मालदीव छोड़कर भी भागे श्रीलंका के राष्ट्रपति, अब सिंगापुर नया ठिकाना

  • सिंगापुर विदेश मंत्रालय ने बताया निजी यात्रा, शरण देने से इनकार
  • संसद अध्यक्ष ने राजपक्षे पर इस्तीफा सौंपने का बनाया दबाव

नई दिल्ली। श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे और उनकी पत्नी मालदीव छोड़कर सिंगापुर पहुंच गए हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, वे जो सउदिया एयरलाइंस की उड़ान एसवी 788 को सिंगापुर ले गए थे, के जेद्दा की यात्रा करने की उम्मीद थी। जानकारी के अनुसार, वे अब सिंगापुर में रहेंगे और आगे मिडिल-ईस्ट देशों की यात्रा नहीं करेंगे।

डेली मिरर के अनुसार, राजपक्षे, उनकी पत्नी इओमा राजपक्षे और दो सुरक्षा अधिकारियों को माले से सिंगापुर जाने वाली सिंगापुर एयरलाइंस की उड़ान में सवार होना था, लेकिन सुरक्षा कारणों से निर्धारित समय पर नहीं गए। 73 वर्षीय गोटबाया राजपक्षे 9 जुलाई को उनके आवास पर प्रदर्शनकारियों की भीड़ के धावा बोलने के बाद फरार हो गए थे। इधर, राजपक्षे की यात्रा को लेकर सिंगापुर विदेश मंत्रालय का कहना है कि वह यहां की निजी यात्रा पर हैं। उन्होंने शरण नहीं मांगी और न ही उन्हें शरण दी गई है।

इस्तीफे की घोषणा की थी

इससे पहले राष्ट्रपति राजपक्षे ने घोषणा की थी कि वह बुधवार को अपना इस्तीफा सौंप देंगे। बाद में राजपक्षे अपनी पत्नी के साथ मालदीव भाग गए। उन्होंने देश छोड़कर जाने के कुछ घंटों बाद प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त कर दिया। संसद के अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्धने ने बृहस्पतिवार को गोटबाया राजपक्षे को सूचित किया कि उन्हें जल्द से जल्द राष्ट्रपति के तौर पर अपना इस्तीफा सौंप देना चाहिए, वरना वह उन्हें पद से हटाने के लिए अन्य विकल्पों पर गौर करेंगे।

कोलंबो सहित पश्चिमी प्रांत में कर्फ्यू

इस बीच, श्रीलंका में, कोलंबो के भीतर गुरुवार दोपहर 12 बजे से कल सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू लगाया गया है। इधर पश्चिमी प्रांत में बुधवार को लगा कर्फ्यू गुरुवार सुबह हटा दिया गया था, लेकिन राजपक्षे के इस्तीफे पर अनिश्चितता की स्थिति के बीच हिंसा भड़कने की आशंका के कारण फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया। –

श्रीलंकाई प्राधिकारियों ने राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे को लेकर व्याप्त भ्रम के बीच पश्चिमी प्रांत में बृहस्पतिवार को फिर से कर्फ्यू लागू कर दिया। हिंसा भड़कने के बाद प्राधिकारियों को पश्चिमी प्रांत में कर्फ्यू लगाना पड़ा था। —

सेना ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ किया राष्ट्रपति आवास पर कब्जा

श्रीलंका के राष्ट्रपति आवास को प्रदर्शनकारियों से खाली करवा लिया गया है। अब इस जगह पर श्रीलंकाई सेना का पूर्ण नियंत्रण है। तीन दिनों पहले बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति आवास पर कब्जा कर लिया था। अब सेना के नियंत्रण में आने के बाद किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। कुछ पत्रकारों और सेना के जवानों के अलावा इस आवास के अंदर कोई भी नहीं है।

प्रदर्शनकारी नतीजा भुगतने तैयार रहें: श्रीलंकाई सेना

श्रीलंका की सेना ने बृहस्पतिवार को सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों से हिंसा से दूर रहने या नतीजों का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा। साथ ही उसने आगाह किया कि सुरक्षा बलों को बल प्रयोग करने के लिए कानूनी अधिकार दिया गया है। प्रदर्शनकारियों की सुरक्षा बलों के साथ झड़प के बाद कम से कम 84 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। अवरोधकों को तोड़ने और प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश करने की कोशिश कर रही भीड़ पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछारें कीं।

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