नीट पर उबाल, एनटीए दफ्तर पर एनएसयूआई ने जड़ा ताला, पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा


—-पेपर लीक मामले में दिल्ली समेत कई शहरों में प्रदर्शन, संसद में भी गूंजा मामल

—एक्शन में सीबीआई, बिहार में दो पर हिरासत में, कई राज्यों में जांच जारी

—सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई जारी, कोर्ट ने परीक्षा एजेंसी से पूछे सवाल

नीट पेपर लीक को लेकर एक तरफ जांच एजेंसी अपनी जांच को तेजी से आगे बढ़ा रही है तो दूसरी तरफ छात्रों के प्रदर्शन भी हो रहे हैं। दिल्ली में प्रदर्शन के दौरान एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने एनटीए दफ्तर पर ताला जड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इधर, सीबीआई ने बिहार से दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है।

नई दिल्ली। दिल्ली में गुरुवार को एनटीए के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन हुआ है। कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई ने जोरदार प्रदर्शन किया है। इस प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारी दिल्ली के ओखला में स्थित एनटीए के दफ्तर में घुस गए। एक वीडियो सामने आया है जिसमें नजर आ रहा है कि एनएसयूआई के कार्यकर्ता दौड़ कर दफ्तर के अंदर घुस रहे हैं। इस दौरान वो एनटीए के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे हैं। नाराज एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने एनटीए के दफ्तर में ताला जड़ दिया। एनएसयूआई के कई कार्यकर्ता एनटीए दफ्तर के अंदर ही बैठ कर प्रदर्शन करने लगे। यह प्रदर्शनकारी ‘एनटीए को बंद करो’ के नारे भी बुलंद कर रहे थे। इनके हाथों में पोस्टर-बैनर भी नजर आ रहे थे। ये सभी कार्यकर्ता लगातार नारेबाजी कर रहे थे और एनटीए पर छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ का आरोप लगा रहे थे।

बता दें कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं को लेकर विवादों में घिरी है। हाल में आयोजित नीट-यूजी और यूजीसी-नेट को लेकर विवादों का सामना करने वाली एजेंसी के महानिदेशक को पिछले हफ्ते हटा दिया गया और एक उच्चस्तरीय समिति इसके कामकाज की समीक्षा कर रही है।

संसद घेरने का प्रयास

युवा कांग्रेस ने नीट-यूजी परीक्षा में धांधली के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता वरुण पांडे ने बताया कि संगठन के अध्यक्ष श्रीनिवास बी. वी. के नेतृत्व में यहां जंतर-मंतर से संसद का घेराव के लिए एकत्रित हुए कार्यकर्ता जब संसद की तरफ बढ़ने लगे तो दिल्ली पुलिस ने बैरिकेडिंग कर उन्हें रोका लेकिन उत्साहित कार्यकर्ता आगे बढ़ने का प्रयास करने लगे तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। उन्होंने बताया कि इस दौरान कई युवा घायल हुए हैं। पुलिस लगातार डंडे मारती रही जिसमें कई युवाओं को गंभीर चोट आई है।

सीबीआई ने दो लोगों को हिरासत में लिया

सीबीआई ने प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में पहली बार गिरफ्तारियां कीं और पटना से दो लोगों को हिरासत में लिया। अधिकारियों ने बताया कि मनीष कुमार और आशुतोष कुमार ने परीक्षा से पहले अभ्यर्थियों को सुरक्षित परिसर कथित तौर पर मुहैया कराए जहां उन्हें लीक हुए प्रश्नपत्र तथा उत्तर पुस्तिकाएं दी गईं। उन्होंने कहा कि दोनों को पटना में विशेष अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई अब पूछताछ के लिए उनकी हिरासत मांगेगी। उन्होंने बताया कि आशुतोष कुमार ने कथित तौर पर पटना में ‘लर्न ब्वॉयज हॉस्टल एंड प्ले स्कूल’ किराए पर लिया था, जहां से बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने नीट-यूजी के आधे जले हुए प्रश्नपत्र बरामद किए थे।

सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए से मांगा जवाब

सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए से जानना चाहा कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट)-स्नातक 2024 में शामिल हुए अभ्यर्थियों को दी गई ओएमआर शीट से संबंधित शिकायतों को उठाने के लिए कोई समयसीमा है या नहीं। न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा और न्यायमूर्ति एसवीएन भट्टी की अवकाशकालीन पीठ ने एक निजी कोचिंग सेंटर और कुछ नीट अभ्यर्थियों द्वारा दाखिल नयी याचिकाओं पर एनटीए को नोटिस जारी किया तथा इन याचिकाओं पर सुनवाई लंबित मामलों के साथ आठ जुलाई के लिए निर्धारित कर दी।

23 लाख से अधिक ने दिलाई थी परीक्षा

नीट-यूजी परीक्षा देशभर में सरकारी तथा निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए एनटीए द्वारा आयोजित की जाती है। इस साल यह परीक्षा 571 शहरों में 4,750 केंद्रों पर पांच मई को आयोजित की गयी। इसमें 23 लाख से अधिक उम्मीदवार बैठे थे। सीबीआई ने इस मामले में पहली प्राथमिकी रविवार को दर्ज की थी। इससे एक दिन पहले सरकार ने घोषणा की थी कि वह परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच सीबीआई को सौंपेगी।

इधर, संसद में बोलीं राष्ट्रपति

पेपर लीक की निष्पक्ष जांच कराने सरकार प्रतिबद्ध

संसद में अभिभाषण के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि सरकार पेपर लीक की हालिया घटनाओं की निष्पक्ष जांच कराने और दोषियों को सजा दिलाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने इस मामले में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर राष्ट्रीय स्तर पर कड़े कदम उठाने की आवश्यकता भी जताई। 18 लोकसभा में पहली बार संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए मुर्मू ने कहा कि उनकी सरकार देश के युवाओं को बड़े सपने देखने और उन्हें साकार करने में सक्षम बनाने के लिए माहौल तैयार करने का काम कर रही है। जिस वक्त वह शिक्षा के मोर्चे पर सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का जिक्र कर रही थीं, उस वक्त विपक्ष के कुछ सदस्यों को मेडिकल पाठ्यक्रम में प्रवेश से संबंधित राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (नीट) में कथित अनियमितताओं को लेकर नारे लगाते सुना गया। राष्ट्रपति ने कहा, सरकारी भर्ती हो या फिर परीक्षाएं, किसी भी कारण से इनमें रुकावट उचित नहीं है। इनमें शुचिता और पारदर्शिता बहुत ज़रूरी है। हाल ही में कुछ परीक्षाओं में हुई पेपर लीक की घटनाओं की निष्पक्ष जांच और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।” उन्होंने कहा, ‘‘इससे पहले भी हमने देखा है कि कई राज्यों में पेपर लीक की घटनाएं होती रही हैं। इस पर दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देशव्यापी ठोस उपाय करने की जरूरत है।

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