अब छह माह में लगा सकेंगे बूस्टर डोज

नई दिल्ली। देश में कोरोना की बढ़ती रफ्तार के बीच केंद्र सरकार ने बूस्टर डोज को लेकर बड़ा ऐलान किया है। कोविड वैक्सीन की दूसरी खुराक और बूस्टर डोज के बीच के अंतर को 9 महीने से घटाकर 6 महीने कर दिया गया है। पहले सेकंड डोज और बूस्टर डोज के बीच की अवधि 9 महीने थी। अब इसे घटाकर 6 महीने या 26 हफ्ते कर दिया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि यह निर्णय लिया गया है कि 18-59 वर्ष के सभी लोगों को दूसरी खुराक देने की तारीख से 6 महीने या 26 सप्ताह पूरे होने पर बूस्टर दिया जाएगा।

देश की पहली कोरोना टैबलेट

देश की पहली कोरोना टैबलेट पहले चरण के परीक्षण में खरी उतरी है। सेंट्रल ड्रग्स लैब कसौली ने परीक्षण में टैबलेट की गुणवत्ता और क्षमता को जांचा। इसमें वीएक्सए-जीओवी 2 एंटरिक कोटेड टैबलेट ने पहले चरण को सफलतापूर्वक पार कर लिया है। अब इसके क्लीनिकल ट्रायल शुरू होंगे। इस टैबलेट को बंगलूरू की सिनजिन कंपनी ने अमेरिका से आयात किया है। कंपनी ने इस साल के अंत तक दवा को बाजार में उतारने का दावा किया है। बताया जा रहा है यदि सभी ट्रायल सफल हुए तो यह टैबलेट खाते ही कोरोना रोगी पर असर दिखना शुरू हो जाएगा और वह कुछ दिनों में स्वस्थ हो जाएगा।

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