- हादसे के बाद कई गांव के बीच बाधित हो गया है आवागमन
- इलाके में मचा हड़कंप, लोग पुल के निर्माण कार्य पर उठा रहे सवाल
-पिछले 15 दिन में राज्य में पुल गिरने की 10वीं घटना
नई दिल्ली। बिहार में फिर से पुल हादसा हुआ है। सीवान में बैक टू बैक तीन पुल ध्वस्त हो गए। लगातार बारिश के कारण कुछ ही घंटों में तीन पुल गिरने से कई गांवों के बीच संपर्क टूट गया है। पहली घटना महाराजगंज अनुमंडल के पटेढ़ा गांव और देवरिया गांव के बीच की है। यहां गंडक नदी पर बना 35 साल पुराना पुल का का एक पाया धंसने लगा। देखते ही देखते पुल गंडक नदी में समा गया। दूसरी घटना महाराजगंज प्रखंड के तेवथा पंचायत की है। नौतन और सिकंदरपुर गांव के गंडक नदी पर बना पुल गिर गया। वहीं तीसरा पुल धीमही गांव में गंडक नदी में बना था। यह भी धाराशायी हो गया। ग्रामीणों का कहना है कि कुछ दिन पहले इस पुल की मरमत भी हुई थी। उसके बाद भी यह पुल टूट गया है। पानी के तेज बहाव के कारण बताया जा रहा है। हादसे के बाद कई गांव के बीच आवागमन बाधित हो गया है। इलाके में हड़कंप मच गया। लोग पुल के निर्माण कार्य पर सवाल उठा रहे हैं। लोगों का कहना है यह पुल 35 से 40 साल पुराना था। हजारों लोगों के आने-जाने का मात्र एक यही साधन था। जो अब पूरी तरह से टूट गया है। ग़नीमत रही कि इस हादसे में जानमाल की कोई नुकसान नहीं पहुंचा। पिछले 15 दिन में राज्य में ऐसी सातवीं घटना है। हाल में मधुबनी, अररिया, पूर्वी चंपारण और किशनगंज जैसे जिलों में भी ऐसी ही घटनाएं हुई हैं, जिसके बाद बिहार सरकार ने इन घटनाओं की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित की है।
पहले गिर चुके हैं 7 पुल
इस हादसे के पहले 22 जून को महाराजगंज अनुमंडल के पटेढ़ा और गरौली गांव के बीच गंडक नहर पर पुल अचानक गिर गया था। 28 जून को मधुबनी जिले के मधेपुर प्रखंड के भेजा कोशी बांध चौक से महपतिया मुख्य सड़क में ललवारही निकट का है। ग्रामीणों का कहना है कि गार्डर के लिए शटरिंग का काम चल रहा था। तभी भूतही बालन नदी में अचानक जलस्तर बढ़ गया जिस वजह से पानी के तेज बहाव में गार्डर बह गया। 23 जून को पूर्वी चंपारण के घोड़ासहन प्रखंड में डेढ़ करोड़ की लागत से बन रहा निर्माणाधीन पुल भरभरा कर गिर गया। पुल की ढलाई का काम कई दिनों से चल रहा था। अचानक रात में करीब 40 फीट लंबा हिस्सा गिर गया। 18 जून को अररिया जिले सिकटी प्रखंड में बकरा नदी पर बना पुल उद्घाटन से पहले ही पुल ध्वस्त हो गया था। 182 मीटर का पुल कुल तीन हिस्सों में बना था। दो पाए के साथ दो हिस्सा नदी में समा गया। इसी तरह और भी पुल गिरे हैं।
9999999999999
पुलों ने पानी में कूदकर आत्महत्या कर ली : तेजस्वी
इस घटना को लेकर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने पुलों के ध्वस्त होने की खबर का वीडियो शेयर करते हुए बिहार की डबल इंजन सरकार पर तंज किया है। तेजस्वी ने कहा कि अब इसका दोष भी बिहार की सरकार विपक्ष पर मढ़ देगी। अपने एक्स हैंडल पर तेजस्वी यादव ने लिखा, “बीजेपी और नीतीश कुमार की बिहार में 𝟏𝟖 वर्षों की रिकॉर्डतोड़ ईमानदारी से तंग आकर 𝟏𝟓 दिन में अभी समाचार लिखे जाने तक कुल 𝟏𝟎 पुलों ने पानी में कूदकर आत्महत्या कर ली।””डबल इंजन सरकार अब इसका दोष भी विपक्ष को देकर अपने कर्तव्यों, सुशीलता से परिपूर्ण वसूली तंत्र एवं डबल इंजन पॉवर्ड भ्रष्टाचार का इतिश्री कर सकती है।” पोस्ट शेयर करते हुए तेजस्वी यादव ने क्राइम और करप्शन का हैशटैग भी डाला है।
0000

