‘असम से महाराष्ट्र तक भ्रष्टाचार की फ्रेंचाइजी बांट रहे पीएम मोदी’

  • सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर राहुल गांधी ने किया पोस्ट

नई दिल्ली। केरल के वायनाड से कांग्रेस के सांसद और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सोमवार (एक अप्रैल, 2024) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर बुरी तरह भड़के। भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम मोदी नॉर्थ ईस्ट के असम से लेकर पश्चिम भारत के महाराष्ट्र तक भ्रष्टाचार की फ्रेंचाइजी बांट रहे हैं और बीजेपी भ्रष्टाचारी लोगों का अड्डा बन चुकीहै। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर राहुल गांधी ने पोस्ट किया- प्रधानमंत्री कहते हैं कि वह भ्रष्टाचार से लड़ाई लड़ रहे हैं पर खुद असम से लेकर महाराष्ट्र तक भ्रष्टाचार की फ्रेंचाइजी बांट रहे हैं! उन्होंने जिसे जितना बड़ा भ्रष्टाचारी कहा, उसके लिए भाजपा कार्यालय में उतनी ही बड़ी रेड कार्पेट बिछा कर उसका स्वागत किया। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), आयकर विभाग (आईटी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जैसे संस्थानों को ‘वसूली एजेंट’ बना कर चंदे का धंधा कर रही भाजपा अब भ्रष्टाचारियों का अड्डा बन चुकीहै। मोदी सरकार का मतलब सिर्फ भ्रष्टाचारियों को ‘सुरक्षा की गारंटी’ है।

मैच फिक्सिंग वाले बयान पर ईसी पहुंची भाजपा

राहुल गांधी ने इससे पहले रविवार (31 मार्च, 2024) को विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) की रैली में आरोप लगाया था कि पीएम मोदी इस लोकसभा चुनाव में ‘मैच फिक्सिंग’ की कोशिश कर रहे हैं ताकि भारी बहुमत से चुनाव जीतकर संविधान खत्म किया जा सके. हालांकि, बीजेपी की ओर से राहुल गांधी के इस बयान के साथ कुछ और टिप्पणियों को लेकर निर्वाचन आयोग से शिकायत की गई और कार्रवाई की मांग की गई है।

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जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप बेबुनियाद : मोदी

-3 फीसदी से भी कम मामले राजनीति से जुड़े

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष द्वारा सरकार पर केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोपों पर तीखा जवाब दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियां स्वतंत्र तौर पर काम करती हैं। उन्होंने विपक्ष के उन आरोपों को भी खारिज कर दिया कि सरकार द्वारा केंद्रीय जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि देश में मनी लॉन्ड्रिंग की रोकथाम के लिए कानून पहले से मौजूद है, लेकिन विपक्ष की सरकारों ने इसका इस्तेमाल ही नहीं किया। तमिलनाडु के एक मीडिया चैनल को दिए अपने ताजा इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि ‘न तो हम जांच एजेंसियों के काम में बाधा डालते हैं और न ही उनकी कार्रवाई में कोई दखल देते हैं। वे निष्पक्ष और स्वतंत्र तौर पर जांच करती हैं।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन मामलों की जांच फिलहाल ईडी द्वारा की जा रही है, उनमें से 3 फीसदी से भी कम मामले राजनीति से जुड़े हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘मौजूदा समय में ईडी करीब 7000 मामलों की जांच कर रही है, जिनमें से 3 प्रतिशत से भी कम मामले राजनीति से जुड़े हैं। उनके (विपक्षी सरकार) 10 वर्षों के कार्यकाल में ईडी ने सिर्फ 35 लाख रुपये जब्त किए थे। वहीं हमारी सरकार में करीब 2200 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं।’

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‘विपक्ष ने पीएमएलए कानून का इस्तेमाल ही नहीं किया’

विपक्ष के सरकार पर केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने के आरोपों पर पीएम मोदी ने कहा कि ‘जांच एजेंसियों के मामला दर्ज करने की प्रक्रिया पहले जैसी ही है और सत्ता में कौन है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। विभिन्न विभाग पहले मामला दर्ज करते हैं और उसके बाद ही ईडी कार्रवाई करती है। पीएमएलए (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) पहले से मौजूद है, लेकिन उन्होंने (विपक्ष) इसका इस्तेमाल ही नहीं किया। उन्होंने न्यायपालिका का हथियार की तरह इस्तेमाल किया क्योंकि उन्हें पता है कि मोदी की भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई नहीं रुकेगी। उन्हें (विपक्ष) लगता है कि वे अदालतों के जरिए इन संस्थाओं को रोक सकते हैं।’

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