मनुस्मृति का कर रहे थे विरोध, फाड़ डाली अंबेडकर की तस्वीर

-मुश्किल में शरद पवार की पार्टी के नेता

मुंबई। शरद पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी-एसपी) के नेता जितेंद्र आव्हाड ने मनुस्मृति के एक श्लोक को पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने के विरोध में बाबासाहेब अंबेडकर का पोस्टर फाड़ दिया। इस घटना पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। हालांकि, व्यापक निंदा के बाद, जितेंद्र आव्हाड ने महाराष्ट्र के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए उनसे “बिना शर्त माफी” मांग ली। घटना के बारे में बताते हुए आह्वाड ने कहा, “भावनात्मक रूप से मनुस्मृति का विरोध करते हुए मैंने पोस्टर फाड़ दिया क्योंकि उस पर मनुस्मृति शब्द लिखा था। मुझे नहीं पता था कि उस पर बाबासाहेब की तस्वीर है। विपक्ष इस पर राजनीति करेगा। मैंने गलती की। मैं बहुत ज्यादा ध्यान नहीं देने के लिए माफी मांगता हूं!”

भाजपा ने की निंदा

आव्हाड की इस हरकत की निंदा करते हुए भाजपा ने शरद पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी गुट पर हमला बोला है। पार्टी नेता ने कहा, “उन्होंने बाबा साहब के पोस्टर फाड़ दिए। यह सिर्फ अंबेडकर का ही नहीं बल्कि पूरे दलित समुदाय का अपमान है।” न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने अंबेडकर की तस्वीर फाड़ने के लिए जितेंद्र आव्हाड के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की। एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता उमेश पाटिल ने मांग की कि आव्हाड को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए और राज्य सरकार को डॉ. बीआर अंबेडकर की तस्वीर फाड़ने और उसे रौंदने के लिए उनके खिलाफ तुरंत मामला दर्ज करना चाहिए। पाटिल ने कहा, “मनुस्मृति को जलाने के नाम पर भागेंद्र (जितेंद्र) आव्हाड ने बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति को फाड़ दिया और उसे रौंद दिया।” पाटिल ने यह भी कहा कि आव्हाड को पार्टी से निकाल दिया जाना चाहिए।

000

प्रातिक्रिया दे