-बिहार की सियासत
(फोटो : चिराग, पारस)
पटना। बिहार में हाई प्रोफाइल चाचा-भतीजे का झगड़ा खत्म हो गया। माना जा रहा है कि पशुपति पारस की बीजेपी से डील हो गई। अब हाजीपुर में चिराग के लिए पारस वोट मांगेंगे। इससे पहले पशुपति पारस हाजीपुर से ताल ठोकने की बात करते थे। अब बिहार एनडीए को सभी 40 सीटें जीतने के लिए पसीना बहाने की बात करने लगे। बिहार एनडीए में सीट बंटवारे के दौरान पारस के हाथ एक भी सीट नहीं आई थी, जिससे नाराज होकर उन्होंने मोदी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया और बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बुरा-भला कहा था। मगर, अब ऑल इज वेल की बात करने लगे।
चिराग के लिए प्रचार करेंगे पारस
पशपति पारस के सुर बदल गए हैं। पीएम मोदी की प्रशंसा करने के साथ ही अपने सबसे बड़े राजनीतिक दुश्मन चिराग पासवान को समर्थन देने को तैयार हो गए। पशुपति कुमार पारस ने मीडिया से कहा कि हमारी पार्टी का फैसला है 40 की 40 लोकसभा सीटों को जीतने के लिए एनडीए के समर्थन में तन मन धन से काम करेगी। चुनाव में जहां जरूरत होगी, वहां जाऊंगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री पारस ने दिल्ली में बताया कि 6 अप्रैल को पटना में पार्टी के सभी पदाधिकारी, जिला अध्यक्ष और दलित सेना की बैठक है। इस मीटिंग में राष्ट्रीय पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे। लोकसभा चुनाव को लेकर इसमें फैसला लिया जाएगा। हम एनडीए के सहयोगी दल हैं। हमने शुरू से कहा है कि राजनीति में जब तक जिंदा रहूंगा, एनडीए के साथ ही रहूंगा।
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