‘मंदिरों में दलितों को अनुमति नहीं, मेरा अयोध्या जाना उन्हें बर्दाश्त नहीं होता’

-कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने पीएम मोदी पर किया पलटवार

नई दिल्ली। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के इस आरोप का खंडन किया कि कांग्रेस राजनीतिक मजबूरियों के कारण राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से दूर रही। मीडिया के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, अनुसूचित जातियों को अभी भी कई मंदिरों में प्रवेश की अनुमति नहीं है, और अगर मैं (अयोध्या) गया होता तो क्या वे इसे बर्दाश्त करते? राम मंदिर छोड़िए, कहीं भी जाओ, गांव में छोटे-छोटे मंदिर हैं, वहां जाने की इजाजत नहीं है। आप पीने का पानी नहीं देते, आप शैक्षणिक संस्थानों को अनुमति नहीं देते, आप एक दूल्हे को भी बर्दाश्त नहीं करते जो घोड़े पर बारात लेकर जाता है। लोग उन्हें खींचते हैं और पीटते हैं। अगर मैं जाता, तो क्या वे इसे बर्दाश्त करते?” राम मंदिर से जुड़े सवाल पर खड़गे ने कहा, “यह व्यक्तिगत आस्था है। जो चाहे उस दिन या अगले दिन या किसी भी दिन जा सकता है। वह (मोदी) पुजारी नहीं हैं। क्या यह राजनीतिक समारोह था या धार्मिक समारोह? आप धर्म को राजनीति के साथ क्यों मिला रहे हैं?”

भाजपा ने किया राष्ट्रपति का अपमान

मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा सरकार पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उनके पहले राष्ट्रपति रहे राम नाथ कोविंद को अपमानित करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि दोनों व्यक्तियों का अपमान इसलिए हुआ क्योंकि वे अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समाज से हैं। उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मू को अयोध्या में राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह और नए संसद भवन के उद्घाटन में आमंत्रित नहीं किया गया, जबकि रामनाथ कोविंद को नए संसद भवन की आधारशिला रखने की अनुमति नहीं दी गई थी।


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