टुकड़ों में मृतकों के अंगों को एकत्रित कर डीएनए कराए जाने की तैयारी
ग्रामीण अभी भी डटे हुए बारूद फैक्ट्री के गेट पर
भिलाई/बेमेतरा। बेमेतरा जिले के बेरला ब्लॉक बोरसी पिरदा स्थित बारूद फैक्ट्री में विस्फोट के बाद एनडीआरएफ आैर एसडीआरएफ की संयुक्त टीम ने 48 घंटे रेस्क्यू अभियान चलाकर फैक्ट्री के मलबों में से मानव शरीर के अंगों को मांस के लोथड़े के रूप में काली झिल्लियों में एकत्रित किया। रेस्क्यू ऑपरेशन में एक भी मानव का साबुत शरीर नहीं मिला है। बारूद फैक्ट्री काम करने वाले 8 मजदूरों की गुमशुदगी कंडकर पुलिस चौकी में दर्ज की गई है। फैक्ट्री के मलबों में मिले मांस के लोथड़ों का डीएनए कराए जाने की बेमेतरा जिला प्रशासन ने आैपचारिकता शुरू कर दी है। इन पंकि्तयों के लिखे जाने तक प्रशासन ने बारूद फैक्ट्री धमाके में कितने मजदूर कालकलवित हुए है इसकी पुष्टि नहीं की है।
शनिवार की सुबह 7 बजकर 55 मिनट पर बेरला ब्लॉक बोरसी पिरदा स्थित स्पेशल ब्लास्ट प्राइवेट लिमिटेड में अचानक जोरकर धमाका हुआ। धमाके के बाद अफरा-ताफरी का माहौल रहा। इस धमाके के बाद पीटीएन प्लांट में 20 से 25 फीट गहरी खाई बन गई आैर तीन मंजिला इमारत जमींदोज हो गई। इमारत के मलबे में पहली पाली के मजदूरों के दबे होने की आशंका के बीच प्रशासन ने एसडीआरएफ की टीम को रेस्क्यू के लिए शनिवार को ही लगा दिया था। रविवार को प्रशासन की पहल पर एनडीआरएफ की टीम ने मोर्चा संभाला। दोनों की संयुक्त टीम 10 जेसीबी मशीन आैर आसपास के मजदूरों के सहारे मलबा हटाने की कार्रवाई की शुरू की। मलबा हटाने के दौरान बारूद की गंध तेज हो गई। मलबों में मांस के लोथड़े घटना की भयावहता की गवाही दे रहे थे। एसडीआरएफ आैर एनडीआरएफ की टीम मामले की गंभीरता को भांपकर मांस के लोथड़ों को काले कलर की पॉलीथीन में एकत्रित करना शुरु किया। जानकारी के अनुसार रेस्क्यू ऑपरेशन टीम को मानव अंग के क्षत-विक्षत टुकड़े मिले है। किसी का कटा हाथ, पैर, भेजा, अतड़ी मिले है। जिन्हें आठ अलग-अलग झिल्लियों में एकत्रित किया गया है। बारूद फैक्ट्री में पहली पाली में काम करने आए 8 मजदूरों की गुमशुदगी दर्ज की गई है। आशंका जताई जा रही है कि रेस्क्यू ऑपरेशन में एकत्रित किए गए मानव अंग लापता मजदूरों के ही, लेकिन शिनाख्त के अभाव में अभी बेमेतरा प्रशासन ने मजदूरों के मौत की पुष्टि नहीं की गई है। लगभग 48 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। घटना स्थल पर मलबा पूरी तरह हटा दिया गया है। ऑपरेशन में एक भी मानव शरीर साबुत नहीं मिला है। बेमेतरा जिला प्रशासन एकत्रित मानव अंगों का डीएनए कराए जाने की तैयारी में है।
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न्यायिक जांच के बाद होगी कार्रवाई
बेमेतरा कलेक्टर रणवीर शर्मा ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि बेरला ब्लाक पिरदा बारूद फैक्ट्री में हुए हादसे की न्यायिक जांच का आदेश दिया गया है। जांच में सभी बिंदुआें को शामिल किया जाएगा। जांच में रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस मामले किसी भी दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। कलेक्टर शर्मा ने बताया कि बारूद फैक्ट्री में जो मानव अंग के टुकड़े बरामद किए गए है। उनकी शिनाख्ती के लिए डीएनए कराए जाने की आैपचारिकता पूरी की जा रही है। डीएनए रिपोर्ट के बाद ही मजदूरों का पता चल पाएगा। रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया गया है। घायल मजदूरों को इलाज के बाद छुट्टी मिल गई है।
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फैक्ट्री के गेट पर डटे हुए हैं ग्रामीण
लापता मजदूरों के परिजन आैर ग्रामीण गुस्से से भरे हुए है। रविवार की सुबह से ही ग्रामीण फैक्ट्री के गेट पर तंबू तानकर धरने में बैठे हुए है। ग्रामीणों की मांग है कि मृतक के परिजनों को 50 लाख आैर आश्रितों को सरकारी नौकरी दी जाए। प्रशासन ने ग्रामीणों को समझाईंश देने का पूरा प्रयास किया लेकिन अभी तक बात नहीं बनी है।
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