सिंगर मोनाली ठाकुर के साथ कॉन्सर्ट में बदसलूकी

नई दिल्ली। सिंगर और एक्ट्रेस मोनाली ठाकुर के साथ हाल ही एक कॉन्सर्ट में बदसलूकी हुई, जिससे वह भड़क गईं। मोनाली ठाकुर इतने गुस्से में थीं कि उन्होंने कॉन्सर्ट बीच में रोक दिया और बदसलूकी करने वाले शख्स को खूब लताड़ा। कॉन्सर्ट के दौरान एक शख्स ने भीड़ के बीच खड़े होकर मोनाली ठाकुर के प्राइवेट पार्ट पर कमेंट किया। इससे मोनाली ठाकुर गुस्से से आगबबूला हो गईं। रिपोर्ट के मुताबिक, मोनाली शनिवार को एमपी के भोपाल की सेज यूनिवर्सिटी में परफॉर्म करने पहुंची थीं। यहां कॉन्सर्ट में कॉलेज के बच्चे थे और भारी भीड़ थी। इसी दौरान यह वाकया हुआ। इधर, आरोपी शख्स ने इस मामले पर सफाई दी कि उसने सिर्फ मोनाली के डांस मूव्स पर कमेंट किया था, और कुछ भी आपत्तिजनक नहीं कहा था। मोनाली ठाकुर एक नेशनल अवॉर्ड विनिंग सिंगर हैं और कई हिट गाने गा चुकी हैं, जिनमें ‘ये मोह मोह के धागे’, ‘सवार लूं’ और ‘जरा जरा टच मी’ जैसे गाने शामिल हैं। उन्होंने कई सिंगिंग रियलिटी शोज भी जज किए हैं।

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फ्रांस में हो रहे चुनाव, भारत में हुई वोटिंग

-3 राज्यों में बने थे मतदान केंद्र

नई दिल्ली। फ्रांस में हो रहे संसदीय चुनावों के पहले दौर में रविवार को भारत में भी फ्रांसीसी नागरिकों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। तमिलनाडु, केरल और केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी में फ्रांसीसी नागरिकों ने मतदान किया। पुडुचेरी में फ्रांस के महावाणिज्य दूतावास और चेन्नई में ब्यूरो डी फ्रांस ने स्थानीय अधिकारियों की मदद से चुनाव का आयोजन किया। इन जगहों पर 4,550 फ्रांसीसी नागरिक हैं। अधिकारियों ने चार स्थानों पर अलग-अलग मतदान केंद्र बनाए थे, जिसमें दो पुडुचेरी, एक चेन्नई में और एक कराईकल में था। फ्रांस की महावाणिज्य दूत लिसे टैलबोट बैरे ने भी अपना वोट डाला।

फ्रांस में रिकॉर्ड तोड़ मतदान

फ्रांस में पहले चरण के संसदीय चुनाव में रविवार को 65.5 प्रतिशत तक मतदान हुआ। वहीं, पिछले चुनाव 2022 में 47.5 फीसदी मतदान हुआ था। अनुमान लगाया जा रहा है कि नाजी युग के बाद सत्ता की बागडोर पहली बार राष्ट्रवादी और धुर-दक्षिणपंथी ताकतों के हाथों में जा सकती है। देश में तीन साल पहले दो चरणों में हो रहे संसदीय चुनाव सात जुलाई को संपन्न होंगे।

महंगाई बड़ा मुद्दा

कई फ्रांसीसी मतदाता महंगाई और आर्थिक चिंताओं से परेशान हैं और वे राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के नेतृत्व से भी निराश हैं। मरीन ले पेन की आव्रजन विरोधी ‘नेशनल रैली’ पार्टी ने इस असंतोष को चुनाव में भुनाया है और उसे विशेष रूप से टिकटॉक जैसे ऑनलाइन मंचों के जरिये हवा दी है।

चुनाव की प्रक्रिया

  • भारत की तरह फ्रांस में भी संसद के दो सदन हैं।
  • संसद के उच्च सदन को सीनेट और निचले सदन को नेशनल असेंबली कहा जाता है।
  • नेशनल असेंबली के सदस्य को आम जनता द्वारा चुना जाता है।
  • सीनेट को सदस्यों को नेशनल असेंबली के सदस्य और अधिकारी मिलकर चुनते हैं।

राष्ट्रपति का चुनाव अलग

  • फ्रांस में राष्ट्रपति का कार्यकाल पांच साल का होता है।
  • पूरा चुनाव दो चरणों में होता है।
  • चुनाव में मतदान प्रतिशत का अहम रोल होता है।
  • पहले चरण के चुनाव में 50% तक वोट लाने वाला उम्मीदवार विजयी घोषित होता है।
  • अगर ऐसा नहीं होता है तो दूसरे चरण का चुनाव होता है।

संसद में दलीय स्थिति

  • 577 सदस्य नेशनल एसेंबली में हैं
  • 289 सीटें बहुमत के लिए जरूरी
  • 169 सीटें हैं मैक्रों की रेनेसां पार्टी की
  • 88 सीटें हैं नेशनल रैली के पास

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