-दिल्ली ने दिए कई सियासी सिकंदर
देश की सियासत में बुलंदी पर पहुंचे कई नेताओं के लिए दिल्ली उड़ान पट्टी साबित हुई है। यहां से चुनाव जीतकर कई नेता सियासत के शिखर पर पहुंचे हैं। तीन नेता ऐसे रहे जो यहां से पहली बार चुनाव जीतकर लोकसभा में पहुंचे थे। वहीं, तीन नेताओं को यहां से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद केंद्र सरकार में महत्वपूर्ण पद मिलने की शुरुआत हुई थी। दिल्ली से लोकसभा चुनाव जीतकर देश की राजनीति में अपना नाम रोशन करने वाले नेताओं में सबसे पहले सुचेता कृपलानी का नाम आता है। वह वर्ष 1952 में नई दिल्ली क्षेत्र से लोकसभा चुनाव जीती थी। इस बीच वह उत्तर प्रदेश चली गई और वर्ष 1960 में वह वहां से विधायक बनी। इस दौरान उनको राज्य सरकार में मंत्री बनाया गया और करीब तीन साल बाद वर्ष 1963 में वह उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनीं। इस तरह वह देश के किसी राज्य में यह पद संभालने वाली पहली महिला बनी थीं।
आडवाणी का पहला चुनाव
भाजपा के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी ने भी अपना पहला लोकसभा चुनाव दिल्ली से ही लड़ा था। उन्होंने वर्ष 1989 में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा था। इसके बाद देश की राजनीति में उनके सितारे बुलंद होने शुरू हुए। वह लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बने और उसके बाद वह देश के उपप्रधानमंत्री भी नियुक्त हुए। उन्होंने वर्ष 1991 में भी नई दिल्ली क्षेत्र से चुनाव जीता था। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार व सिने जगत के पहले सुपर स्टार राजेश खन्ना को हराया था। हालांकि इससे पहले वह राज्यसभा के सदस्य रहे थे। इस दौरान वह वर्ष 1977 में केंद्रीय मंत्री भी बने थे।
स्वराज का सियासी सफर
भाजपा की तेजतर्रार नेता व दिल्ली की पहली महिला सीएम सुषमा स्वराज ने भी दिल्ली से चुनाव लड़कर लोकसभा में पहुंचने का सिलसिला आरंभ किया था। वर्ष 1996 में राज्यसभा का कार्यकाल समाप्त होने के बाद वह दक्षिणी दिल्ली क्षेत्र से चुनाव लड़ी और अपने पहले लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने में सफल रही। चुनाव बाद अटल बिहारी वाजपेयी की 13 दिन की सरकार में वह मंत्री भी बनी थी। इसके बाद उन्होंने वर्ष 1998 में भी दक्षिणी दिल्ली क्षेत्र से चुनाव जीता था। तब भी उनको केंद्र सरकार में मंत्री बनाया गया था। इस दौरान भाजपा ने साहिब सिंह की जगह उनको दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया था। वह 2009-14 के दौरान लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रही थी। उन्होंने मोदी सरकार में विदेश मंत्री का पद संभाला था।
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