प्रधान आरक्षक व आरक्षक ने तोडा दम, एक आरक्षक समेत दो घायल, भुताही व पुंदाग के बीच हुई घटना
छस बल 10वीं बटालियन को रामचंद्रपुर से किया गया था पुंदाग शिफ्ट
अम्बिकापुर। बुधवार की देर शाम भुताही मोड़ व पुंदाग के बीच सीएएफ जवानों की पिकअप पलट गई। इस घटना में एक प्रधान आरक्षक व एक आरक्षक समेत दो जवानों की मौत हो गई। कैम्प शिफ्टिंग के दौरान घटना उस वक्त हुई जब जवान कैंप का सामान लेकर घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र पुंदाग में स्थापित किए गए कैम्प जा रहे थे। हादसे के कारणों का अब तक पता नही चल सका है लेकिन ब्रेक नहीं लगने अथवा स्टेरिंग काम नहीं करने से घटना की आशंका जताई जा रही है। इस घटना की जांच शुरू कर दी गई है वहीं आज श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद जवानों के पार्थिव शरीर को गृह ग्राम के लिए रवाना किया गया।
बता दें कि बलरामपुर जिले के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र चुनचुना पुंदाग व बूढ़ा पहाड़ में नक्सलियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर उन्हें खदेड़ा गया है और अंतिम छोर पर बसे पुंदाग में भी कैंप की स्थापना की गई है। बुधवार को रामचंद्रपुर में तैनात छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल 10वीं बटालियन डी कम्पनी के जवानों का डिप्लॉयमेंट पुंदाग कैंप किया गया था। इसके बाद जवानों को दो बस, दो ट्रक व एक बड़े ट्रक से सामानों के साथ पुंदाग रवाना किया गया। देर शाम सभी जवान बंदरचुआं कैंप पहुंचे थे लेकिन इसके आगे बढे ट्रक जाने का रास्ता नहीं था इसलिए कच्चे रास्ते पर पिकअप के जरिए समान को पुंदाग कैंप तक पहुंचाने का काम किया जा रहा था। इसी बीच सीएएफ का प्रधान आरक्षक फतेहबहादुर सिंह, आरक्षक नारायण प्रसाद, राम प्रताप पिकअप से एक राउंड सामान को पुंदाग कैंप तक छोड़कर आ गए थे और दूसरी बार बचे हुए सामान को लेकर पिकअप से पुंदाग की ओर जा रहे थे इस दौरान देर शाम लगभग साढ़े सात बजे भुताही और पुंदाग के बीच सड़क किनारे पिकअप अनियंत्रित होकर पलट गया। पिकअप सड़क से नीचे पलटकर एक पेड़ से जाकर टकराया। इस दौरान पिकअप में सामने की ओर बैठे प्रधान आरक्षक फतेहबहादुर सिंह व चालक वाहन में ही बुरी तरह फंस गए जबकि पीछे बैठे दोनों आरक्षक वाहन से बाहर जाकर गिरे। जंगली एरिया होने के कारण क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क नहीं है इस लिए घटना की जानकारी लेट से मिल पाई और पुलिस टीम को घटना स्थल के लिए रवाना किया गया जिसके बाद घटना की पुष्टि हुई।
कड़ी मशक्कत के बाद निकाला गया बाहर
घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया। देर रात एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह समेत आला अधिकारी घटना स्थल के लिए रवाना हुए। घटना के बाद पिकअप पेड़ से जाकर टकराया इससे सामने बैठे प्रधान आरक्षक व चालक वाहन में ही बुरी तरह से फंसे हुए थे। टीम द्वारा जेसीबी के माध्यम से पिकअप को पेड़ से अलग किया गया जिसके बाद घायलों को बाहर निकाला गया। इस घटना में प्रधान आरक्षक यूपी अंबेडकरनगर के जैतपुर नूरपुरकला चिरईयाडांड़ निवासी फतेहबहादुर सिंह आ. तीजू राम की मौके पर ही मौत हो गई जबकि पिकअप से बाहर गिरे आरक्षक बतौली विकासखंड के ग्राम पोकसरी निवासी नारायण प्रसाद आ. स्व. बाल मुकुंद ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। इस घटना में घायल आरक्षक सीतापुर निवासी राम प्रताप को प्राथमिक उपचार के बाद अंबिकापुर रिफर किया गया व चालक का उपचार कुसमी में जारी है। घायल आरक्षक का उपचार निजी अस्पताल में चल रहा है और उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
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जवानों को दी गई अंतिम विदाई
आज इस घटना के बाद मृतक जवानों का पीएम कराया गया और उसके बाद जवानों के शवों को उनके गृहग्राम के लिए रवाना किया गया। इसके पूर्व एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह सहित आला अधिकारियों ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर अंतिम विदाई दी। इसके बाद जवानों के पार्थिव शरीर को उनके गृह ग्राम रवाना किया गया। इस दौरान जवानों को साथियों ने नम आंखों से विदाई दी।
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घटना का कारण अस्पष्ट
जवानों का पिकअप दुर्घटनाग्रस्त होने को लेकर अब तक कारणों का पता नहीं चल सका है। जिस स्थान पर यह घटना हुई है वह सड़क कच्ची है इस लिए अधिकारी वाहन की रफ्तार तेज होने से इनकार कर रहे है। ऐसे में सिर्फ यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि वाहन की स्टेरिंग फेल हो गई होगी या फिर ब्रेक नहीं लग पाया। फिलहाल इस घटना की जांच की जा रही है और जांच के बाद कारणों का पता चल सकेगा।
चल रही है जांच
कंपनी का रामचंद्रपुर से पुंदाग कैंप डिप्लॉयमेंट किया गया था। इस दौरान बड़े ट्रक बंदरचुंआ तक ही जा सकते थे इस लिए पिकअप से एक प्रधान आरक्षक व दो आरक्षक ट्रक से सामान खाली कर कैंप लेकर जा रहे थे। दूसरे राउंड में सामान लेकर जाते समय यह घटना हुई। इस घटना में एक प्रधान आरक्षक व एक आरक्षक की मौत हुई है। घायल आरक्षक व चालक का उपचार जारी है। जवानों के पार्थिव शरीर को उनके गृह ग्राम रवाना कर दिया गया है और घटना की जांच चल रही है।
डॉ. लाल उमेद सिंह, एसएसपी
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