उपग्रह खींचकर देगा आपके आंगन की तस्वीर!

अंतरिक्ष क्षेत्र के स्टार्टअप ‘पिक्सल’ की नई योजना

नई दिल्ली। क्या आप अपने घर के आंगन की उपग्रह से तस्वीर लेना चाहते हैं? यह जल्द ही संभव हो सकता है। बेंगलुरु स्थित अंतरिक्ष क्षेत्र के स्टार्टअप ‘पिक्सल’ की एक ऐसा ऑनलाइन सॉफ्टवेयर लाने की योजना है जिससे आप उसके उपग्रहों द्वारा पृथ्वी की खींची गयी तस्वीरों को देख सकते हैं। ‘पिक्सल स्पेस’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और सह-संस्थापक अवैस अहमद ने बताया कि पृथ्वी निगरानी स्टूडियो शुरू करना अंतरिक्ष आधारित डेटा को बेहद कम शुल्क पर आम आदमी तक उपलब्ध कराने के प्रयासों का हिस्सा है। पिक्सल का यह पृथ्वी निगरानी स्टूडियो ‘औरोरा’ इस साल के अंत तक शुरू हो सकता है जिससे उपग्रहों द्वारा ली गई पृथ्वी की ‘हाइपरस्पेक्ट्रल’ छवियों और डेटा विश्लेषण को सभी के लिए सुलभ बनाया जा सकेगा। अहमद (26) ने कहा, यह ‘गूगल अर्थ’ इस्तेमाल करने जितना आसान होगा लेकिन उपग्रह से ली गयी छवियां अधिक उन्नत होंगी।अहमद उन चुनिंदा उद्यमियों में से एक हैं जो अंतरिक्ष क्षेत्र में उल्लेखनीय काम कर रहे हैं।

कैसे मिलेगी तस्वीर

‘औरोरा’ के उपयोगकर्ता डेटाबेस में पहले से उपलब्ध उपग्रह से ली गयी तस्वीरों को देख सकते हैं या पृथ्वी की निचली कक्षा में चक्कर लगा रहे पिक्सल के उपग्रहों को ‘कोई विशेष तस्वीर खींचने’ का जिम्मा दे सकते हैं। अहमद ने कहा, मान लो, मैं अगले एक-दो सप्ताह में चिकमंगलुरु की एक तस्वीर चाहता हूं। यह काम हमारे उपग्रहों को सौंपा जाएगा और जब आप इसके लिए भुगतान करेंगे तो वे यह तस्वीर आपको उपलब्ध करा देंगे।


शकुंतला और आनंद उपग्रह प्रक्षेपित

पिक्सल स्पेस ने पृथ्वी की तस्वीरें खींचने के लिए दो उपग्रह शकुंतला और आनंद प्रक्षेपित किए हैं। उसकी इस साल तक छह उपग्रह प्रक्षेपित करने की योजना है। इस स्टार्टअप की अगले साल 18 और उपग्रह प्रक्षेपित करने की योजना है।

इधर, सीमाओं पर होगी चप्पे-चप्पे की निगरानी

भारतीय वायुसेना अगले वर्ष के मध्य तक उपग्रह लांच कर सकती है। इससे देश की सीमाओं की निगरानी करने की वायुसेना की क्षमता में इजाफा होगा। बेंगलुरु स्थित अंतरिक्ष स्टार्ट-अप पिक्सल स्पेस ने मल्टी पेलोड उपग्रहों की आपूर्ति के लिए वायुसेना के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। आइडीईएक्स के तहत यह करार किया गया है। इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सिलेंस (आइडीईएक्स) का उद्देश्य उद्योग को शामिल करके रक्षा और एयरोस्पेस के लिए नवाचार और प्रौद्योगिकी विकास को बढ़ावा देने के लिए ईकोसिस्टम बनाना है। यह अनुबंध इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल, इन्फ्रारेड, सिंथेटिक एपर्चर रडार और हाइपर-स्पेक्ट्रल उद्देश्यों के लिए 150 किलोग्राम तक के छोटे उपग्रहों को विकसित करने के लिए किया गया है। पिक्सल को उपग्रह बनाकर उसे वायुसेना को सौंपना है। उपग्रह का संचालन वायुसेना करेगी। पिक्सल की स्थापना बिट्स पिलानी के युवा उद्यमियों अवैस अहमद और क्षितिज खंडेलवाल ने उच्च शिक्षा प्राप्त करने के दौरान की थी। अहमद ने कहा, हमारा लक्ष्य है कि 2025 के मध्य तक उपग्रह को लॉन्च कर दिया जाए। कंपनी की योजना इस साल छह और अगले साल 18 सेटेलाइट लॉन्च करने की है।

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