एक करोड़ के इनामी नक्सली ने इलाज के अभाव में जंगल में तोड़ा दम

ताड़मेटला, रानीबोदली समेत कई बड़ी वारदातों का था मास्टरमाइंड

पांच दशक से नक्सल संगठन में, छग आंध्र, ओडिशा, तेलगांना व महाराष्ट्र में था सक्रिय

फोटो नक्सली मौत

जगदलपुर

पांच दशक से नक्सल संगठन में रहते हुए कई बड़ी वारदातों का मास्टर माइंड एक करोड़ के इनामी सेंट्रल कमेटी मेंबर कामरेड आनंद उर्फ कटकम सुदर्शन की लंबी बीमारी के बाद बस्तर के जंगल में मौत हो गई है। नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी ने जारी पर्चे में बताया कि केंद्रीय कमेटी के पोलित ब्यूरो सदस्य कामरेड आंनद 5 दशक तक बिना थके काम कर रहे थे। लंबी सांस सबंधी बीमारी, शुगर व बीपी की समस्याओं से पिछले कुछ वर्षों से जूझ रहे थे। उन्होंने तेलंगाना-दंडकारण्य की सीमा पर एक गुरिल्ला बेस में अपनी अंतिम सांस ली। मौत के बाद नक्सल संगठन द्वारा अपने ही किसी ठिकाने में अंतिम संस्कार किए जाने की जानकारी है हालांकि नक्सलियों ने मौत की तारीख को काल्पनिक बताया है।

सेंट्रल कमेटी द्वारा जारी 32 पेज के प्रेसनोट के मुताबिक पीएलजीए की मेडिकल टीम इलाज कर रही थी। बावजूद तबीयत में कोई सुधार नहीं आया और आनंद की मौत हो गई। प्रेस नोट के मुताबिक आनंद उर्फ सुदर्शन पिछले 50 साल से संगठन के साथ जुड़कर काम कर रहा था। इस दौरान वह एरिया कमेटी मेंबर से लेकर डीकेएसजेडसी, जोनल कमेटी मेंबर, सचिव से लेकर केंद्रीय कमेटी मेंबर के पद पर रहा। वह वर्ष 2021 से मौत की तारीख तक पोलित ब्यूरो मेंबर के रूप में काम कर रहा था।

टॉप कैडर नक्सली था

बस्तर में हुई कई नक्सल वारदातों का मास्टर माइंड पोलित ब्यूरो मेंबर आनंद उर्फ सुदर्शन टॉप कैडर नक्सली था। बस्तर में अब तक हुई वारदातों की स्ट्रैटजी बनाने का काम उसने किया था। नक्सली कैसे अटैक करेंगे, कहां से जवानों को घेरेंगे, वह इस तरह की प्लानिंग का मास्टरमाइंड था।

इन बड़ी घटनाओं का मास्टरमाइंड

  • सन 2007 में रानीबोदली कैंप पर हमले में 55 जवान शहीद
  • सन 2010 में ताड़मेटला हमले में 76 जवान शहीद
  • सन 2010 में चिंगावरम में बस को आईईडी ब्लास्ट से उड़ाया, 20 जवान शहीद
  • मार्च 2014 में सुकमा के टाहकवाड़ा हमले में 16 जवानों की शहादत,
  • अप्रैल 2017 में सुकमा जिले के बुरकापाल में हुए हमले में 25 जवान शहीद
  • सन 2020 में सुकमा के चिंतागुफा इलाके के मिनपा में 17 जवानों की शहादत
  • सन 2021 में बीजापुर के टेकलगुड़म में 22 जवान शहीद
  • सन 2023 में दंतेवाड़ा आईईडी में एक वाहन चालक समेत 10 डीआरजी जवानों की शहादत

बॉक्स…

बड़ा झटका

नक्सल संगठन में रहते हुए आनंद ने आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में काम किया है। नक्सली विचारधारा का प्रचार-प्रसार करना, नए लड़ाकों को संगठन से जोड़ना, पार्टी को मजबूती देने का काम किया करता था। नक्सलियों की केंद्रीय कमेटी ने कहा कि आनंद की मौत से संगठन को बड़ा झटका लगा है।

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