–राष्ट्रपति के अभिभाषण से जुड़े धन्यवाद प्रस्ताव पर पीएम ने दिया जवाब
–राहुल के बयान को लेकर प्रधानमंत्री ने जमकर साधा निशाना
–विपक्षी ने जमकर किया हंगामा, मोदी ने रोका दिया था भाषण
—
इंट्रो
18वीं लोकसभा के पहले सत्र के सातवें दिन मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से जुड़े धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा का जवाब दिया। पीएम ने कहा कि कल जो हुआ, देश के कोटि-कोटि देशवासी इसे माफ नहीं करेंगे। ये गंभीर बात है कि हिंदुओं पर आरोप लगाने का झूठा षड्यंत्र हो रहा है। सदन में कल का दृश्य देखकर अब हिंदू समाज को सोचना पड़ेगा कि क्या ये अपमान कोई संयोग है या बड़े प्रयोग की तैयारी है।
—
नई दिल्ली। कांग्रेस पर अराजकता फैलाने की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि मुख्य विपक्षी दल को अब से परजीवी पार्टी के रूप में जाना जाएगा जो अपने सहयोगी दलों की कीमत पर फलती फूलती है। कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी 2024 से परजीवी कांग्रेस पार्टी के रूप में जानी जाएगी। परजीवी वो होता है जो जिस शरीर के साथ रहता है, उसी को खाता है। कांग्रेस भी जिस पार्टी के साथ गठबंधन करती है, उसी के वोट खा जाती है। अपनी सहयोगी पार्टी की कीमत पर फलती फूलती है। इसलिए कांग्रेस परजीवी कांग्रेस बन चुकी है। उन्होंने कहा, मैं जब परजीवी कह रहा हूं तो तथ्यों के आधार पर कह रहा हूं। जहां-जहां भाजपा और कांग्रेस का सीधा मुकाबला था या कांग्रेस बड़ी पार्टी थी, वहां कांग्रेस का ‘स्ट्राइक रेट’ सिर्फ 26 प्रतिशत है। लेकिन जहां ये किसी का पल्लू पकड़कर चलते थे, जहां जूनियर सहयोगी थे, जहां किसी अन्य दल ने उन्हें कुछ मौका दे दिया, ऐसे राज्यों में कांग्रेस का ‘स्ट्राइक रेट’ 50 प्रतिशत है। उन्होंने ‘इंडिया’ गठबंधन में कांग्रेस के सहयोगी दलों का जिक्र करते हुए कहा कि इस चुनाव में कांग्रेस को मिलीं 99 सीट में से ज्यादातार सीट उनके सहयोगियों ने उन्हें जिताई हैं इसलिए यह परजीवी कांग्रेस है। मोदी ने कहा कि 16 राज्यों में जहां कांग्रेस अकेले लड़ी, वहां उसका वोट प्रतिशत इस चुनाव में गिर गया। उन्होंने द्रमुक, समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस आदि दलों का नाम लिए बिना कहा, मुझे नहीं पता कि कांग्रेस के साथी दलों ने इस चुनाव के परिणाम का विश्लेषण किया या नहीं। इन साथियों के लिए भी चुनाव में संदेश है। गुजरात, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में जहां कांग्रेस अपने दम पर लड़ी, वहां 64 में से 2 ही सीट जीत पाई। इसका साफ मतलब है कि इस चुनाव में कांग्रेस पूरी तरह परजीवी बन चुकी है और अपने सहयोगी दलों के कंधे पर चढ़कर उन्होंने सीटों का आंकड़ा बढ़ाया है। मोदी ने कहा, अगर कांग्रेस ने अपने सहयोगियों के जो वोट खाए हैं, वो ना खाए होते तो लोकसभा में उनके लिए इतनी सीट भी जीत पाना बहुत मुश्किल था।
सदन में राष्ट्रपति अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, मैं कांग्रेस के लोगों को कहूंगा कि जनादेश को फर्जी जीत के जश्न में मत गंवाओ, ईमानदारी से देशवासियों के जनादेश को जरा समझने की कोशिश करो, उसे स्वीकार करो। देश ने विकास के रास्ते को चुना है, विकसित भारत के सपने को साकार करने का मन बना लिया है। उन्होंने मुख्य विपक्षी दल को घेरते हुए कहा कि पार्टी के नेता दक्षिण भारत में उत्तर के खिलाफ बोलते हैं तो उत्तर में जाकर पश्चिम के खिलाफ जहर उगलते हैं, ये महापुरुषों के खिलाफ बोलते हैं और इन्होंने भाषा के आधार पर बांटने की हर कोशिश की है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘जिन नेताओं ने देश के हिस्सों को भारत से अलग करने की वकालत की थी, उन्हें चुनाव में टिकट देने का पाप कांग्रेस ने किया है। कांग्रेस पार्टी खुलेआम एक जाति को दूसरी जाति के खिलाफ लड़ने के लिए अफवाह फैला रही है। मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस देश में आर्थिक अराजकता फैलाने की दिशा में सोची समझी चाल चल रही है।
