नई ट्रेन के साथ नौ मांगों को लेकर बस्तर में बड़ा प्रदर्शन… झुका रेल मंत्रालय

— 9 में 5 बिंदुओं पर रेल प्रशासन ने दी सहमति, युवाओं की जीत

— आंदोलन को असफल करने 3 लेयर में सैकड़ों जवान रहे तैनात

जगदलपुर

रेल लाइन आंदोलन से जुड़े युवाओं के नेतृत्व में बस्तर में यात्री रेल सुविधा बढ़ाने और रावघाट रेल लाइन का कार्य अविलंब शुरू करने समेत 9 बिंदुओं पर बुधवार को रेल रोको आंदोलन किया गया। सैकड़ों आंदोलनकारी जैसे ही रेलवे ग्राउंड से रेल रोकने स्टेशन की ओर भारी नारेबाजी के साथ आगे बढ़े उन्हें स्टेशन के 200 मीटर पहले ही जिला पुलिस बल द्वारा बनाए गए मजबूत बेरिकेटिंग में घेराबंदी कर रोक दिया गया। इस बीच घंटों आंदोलन कारी रेल प्रशासन और केंद्र सरकार के खिलाफ रेल दो या जेल दो की नारेबाजी करते रहे। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस के युवा नेता साकेत शुक्ला, सांसद प्रतिनिधि सुशील मौर्य, जनता कांग्रेस के जिलाध्यक्ष नवनीत चांद और हिंदू वाहिनी से जुड़े रोहित आर्य बेरिकेट्स के ऊपर चढ़ने का प्रयास किया किंतु बड़ी संख्या में तैनात सुरक्षा बल उन्हें बेरिकेट्स पर ही रोकने में सफल रहे। इस दौरान आंदोलनकारी और पुलिस जवानों के बीच घंटों धक्कामुक्की चलता रहा। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओपी शर्मा, सिटी एसपी, डीएसपी आशीष नेताम व एर्श्वय चंद्राकर के अलावा कोतवाली टीआई एमन साहू, बोधघाट टीआई लालजी सिन्हा व अन्य पुलिस अधिकारी और जवानों की तैनाती थी।

आंदोलन में सत्तारूढ़ कांग्रेस दल के पार्षद राजेश राय, कोमल सेना, सूर्या पानी समेत पूर्व पार्षद राजेश चौधरी, वरिष्ठ कांग्रेसी उमाशंकर शुक्ला, सतपाल शर्मा, संजीव शर्मा, पुखराज बोथरा, गौरनाथ नाग, शादाब खान, अनुराग महतो, महेश द्विवेदी, अंकित सिंह, उस्मान रजा, अंजना नाग, अफरोज बेगम, इरशाद अली, ईश्वर कश्यप समेत अन्य कांग्रेसी रेल रोको आंदोलन का समर्थन करने पहुंचे थे। आंदोलनकारियों को एसडीएम दिनेश नाग, सीएसपी हेमसागर सिदार लगातार समझाइश देते रहे और मांग पत्र स्वीकारने की बात कही किंतु आंदोलनकारी विशाखापटनम से पहुंचे रेल अधिकारी से लिखित आश्वासन नहीं मिलने तक आंदोलन खत्म नहीं करने पर अड़े रहे। इस बीच एसडीएम और सीएसपी रेलवे रेस्ट हाउस में मौजूद विशाखापटनम रेल मंडल के असिस्टेंट कर्मिशियल मैनेजर को तलब किया। रेल अधिकारी आंदोलनकारियों के पास पहुंच उनकी 9 मांगों में 5 बिंदुओं पर सहमति बनने के बाद आंदोलन को वापस लिया गया। इस तरह युवाओं के द्वारा किया गया रेल रोको आंदोलन काफी हद तक सफल रहा।

इन मांगों पर बनी सहमति

विशाखापटनम रेल मंडल से मंडल प्रबंधक (डीआरएम) के प्रतिनिधि के रूप में जगदलपुर पहुंचे एसीएम ने 9 सूत्रीय मांगों में 5 मांगों पर सहमति दी। जिसमें बहु अपेक्षित रावघाट रेल लाइन परियोजना, दुर्ग-जगदलपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस पर रेल जोन जीएम स्तर पर ग्रुप मीटिंग करने पर सहमति दी ताकि इन मांगों को दक्षिण पूर्व मध्य रेल बिलासपुर को जानकारी दी जा सके। इसके अलावा अन्य मांगों में जगदलपुर रेलवे स्टेशन का अत्याधुनिककरण, रेलवे क्रासिंग पर ओवर ब्रिज या अंडर ब्रिज निर्माण के लिए रेल अधिकारी ने सहमति देते इस संबंध में राज्य सरकार से प्रस्ताव प्राप्त होने के बाद 50 प्रतिशत राशि अंशदान देने के लिए रेलवे ने सहमति दी।

पुलिस की भारी सुरक्षा

रेल रोको आंदोलन में चार में दो युवा साकेत शुक्ला और सुशील मौर्य कांग्रेस पार्टी से जुड़े हैं और प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता है बावजूद इसके आंदोलन को रोकने जिला पुलिस बल की भारी तैनाती सवालों के घेरे में है। आंदोलनस्थल पर चर्चा का विषय रहा।

शहरी कम, ग्रामीणों की संख्या ज्यादा

आंदोलन के दौरान शहरी की बजाय ग्रामीणों की संख्या अधिक रही। आंदोलनकारी युवा वाहनों के जरिए बकावंड, बस्तर, लोहण्डीगुड़ा समेत अन्य ग्रामीण इलाकों से बड़ी संख्या में महिला, पुरूष, युवक, युवतियों को लाए थे। हालांकि गिनती के शहरी भी आंदोलन में अपना योगदान दिया।

खुफिया विभाग पल-पल की जानकारी पहुंचा रहा

आंदोलन के दौरान जिला पुलिस बल का सभी खुफिया विभाग समेत रेलवे पुलिस बल का खुफिया विभाग पल-पल की जानकारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों को मोबाइल के जरिए पहुंचा रहे थे। यहां तक कि रेलवे खुफिया विभाग के निरीक्षक स्तर के अधिकारी विशाखापटनम रेल मंडल को आंदोलन का अपडेट देते नजर आए।

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