सेना को सौंपी गई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड 75 सैन्य तकनीक

  • राजनाथ सिंह बोले-मानव कल्याण के लिए भी हो इसका इस्तेमाल

नई दिल्ली। देश की पहली ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन डिफेंस’ नाम की प्रदर्शनी और संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसका उदघाटन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया। इसमें डिफेंस सेक्टर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी (एआई) आधारित 75 सैन्य तकनीक और साजो सामान सेनाओं को सौंपी गई। इस दौरान इन सभी तकनीक और प्रोडेक्ट्स की प्रदर्शनी का निरीक्षण करते वक्त खुद रक्षा मंत्री राजनाथ कुछ खास स्टॉल पर रूके और उस टेक्नोलॉजी के बारे में खुद जाना। इनमें खास थे साइलेंट-संतरी, त्रिशुल-रिमोट वैपन सिस्टम और मैंडेरिन ट्रांसलेटर डिवाइस।

भारत की मंशा दुनिया पर राज करने की नहीं : राजनाथ

इससे पहले संगोष्ठी को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने साफ तौर से कहा कि रक्षा सुरक्षा के साथ साथ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल मानवता के कल्याण के लिए भी इस्तेमाल हो। रक्षा मंत्री ने कहा कि आज उन्हें रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का बयान याद आ रहा है जिसमें उन्होनें कहा था कि जो भी ‘एआई सेक्टर पर राज करेगा वो पूरी दुनिया पर राज करेगा’। सिंह ने साफ किया कि भारत की मंशा कभी भी दुनिया पर राज करने की नहीं रही है। लेकिन कोई देश हमारे ऊपर राज कर ना सके उसके लिए हमें आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल जरुर करना चाहिए। उन्होनें आगाह किया कि एआई का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए और ना ही न्युक्लिर की तरह कुछ देशों का इस पर कब्जा होना चाहिए।

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