कांग्रेस को लगातार झटके, 24 घंटे में चार दिग्गजों ने कहा-बाय-बाय

—विजेंद्रर, निरूपम के बाद कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने छोड़ी पार्टी

खास बातें

00 लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में मची भगदड़

00 पहले भी कई नेता थाम चुके हैं भाजपा का दामन

इंट्रो

लोकसभा चुनाव-2024 में कांग्रेस के साथ हो रहा है, यह पार्टी के लिए किसी बड़ी मुसीबत से कम नहीं है। जब से चुनाव को लेकर सुगबुगाहट शुरू हुई है, तब से कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भाजपा का दामन थाम चुके हैं। 24 घंटे के भीतर चार नेता कांग्रेस पार्टी छोड़ चुके हैं। पहले मुक्केबाज विजेंद्रर, फिर संजय निरूपम और अब पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया। इन सभी ने कांग्रेस छोड़ने के बाद सबसे पुरानी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।


नई दिल्ली। कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने गुरुवार सुबह यह कहते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया कि वह न तो सनातन विरोधी नारे लगा सकते हैं और न ही दिन-रात ‘वेल्थ क्रिएटर्स (परिसंपत्तियों का सृजन करने वालों)’ को गाली दे सकते हैं। कुछ ही घंटों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत’ के आह्वान से प्रभावित होकर वह भाजपा में शामिल हो गए। वल्लभ के अलावा कांग्रेस की बिहार इकाई के पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा और राष्ट्रीय जनता दल नेता उपेन्द्र प्रसाद ने भी पार्टी महासचिव विनोद तावड़े की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। दोनों नेताओं ने भी पाला बदलने के बाद सनातन विरोधी के लिए कांग्रेस की आलोचना की।

वल्लभ ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखा त्यागपत्र सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा किया। उन्होंने कहा कि पार्टी जिस तरह से दिशाहीन होकर आगे बढ़ रही है, उसे देखते हुए वह खुद को सहज महसूस नहीं कर पा रहे थे। वल्लभ कई महीनों से पार्टी की ओर से टेलीविजन कार्यक्रमों में शामिल नहीं हो रहे थे और लंबे समय से उनकी कोई प्रेस वार्ता भी नहीं हुई थी। वल्लभ ने त्यागपत्र में यह दावा भी किया कि वर्तमान में आर्थिक मामलों पर कांग्रेस का रुख हमेशा ‘वेल्थ क्रिएटर्स’ को नीचा दिखाने वाला रहा है तथा देश में होने वाले हर विनिवेश पर पार्टी का नजरिया नकारात्मक रहा है। उनका कहना है कि आर्थिक मुद्दों पर पार्टी के रुख को लेकर भी वह घुटन महसूस कर रहे थे। भाजपा में शामिल होने के बाद वल्लभ ने कांग्रेस की आर्थिक नीतियों को लेकर उस पर निशाना साधा।

पूर्व पीएम मनमोहन, नरसिम्हा पर कही यह बात

वल्लभ ने कहा कि कांग्रेस निजीकरण, उदारीकरण, वैश्वीकरण को गाली देती है जबकि पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह और पीवी नरसिम्हा राव ने इसे आगे बढ़ाया। उन्होंने कहा, उन नीतियों को गाली…। कोई व्यवसाय करे, उसे गाली… । कोई विनिवेश में सहभागिता करे, उसको गाली… । एयर इंडिया को कोई कंपनी खरीदे तो वह गलत… आज आप इसलिए निजीकरण, उदारीकरण और वैश्वीकरण को गलत बोलते हो क्योंकि एक ऐसे व्यक्ति इन्हें आगे लेकर जा रहे हैं जिन्हें आपको सुबह से शाम तक गाली देनी है।उन्होंने कहा कि देश में संपत्ति का सृजन अपराध नहीं हो सकता।

निरुपम बोले- पांच अलग-अलग पॉवर सेंटर

कांग्रेस से निष्कासित हुए पूर्व सांसद संजय निरुपम ने गुरुवार को कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए। निरुपम ने कहा कि कांग्रेस में पांच अलग-अलग पावर सेंटर हैं। सोनिया, राहुल, प्रियंका, नए अध्यक्ष खड़गे और वेणुगोपाल। कांग्रेस में वैचारिक द्वंद्व चल रहा है, इससे कार्यकर्ताओं में निराशा चल रही है। निरुपम ने आगे कहा कि अब उनका धैर्य खत्म हो गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं में भारी निराशा है। वैचारिक मोर्चे पर भी कांग्रेस खुद को धर्मनिरपेक्ष कहती है।

कांग्रेस को बताया सांप्रदायिक पार्टी

बिहार कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे अनिल शर्मा गुरुवार को भाजपा में शामिल हो गए। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सांप्रदायिक पार्टी बन चुकी है और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी सबसे ज्यादा सांप्रदायिक लोगों की कैटेगरी में आते हैं। दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में अनिल शर्मा को पार्टी की सदस्यता दिलवाई गई।

भाजपा ने दिया खिलाड़ियों को सम्मान

बॉक्सर विजेंदर सिंह भी भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने कहा यह मेरे लिए घर वापसी जैसा है। 2019 में मैंने चुनाव लड़ा। वापस आना अच्छा है। जब हम विदेश में प्रतिस्पर्धा करने जाते थे, तो हवाई अड्डों पर बहुत सारी घटनाएं होती थीं, लेकिन जब से भाजपा सत्ता में आई है, खिलाड़ियों को काफी सम्मान मिलता है। मुझे आशा है कि मैं लोगों को सही मार्ग दिखा सकूंगा। उन्होंने कहा कि मैं वही विजेंदर हूं। मैं गलत को गलत, सही को सही कहूंगा।

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