चांद के अंधेरे हिस्से से मिट्टी लाने वाला पहला देश बना चीन

चैंग’ई-6 लैंडर 53 दिन बाद कैप्सूल में सैंपल लेकर धरती पर लौटा

(फोटो : मून)

नई दिल्ली। चीन का मून मिशन चांद की सतह से मिट्टी लेकर धरती पर पहुंच गया है। इसी के साथ वह पहला देश बन गया है, जो चांद के अंधेरे हिस्से से सैंपल लाने में सफल रहा है। चीनी नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन का चैंग’ई-6 लैंडर 53 दिन बाद कैप्सूल में सैंपल लेकर धरती पर लौटा है। यह अंतरिक्ष यान मंगलवार दोपहर को उत्तरी चीन में उतरा। चीन ने 3 मई को चैंग’ई-6 मिशन लॉन्च किया था। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, इस प्रोब का लक्ष्य चांद के सबसे दूर वाले हिस्से (जहां अंधेरा होता है) पर जाकर सैंपल इकट्ठे करके इन्हें धरती पर भेजना था। चीनी वैज्ञानिकों का अनुमान है कि पृथ्वी पर लाए गए नमूनों में 25 लाख वर्ष पुरानी ज्वालामुखीय चट्टान और अन्य सामग्री शामिल हैं। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि इससे चंद्रमा के दोनों छोरों पर भौगोलिक अंतर के बारे में सवालों के जवाब मिल जाएंगे।

कई सवालों के मिलेंगे जवाब

‘चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज’ में भू-विज्ञानी जोंग्यु युए ने ‘इनोवेशन मंडे’ नाम की पत्रिका में प्रकाशित एक बयान में कहा, ‘‘इन नमूनों से चंद्र विज्ञान अनुसंधान में सबसे मौलिक वैज्ञानिक प्रश्नों में से एक का जवाब मिल सकता है।’’ चीन ने हाल के वर्षों में चंद्रमा तक कई सफल मिशन भेजे हैं। उसके चांग’ई 5 अंतरिक्ष यान ने चंद्रमा के निकटतम भाग से नमूने एकत्रित किए थे।

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चीन की उपलब्धि

चीन ने साल 2004 में अपना लूनर मिशन लॉन्च किया था। 2007 से अब तक वह पांच रोबोटिक मिशन शुरू कर चुका है। चांग’- 5, दिसंबर 2020 को चंद्रमा पर उतरा था। इस मिशन के तहत चांद की 1731 ग्राम चट्टानें और मिट्टी को पृथ्वी पर लाया जा सका था। इसे एक उपलब्धि माना गया था। इससे पहले चीन का ही चाग’ई 4 मिशन साल 2019 में चांद के फार साइड पर जाने वाला पहला मिशन था। चीन इकलौता ऐसा देश है जो चांद के दूसरे हिस्से तक अपना लैंडर भेज पाया है। (एपी)

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