यूएन में बोला पाक, कश्मीर पर कोई नहीं सुनता हमारी

-पड़ोसी देश ने फिर रोया दुखड़ा

नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र में लगातार पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे पर भारत को घेरने की कोशिश करता रहता है, लेकिन कभी भी अपने गिरेबान में झांकने की कोशिश नहीं करता। अब पाकिस्तान ने फिर से यूएन में अपना दुखड़ा रोया है, हालांकि भारत भी अपना पक्ष रखता रहता है। कश्मीर मुद्दे को लेकर पाकिस्तान ने यूएन में नाराजगी जताई है। उसने यूएन पर भी सवाल उठाए हैं। पाकिस्तान का कहना है कि उसके उठाए गए मुद्दों पर यूएन ने ध्यान नहीं दिया है। न्यूयॉर्क के यूएन मुख्यालय में पाकिस्तान के उप स्थायी प्रतिनिधि राजदूत उस्मान जादून ने कहा कि हम युद्ध क्षेत्रों से गायब लोगों के मुद्दे पर बात करने के लिए मीटिंग को बुलाने का स्वागत करते हैं। पाकिस्तान ने बार-बार गुमशुदगी का मामला उठाया है। कश्मीर में भारत की पुलिस और सुरक्षा बल जो कर रहे हैं, उसे भयानकता की श्रेणी में रखा जा सकता है। हजारों कश्मीरी युवा लापता हैं। पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि अगस्त 2019 के बाद से कश्मीर में भारतीय सेना ने 13,000 लड़कों को गायब किया है, लेकिन फिर भी दुनिया इस पर चुप बैठी है, कोई इन मामलों पर ध्यान नहीं दे रहा है।

पाकिस्तान ने कहा, फिर भी चुप है यूएन

भारत पर आरोप लगाते हुए पाकिस्तान ने यूएन पर भी सवाल उठाए। इतना कुछ होने के बाद भी यूएन चुप बैठा है। पाकिस्तानी प्रतिनिधि ने कहा कि कश्मीर में हजारों महिलाएं हैं, जो ये नहीं जानतीं कि उनके पति जिंदा भी हैं या नहीं. इनको कश्मीर में हाफ विडो कहा जाता है। कश्मीर में जिस तरह से लोगों को उठाकर गायब किया गया है, वो बहुत गंभीर है। ये गंभीर मानवीय मुद्दा है और हम चाहते हैं कि यूएन और मानवाधिकार की संस्थाएं इसे उठाएं. पाकिस्तान ने कहा कि कश्मीर की हाफ विडो महिलाओं को यह जानने का अधिकार से भी नहीं दिया जा रहा कि उनके परिवार के सदस्य जीवित हैं या नहीं. मौत होने की स्थिति में उन्हें दफनाने और शोक मनाने से भी वंचित किया जाता है।

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