एसीबी की पीएचई दफ्तर में दबिश
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0 मामला छुईखदान के लोक स्वास्थ्य यंत्रिकी विभाग उप खंड छुईखदान का
छुईखदान। एसीबी ने पीएचई दफ्तर में दबिश देकर एसडीओ राजेश मरावे को ठेकेदार से डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई से पीएचई महकमे में खलबली मच गई।
मिली जानकारी के अनुसार एंटी करप्शन ब्यूरो के करीब दर्जनभर अफसरों की टीम गुरूवार दोपहर 12 बजे के आसपास छुईखदान पीएचई के दफ्तर पहुंची। बताया जाता है कि ठेकेदार प्रवीण तिवारी ने एसीबी से शिकायत की थी कि नल-जल योजना के निर्माण कामों के बिल भुगतान को लेकर एसडीओ द्वारा लगातार रिश्वत मांगी जा रही है। एसीबी ने कार्रवाई के लिए प्लान तैयार किया और आज ठेकेदार प्रवीण तिवारी ने एसडीओ राजेश मरावे को एक झोले में डेढ़ लाख रुपए उनके हाथों में सौंपे। एसडीओ मरावे ने जैसे ही इस झोले को खोलकर पैसे को अपने हाथाें में लिया, वैसे ही एंटी करप्शन ब्यूरो के अफसरों ने उन्हें धर-दबोचा। इस कार्रवाई की खबर शहर में आग की तरह फैली और सरकारी दफ्तरों में खलबली मच गई। बताया जाता है कि अफसरों ने करीब दो घंटे तक दफ्तर की जांच पड़ताल भी की।
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बिल भुगतान के लिए मांगे थे पैसे
ठेकेदार प्रवीण तिवारी ने बताया कि अमगांव घाट में उसे नल-जल योजना के तहत 62 लाख रुपए का ठेका मिला है। निर्माण काम की एवज में पिछले तीन-चार माह से उसे भुगतान नहीं किया जा रहा था। 17 लाख रुपए के रनिंग बिल का भुगतान होना था, लेकिन एसडीओ राजेश मरावे द्वारा डेढ़ लाख रुपए रिश्वत की मांग की जा रही थी। लगातार परेशान किए जाने के बाद ठेकेदार ने एंटी करप्शन ब्यूरो में इसकी शिकायत की थी।
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पांच वाहनों में पहुंचे अफसर
रिश्वतखोरी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एसीबी की टीम सुबह चार से पांच वाहनों में छुईखदान पहुंची थी। वाहनों को अलग-अलग स्थानों में खड़ा कर दिया गया था। सभी अफसर दफ्तर के आसपास ही सक्रिय थे। जैसे ही ठेकेदार ने रिश्वत दी, अफसरों ने वहां पहुंचकर रंगे हाथों एसडीओ को गिरफ्तार कर लिया।
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