72 घंटे की अवधि पूर्ण होते ही सड़क पर उतरा बजरंग दल, किया एनएच जाम
पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी
एनएच 343 पर वाहनों की लंबी कतार
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बलरामपुर। बजरंग दल के जिला संयोजक की मौत अवैध शिकार के लिए लगाए गए करंट से हुई थी। घटना को लेकर बजरंग दल के कार्यकर्ता एक बार फिर से सड़क पर उतर आए और एनएच 343 पर चक्का जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों को पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने समझाइस देकर मामला शांत कराया। पुलिस ने इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है।
बता दें कि नगर के वार्ड क्रमांक 1 निवासी 24 वर्षीय सुजीत सोनी आ. नंदलाल सोनी व 21 वर्षीय किरण काशी की लाश 27 मई की सुबह डूमरखी जंगल में संदिग्ध रूप से मिली थी। मृतक सुजीत सोनी बजरंग दल का जिला संयोजक था और गौ तस्करों के विरुद्ध सक्रिय रूप से काम करता था। बजरंग दल के नेता की संदिग्ध परिस्थितयों में हुई मौत के मामले में नगर में आक्रोश भड़क उठा था और व्यापारी संघ, बजरंग दल ने नगर बंद करने के साथ ही चांदो चौक पर चक्का जाम कर विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान पुलिस व प्रशासन की टीम ने प्रदर्शनकारियों को 72 घंटे के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार करने का लिखित आश्वासन दिया था जिसके बाद चक्का जाम समाप्त हुआ था। गुरुवार की दोपहर ढाई बजे 72 घंटे की अवधि समाप्त होते ही एक बार फिर से बजरंग दल के कार्यकर्ता व नगरवासी सड़क पर उतर आए और चांदो चौक पर चक्का जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों द्वारा बीच सड़क पर टेंट पंडाल लगाकर प्रदर्शन किया जा रहा है। इस दौरान सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों को समझाइश दी जा रही है लेकिन फिलहाल मामला शांत होता नजर नहीं आ रहा है। रात तक एनएच पर प्रदर्शन का दौर जारी है।
तीन लोगों को लिया गया हिरासत में
सुजीत सोनी व किरण काशी की मौत के पीछे हत्या की बात कही जा रही थी लेकिन मामले में प्रारंभिक जांच में करंट से मौत की पुष्टि होने के बाद पुलिस के जांच की दिशा बदल गई। पुलिस ने जांच उपरान्त तीन ग्रामीणों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जिससे इस बात की पुष्टि हुई है कि आरोपियों द्वारा जंगल के अंदर तरंगित तार शिकार के लिए लगाया था। पुलिस ने मामले में परिश्रम, शिलो व शिवचरण नामक ग्रामीणों को हिरासत में लिया है। आरोपियों ने जंगली सूअर के शिकार हेतु फंदा लगाने की बात स्वीकार की है। वहीं घटना के बाद आरोपी तार व फंदा निकालकर फरार हो गए थे। पुलिस ने आरोपियों से तार, खूंटी, लाठी व टांगी बरामद किया है। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है जिसके बाद इस मामले का खुलासा हो सकेगा। बड़ी बात यह है कि बलरामपुर जिले में ग्रामीणों द्वारा खुलेआम तरंगित तार का जाल बिछाकर जंगली जानवरों का शिकार किया जाता है और हाईटेंशन तार की चपेट में आकर हाथी व इंसानों की मौत के कई मामले पहले भी सामने आ चुके है।
घटना स्थल पर लोगों के साथ पहुंची पुलिस
आज आरोपियों द्वारा जुर्म कबूल करने के बाद पुलिस टीम आरोपियों को लेकर नगरवासियों, बजरंग दल, भाजपा के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के साथ घटना स्थल पर पहुंची थी। इस दौरान पुलिस ने आरोपियों से पूरी जानकारी ली लेकिन इसके बाद भी नगरवासी पुलिस की कहानी पर यकीन नहीं कर रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि पुलिस मामले में जांच को बदलकर असल आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही है।
नागरिकों में आक्रोश, प्रदर्शन जारी
घटना के बाद से नागरिकों में आक्रोश है।प्रदर्शन कर रहे बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के साथ ही आम नागरिकों ने चांदो चौक पर प्रदर्शन को देखते हुए एसपी डॉ. लाल उमेद सिंह, एएसपी शैलेन्द्र कुमार पांडेय व आला अधिकारी मौके पर पहुंचे थे और उन्हें समझाने का प्रयास किया। धरना प्रदर्शन के कारण एनएच 343 पर आवागमन पूर्ण रूप से बंद है और सड़क के दोनों ओर यात्री बसों, ट्रकों की कतार लगी हुई है।
चल रही है पूछताछ
युवक युवती की मौत के मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। उनके पास से तंरगित तार, टंगिया व अन्य सामान बरामद किए गए है। दोनों की मौत करंट से ही हुई है। आरोपियों से कुछ पूछताछ और की जानी है। प्रदर्शनकारियों को भी समझाइश दी जा रही है।
शैलेन्द्र पांडेय, एएसपी
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