ नाम के एक फ्रेमवर्क की शुरुआत की गई थी। इसके बाद से अब तक हर साल इसे जारी किया जा रहा है।

उच्च शिक्षा की बढ़ेगी गुणवत्ता

इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि उच्च शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने में आकलन, एक्रीडिटेशन और रैंकिंग का व्यापक, एकीकृत तंत्र एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। स्कूलों, आईटीआई और पॉलिटेक्निक का भी रैंकिंग फ्रेमवर्क तैयार किया जा रहा है। 21वीं सदी को ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था की शताब्दी कहा जाएगा। जिसमें केवल मशीनी शक्ति की ही नहीं बल्कि नॉलेज आधारित इनोवेशन और एंटरप्रेन्योरशिप का अहम योगदान देखने को मिलेगा। मैन्युफैक्चरिंग का अर्थव्यवस्था में अहम योगदान रहेगा, सेवा क्षेत्र इस पायदान पर पहुंच चुका है। डिजिटल ट्रांसफॉरमेशन और तकनीक भी इस कड़ी में जरूरी योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि एनआईआरएफ रैंकिंग में अगले वर्ष इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप श्रेणी को भी शामिल किया जाएगा। उच्च शिक्षण संस्थानों को यूजीसी से वित्तीय अनुदान के लिए रैंकिंग, एक्रीडिटेशन (नैक) और एनबीए के सिस्टम को अपनाना ही पड़ेगा।

ओवरऑल श्रेणी के टॉप टेन संस्थान

इस श्रेणी में आईआईटी मद्रास शीर्ष पर काबिज हुआ है। इसके बाद आईआईएससी बेंगलुरु, आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी कानपुर, आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी रुड़की, आईआईटी गुवाहाटी, एम्स (दिल्ली) और जेएनयू (दिल्ली) शामिल है।

इंजीनियरिंग के टॉप टेन संस्थान

रैंकिंग-22 की इंजीनियरिंग श्रेणी में टॉप 10 में पहुंचने वाले संस्थानों में आईआईटी चेन्नई, दिल्ली, बॉम्बे, कानपुर, खड़कपुर, रुड़की, गुवाहाटी, त्रिरूचेरापल्ली, हैदराबाद और एनआईटी सूरतकल शामिल हैं।

मैनेजमेंट के टॉप टेन संस्थान

इस श्रेणी में आईआईएम अहमदाबाद शीर्ष पर काबिज हुआ है। उसके बाद आईआईएम बेंगलुरु, कोलकाता, आईआईटी दिल्ली, आईआईएम कोझिकोड, लखनऊ, आईआईएम इंदौर, एक्सएलआरआई (झारखंड), नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग (मुंबई) और आईआईटी मद्रास शामिल है।

टॉप टेन कॉलेज

इस श्रेणी में शीर्ष पर दिल्ली का मिरांडा हाउस कॉलेज काबिज हुआ है। उसके बाद हिंदू कॉलेज, प्रजीडेंसी कॉलेज, लॉयला कॉलेज (चेन्नई), एलएसआर (दिल्ली), पीएसजीआर कृष्णामल कॉलेज फॉर विमन (कोयंबटूर), एआरएसडी (दिल्ली), सेंट जेवियर कॉलेज (कोलकाता), रामाकृष्ण मिशन विद्यापीठ (हावड़ा), केएमसी (दिल्ली) शामिल है।

शोध के टॉप फाइव संस्थान

आईआईएससी बेंगलुरु इस श्रेणी में शीर्ष पर काबिज हुआ है। इसके बाद आईआईटी मद्रास, आईआईटी दिल्ली, बॉम्बे और खड़कपुर शामिल है।

फार्मेसी के टॉप टेन संस्थान

इस श्रेणी में जामिया हमदर्द, दिल्ली शीर्ष स्थान पर जगह बनाने में कामयाब हुआ है। उसके बाद हैदराबाद का नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, पंजाब यूनिवर्सिटी (चंडीगढ़), नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (मोहाली), बिट्स पिलानी, जेएसएस कॉलेज ऑफ फार्मेसी (तमिलनाडु), इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी (मुंबई), जेएसएस कॉलेज ऑफ फार्मेसी (कर्नाटक), मणिपाल कॉलेज ऑफ़ फार्मास्यूटिकल साइंसेज (कर्नाटक), नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (गुजरात) शामिल है।

मेडिकल, डेंटल, लॉ, आर्किटेक्चर के टॉप फाइव संस्थान

इसमें मेडिकल श्रेणी में एम्स, नई दिल्ली शीर्ष पर काबिज हुआ है। इसके बाद पीजीआईएमईआर (चंडीगढ़), क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (वेल्लोर), निम्हांस (बेंगलुरु) और बीएचयू वाराणसी शामिल हैं। डेंटल श्रेणी में सविता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड टेक्निकल साइंस (चेन्नई), मणिपाल कॉलेज ऑफ डेंटल साइंस (मणिपाल), डॉ.डीवाई पाटिल विद्यापीठ (पुणे), मौलाना आजाद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (दिल्ली) और किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (लखनऊ) शामिल है। लॉ श्रेणी में शीर्ष पर नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी (बेंगलुरु), एनएलयू (दिल्ली), सिंबायोसिस लॉ स्कूल (पुणे), नलसार यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ (हैदराबाद) और द वेस्ट बंगाल नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ ज्यूरिडिकल साइंस (कोलकाता) शामिल है। वहीं आर्किटेक्चर श्रेणी में टॉप फाइव संस्थानों में शीर्ष पर आईआईटी रुड़की काबिज हुई है। उसके बाद एनआईटी कालीकट, आईआईटी खड़गपुर, एसपीए (दिल्ली) और एनआईटी त्रिरूचेरापल्ली शामिल है।

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