उन्होंने कहा, चुनाव के दौरान जो बातें की गईं। वे (कांग्रेस) अपने शासन वाले राज्यों में जिस तरह के कदम उठा रहे हैं, वो आर्थिक अराजकता की तरफ घसीटने वाला रास्ता है। उनके राज्य देश पर आर्थिक बोझ बन जाएं, ये खेल जानबूझकर खेला जा रहा है। मंचों से साफ-साफ घोषणा की गई कि मन का परिणाम नहीं आया तो चार जून को देश में आग लगा दी जाएगी, लोग एकत्रित होंगे, अराजकता फैलाएंगे। इनका यही मकसद है। प्रधानमंत्री के संबोधन शुरू होने से पहले कांग्रेस सदस्यों ने मणिपुर के मुद्दे पर कुछ देर बोलने की अनुमति लोकसभा अध्यक्ष से मांगी जिस पर अध्यक्ष ने कहा कि मणिपुर के सांसद को बोलने का मौका कल दिया जा चुका है। इसके बाद कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के सदस्य आसन के समीप आकर ‘मणिपुर को न्याय दो’ के नारे लगाने लगे। प्रधानमंत्री के पूरे भाषण के दौरान विपक्षी नेता नारेबाजी करते रहे।
—
बालकबुद्धि का चल रहा था विलाप
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के भाषण का परोक्ष जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, हमने कल सदन में यही बचकाना हरकत देखी है। कल यहां बालकबुद्धि का विलाप चल रहा था, मुझे मारा गया, मुझे इसने मारा, मुझे उसने मारा। सहानुभूति हासिल करने के लिए नया नाटक चलाया गया। मोदी ने कहा, बालकबुद्धि में न बोलने का ठिकाना होता, न व्यवहार का कोई ठिकाना होता है। इनकी सच्चाई पूरा देश समझ गया है। आज देश इनसे कह रहा है कि तुमसे ना हो पाएगा। इससे पहले प्रधानमंत्री ने पहली बार चुनकर आए सांसदों की चर्चा में भाग लेने के लिए प्रशंसा की। मोदी ने कहा, देश सचाई जानता है कि ये हजारों करोड़ रुपये की हेराफेरी के मामले में जमानत पर बाहर हैं। ये ओबीसी वर्ग के लोगों को चोर बताने के मामले में सजा पा चुके हैं। इनको देश की सर्वोच्च अदालत में गैर जिम्मेदाराना बयान के लिए माफी मांगनी पड़ी है। इन पर महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर जैसे महान व्यक्तित्व का अपमान करने का मुकदमा चल रहा है। देश की सबसे बड़ी पार्टी के अध्यक्ष को हत्यारा कहने का मुकदमा इन पर चल रहा है।
—
आज भारत के लक्ष्य बहुत विराट
पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत के लक्ष्य बहुत विराट हैं, आज भारत ऐसी स्थिति में पहुंचा है कि हमें खुद से स्पर्धा करनी है, अपने ही रिकार्ड तोड़ने हैं। विकास यात्रा को अगले स्तर पर ले जाना है। दस साल में हमने भारत को मोबाइल फोन का बड़ा विनिर्माता बना दिया, भारत को मोबाइल फोन का बड़ा निर्यातक बना दिया। मोदी ने कहा कि अब यही काम सेमीकंडक्टर और अन्य क्षेत्रों में करने जा रहे हैं जिससे दुनिया के महत्वपूर्ण कामों में इस्तेमाल होने वाली चिप भारत में बनेगी। उन्होंने कहा, ‘‘हम आधुनिक भारत की ओर जाएंगे, लेकिन जड़ों से जुड़े रहेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब तक चार करोड़ लोगों के लिए मकान बन चुके हैं और इस कार्यकाल में तेज गति से तीन करोड़ और मकान बनाए जाएंगे।
—
स्पीकर ने राहुल से किया सवाल
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को संबोधित करते हुए कहा, सदन के नेता बोल रहे हैं। आप अपने सदस्यों को आसन के पास आने का निर्देश देते हैं। यह तरीका सही नहीं है और संसदीय परंपराओं के विरुद्ध है। बिरला ने कहा कि विपक्ष के सदस्यों को बोलने का पर्याप्त समय दिया गया, उसके बाद सबसे पुरानी पार्टी का यह व्यवहार संसदीय परंपराओं के अनुरूप नहीं। प्रधानमंत्री ने कहा कि 2024 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी के लिए जनता ने आदेश दिया है कि वह विपक्ष में ही बैठे। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस के पास तर्क खत्म हो जाते हैं तो वे इसी तरह चीखते चिल्लाते रहते हैं।
—
विपक्ष के आचरण को लेकर निंदा प्रस्ताव पारित
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के दौरान विपक्षी सदस्यों द्वारा संसदीय मर्यादाओं को तार-तार करने की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव सदन में रखा जिसे ध्वनिमत से मंजूरी दी गई। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का प्रधानमंत्री मोदी के जवाब देने के बाद सिंह ने निंदा प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान जब प्रधानमंत्री का संबोधन चल रहा था तो उस दौरान विपक्ष द्वारा संसदीय मार्यादाओं को लगातार तार-तार किया गया। मैं प्रस्ताव करता हूं कि इस कृत्य की पूरा सदन भर्त्सना करता है। गृह मंत्री अमित शाह ने इस प्रस्ताव का अनुमोदन किया, जिसे सदन ने ध्वनिमत से मंजूरी दे दी। विपक्षी सदस्यों ने इस प्रस्ताव का विरोध किया।
00000

