जेल से बैठे-बैठे मास्टर माइंड रवि ने कराया नीट का पेपर लीक, देशभर में विपक्ष ने किया प्रदर्शन

पटना और नालंदा की सीमा पर उसके गैंग ने नीट का पेपर करवाया था लीक

नई दिल्ली। नीट पेपर लीक मामले में रोजाना नए खुलासे होते जा रहे हैं। अब इस केस में रवि अत्री गैंग का नाम सामने आया है। रवि अत्री फिलहाल यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक कराने के मामले में उत्तर प्रदेश की मेरठ जेल में बंद है। उसका नाम यूपी में कई परीक्षाओं के पेपर लीक में पहले आ चुका है। बताया जा रहा है कि उसके गैंग ने पटना और नालंदा के बॉर्डर से नीट परीक्षा का पेपर लीक करवाया था। इधर, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर पेपर लीक मामले में उनके पीएस का नाम सामने आ रहा है तो उससे पूछताछ की जाए। हालांकि, परीक्षा बोर्ड अभी तक पेपर लीक की बात से इनकार कर रहा है। नीट पेपर लीक के मामले में कांग्रेस समेत विपक्षी दलों व छात्रों ने देशभर में प्रदर्शन किया।

बता दें कि नीट पेपर लीक का मुख्य आरोपी रवि अत्री मूल रूप से नोएडा के लिम्का गांव का रहने वाला है। उसके खिलाफ पहले ही कई प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक करने के केस दर्ज हैं। आरोपी एमबीबीएस का ड्रॉप आउट स्टूडेंट है। रवि के खिलाफ यूपी पुलिस कांस्टेबल, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की स्टेनो परीक्षा और 2012 में नीट पीजी का पेपर लीक करने के मामले दर्ज हैं। रवि अत्री 2007 में मेडिकल की पढ़ाई के लिए राजस्थान के कोटा गया था। यहीं से वह सॉल्वर गैंग के संपर्क में आया और अपराध की दुनिया में सक्रिय हो गया। रिपोर्ट के मुताबिक पटना और नालंदा की सीमा से नीट का पेपर लीक होने के सबूत ईओयू को मिले हैं। बताया जा रहा है कि परीक्षा से एक दिन पहले ही सॉल्वर गैंग को नीट का पेपर मिल गया था। पटना के एक स्कूल और हॉस्टल में नीट अभ्यर्थियों को जमा कर उनसे प्रश्न पत्र रटवाया गया। रांची के भी एक कॉलेज में छात्रों से पेपर हल करवाने की जानकारी सामने आई है।

रवि अत्री के दो गुर्गे अभी भी फरार

पटना और नालंदा बॉर्डर से पेपर लीक कराया गया था। उसके बिहार में दो गुर्गे हैं, इनका नाम अतुल वत्स और संजीव मुखिया है। अतुल मूलरूप से जहानाबाद जिले का रहने वाला है, वो फरार है। संजीव मुखिया नालंदा का रहने वाला है, वह भी फरार है। अधिकारिक सूत्रों के हवाला से दावा किया गया है कि बिहार ईओयू के इस बारे में सबूत मिले हैं।

एमबीबीएस का स्टूडेंट रहा रवि अत्री

रवि अत्री ग्रेटर नोएडा के लिम्का गांव का रहने वाला है। वह 2007 में मेडिकल की तैयारी करने कोटा गया था, लेकिन वहां सॉल्वर गैंग के संपर्क में आ गया। 2012 में उसने हरियाणा का प्री मेडिकल टेस्ट पास किया था और एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए रोहतक के पीजीआई में एडमिशन लिया। हालांकि, उसने पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। रवि अत्री पहले भी मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम का पेपर लीक करवा चुका है। उसका नाम 2012 में एसबीआई की स्टेनोग्राफर परीक्षा के पेपर लीक में भी आया था। उस वक्त दिल्ली पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

नालंदा पहुंची ईओयू टीम, छापेमारी की

नीट पेपर लीक मामले में बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की टीम ने नालंदा में छापेमारी की है। ईओयू टीम शुक्रवार को जिले के नगरनौसा स्थित पेपर लीक के आरोपी संजीव मुखिया के घर पर रेड मारी। संजीव मुखिया फिलहाल फरार है। उसके रवि आत्री गैंग से जुड़े होने की बात भी सामने आई है।

संजीव मुखिया का बेटा फिलहाल जेल में

नालंदा के रहने वाले संजीव मुखिया की ईओयू को तलाश है। रिपोर्ट्स के मुताबिक वह बीते 14 साल से भर्ती परीक्षाओं के पेपर आउट करने का काम कर रहा था। उसका बेटा डॉक्टर शिव कुमार फिलहाल जेल में बंद है, उसका नाम बीपीएससी शिक्षक बहाली फेज 3 के पेपर लीक में आया था। संजीव भी पहले जेल जा चुका है।

नालंदा में तकनीकी सहायक है संजीव

संजीव मुखिया नालंदा उद्यान महाविद्यालय में तकनीकी सहायक के तौर पर कार्यरत है। 2016 में उत्तराखंड पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। पेपर लीक का आरोप लगने से पहले वह सबौर कृषि महाविद्यालय में कार्यरत था। मामले में नाम आने के बाद उसका तबादला नूरसराय के नालंदा उद्यान कॉलेज में कर दिया गया था। कॉलेज प्रशासन की मानें तो संजीव मुखिया बिना सूचना के कॉलेज से बीते कुछ दिनों से गायब है।

वाट्सअप व इंस्टाग्राम पर लीक हुआ पेपर

बताया जा रहा है कि नीट का पेपर परीक्षा से ठीक एक दिन पहले सॉल्वर गैंग का मिल गया था। रांची में एक मेडिकल कॉलेज के 10 विद्यार्थियों ने इस पेपर को सॉल्व कर लिया था। बाद में पेपर लीक करने वाले आरोपियों ने वाट्सएप व इंस्टाग्राम के जरिए इसे नीतीश कुमार और अमित आनंद तक पहुंचाया था। दोनों आरोपी पटना में थे। दोनों आरोपियों ने अभ्यर्थियों को पेपर रटवाकर अगले दिन सेंटर तक पहुंचाया था। पटना पुलिस सभी आरोपियों को अरेस्ट कर चुकी है।

मेरे पीए को बुलाकर कर ले पूछताछ : तेजस्वी

पेपर लीक कांड में तेजस्वी यादव के पीएस प्रीतम का नाम सामने आने के बाद तेजस्वी ने कहा कि मेरे पीए-पीए को बुलाकर खुद पूछताछ कर लें सीएम नीतीश। तेजस्वी, कहा- मैं हर जांच के लिए तैयार हूं। बता दें कि पेपर लीक कांड को लेकर डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर जो आरोप लगाए हैं, उस पर तेजस्वी यादव का रिएक्शन सामने आया है। तेजस्वी ने स्पष्ट शब्दों में कह दिया है कि मुद्दे को डायवर्ट करने की कोशिश की जा रही है।

काउंसलिंग प्रोसेस नहीं रुकेगी, 8 को सुनवाई

शुक्रवार को शीर्ष अदालत ने एक बार फिर काउंसलिंग प्रोसेस पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस विक्रम नाथ और एसवीएन भट्टी की वेकेशन बेंच ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने नई याचिकाओं को लंबित पिटीशंस के साथ टैग किया। जिन पर 8 जुलाई को एक साथ सुनवाई होगी।

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