बाहर से लगी थी घर में कुंडी, भागने का नहीं मिला मौका
- मां गई थी मोहल्ले में खाने
अम्बिकापुर। मैनपाट के बरिमा में बीती रात आग की घटना में एक साथ तीन मासूम बच्चों की जलकर मौत हो गई। तीनों बच्चे घर में सो रहे थे जबकि उनकी मां बाहर से दरवाजे पर कुंडी लगाकर मोहल्ले में ही किसी दूसरे व्यक्ति के घर खाने पीने गई हुई थी। वहीं बच्चों का पिता कमाने के लिए महाराष्ट्र के पुणे गया हुआ है। दुखद यह है कि आग लगने के बाद बच्चों ने भागने का प्रयास भी किया लेकिन बाहर से दरवाजा बंद था ऐसे में बच्चे आग के बीच आपस में लिपटकर बैठ गए और तीनों की एक साथ जलकर मौत हुई। घटना के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। घटना के बाद एसपी, एसडीएम, फोरेंसिक व पुलिस की टीम मौके पर पहुंची थी। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और शवों को पीएम उपरांत परिजन के सुपुर्द कर दिया गया है।
मैनपाट विकासखंड के बरिमा पकरी पारा निवासी देवप्रसाद मांझी पत्नी सुधनी, 13 वर्षीय बेटी खुशबू, 8 वर्षीय गुलाबी, 6 वर्षीय सुषमा और 3 वर्षीय रामप्रसाद के साथ रहता था। पिता कुछ दिनों पहले कमाने के लिए महाराष्ट्र के पुणे गया हुआ था और मां बच्चों के साथ अकेली रहती थी। बताया आज रहा है कि शनिवार की रात तीनों बच्चे घर मे खाना खाकर सो गए थे जिसके बाद महिला सुधनी रात 9 बजे घर में बाहर से कुंडी लगाकर मोहल्ले में किसी दूसरे व्यक्ति के घर खाने चली गई थी। इस बीच ही घर में आग लग गई। रात लगभग ढाई बजे जब महिला वापस लौटी तो उसका घर जल रहा आ था और लोग आग बुझाने का प्रयास कर रहे थे। ग्रामीणों द्वारा घटना की जानकारी पुलिस को दी गई और जब तक पुलिस की टीम मौके पर पहुंचती आग से घर जलकर खाक हो गया था। आज सुबह जब घर की आग बुझने पर लोग अंदर पहुंचे तो घर के एक कोने में तीन मासूम बच्चों के जले हुए शव मिले। इस घटना में गुलाबी, सुषमा व राम प्रसाद की मौत हो गई थी। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद इलाके में कोहराम मच गया। घटना की सूचना मिलने पर विधायक रमा कुमार टोप्पो, एसपी विजय अग्रवाल, एसडीएम रवि राही, थाना प्रभारी अशोक कुमार शर्मा, फोरेंसिक की टीम, स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने शवों को मौके पर ही पीएम उपरांत परिजन के सुपुर्द कर दिया,घटना की जांच चल रही है। वहीं पुलिस द्वारा घटना की जानकारी मृतक के पिता को दी गई है।
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एक साथ लिपटे मिले शव
घटनास्थल पर जब पुलिस पहुंची तो तीनों बच्चों के शव आपस में लिपटे हुए मिले। ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि तीनों बच्चों ने आग लगने पर भागने का प्रयास किया लेकिन बाहर से दरवाजा बंद था जिसके बाद बड़ी बहन तीनो को लेकर बैठ गई और तीनों की मौत हो गई। जिसने भी इस हृदयविदारक घटना को देखा उनकी आंखों से आंसू निकल गए।
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सहेली के यहां सोई थी बड़ी बेटी
बताया जा रहा है कि महिला की सबसे बड़ी बेटी खुशबू बकरी चराने का काम करती है और अक्सर वो अपनी सहेली के साथ ही सो जाती है। बीती रात भी खुशबू सहेली के घर सोने चली गई थी इसलिए उसकी जान बच गई। अगर बच्ची घर पर होती तो निश्चित रूप से उसकी भी मौत हो जाती।
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घर के अंदर से ही लगी आग
आग की घटना के बाद फोरेंसिक की टीम भी मौके पर पहुंची थी। अब तक आग लगने के कारणों का पता नही चल पाया है लेकिन अंदाजा लगाया का रहा है कि घर अंदर ही चूल्हे या किसी चीज में आग जल रही थी। महिला के घर में अंदर से छप्पर में पुआल भी भरा हुआ है ऐसे में संभावना यही जताई जा रही है कि आग लगने के बाद पुआल में आग तेजी से फैली। थाना प्रभारी अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि पुलिस को बाहर से आग लगाने या शार्ट सर्किट के भी कोई संकेत नही मिले हैं। इसके साथ ही आग रात डेढ़ से दो बजे लगी है क्यों कि लगभग 1 बजे तक पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी उस क्षेत्र से होकर गुजरी थी और आग लगी होती दूर से ही नजर आ जाता।
छप्पर गिरने की आवाज पर पहुंचे ग्रामीण
पुलिस की जांच में अब तक जो बात सामने आई है उसके मुताबिक आग लगने के बाद घर पूरी तरह से जल गया और किसी को इसकी जानकारी नही मिल पाई। घर के अंदर छप्पर में लगी आग के कारण जब लकड़ी जलकर टूट गई तो तेज आवाज के साथ घर का छप्पर गिर गया। ऐसे में आवाज सुनकर ग्रामीण ये सोचे कि गांव में हाथी पहुंच गया है लेकिन जब लोग बाहर निकले तो घर में आग लगी हुई थी। लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन तब तक सब कुछ खत्म हो चुका था।
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तीन बच्चों की हुई मौत
बरिमा में आग घर में आग की घटना हुई है। सूचना पर पुलिस व जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची थी। इस घटना में तीन बच्चों की मौत हो गई। घर का दरवाजा बाहर से बन्द था और मां मोहल्ले में गई हुई थी। पुलिस की जांच जारी है और जांच के बाद घटना के कारणों का पता चल सकेगा।
रवि राही, एसडीएम
चल रही है जांच
घर के अंदर चूल्हे से आग लगी है। पुलिस घटना की जांच कर रही है। शवों का पीएम कराया गया है। बच्चों की मां का बयान भी लिया गया है। जांच के बाद ही घटना के कारणों का पता चल सकेगा।
अमोलक सिंह ढिल्लो
एएसपी सरगुजा
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