लोकतंत्र बचाओ रैली, ‘इंडिया’ ने कहा-चुनाव में ‘मैच फिक्सिंग’ करना चाहते हैं पीएम मोदी

00 इंडिया गठबंधन की ‘लोकतंत्र बचाओ’ रैली, विपक्षी नेताओं ने साझा किया मंच

00 कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने पीएम मोदी पर साधा निशाना

इंट्रो

द‍िल्‍ली के रामलीला मैदान में रव‍िवार को इंड‍िया गठबंधन की ‘लोकतंत्र बचाओ’ रैली आयोज‍ित की गई। इसमें व‍िपक्ष के सहयोगी दलों के बड़े नेताओं ने मंच पर मौजूदगी दर्ज कराई। विपक्ष ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस लोकसभा चुनाव में ‘मैच फिक्सिंग’ की कोशिश कर रहे हैं, ताकि भारी बहुमत से चुनाव जीतकर संविधान खत्म किया जा सके। ‘इंड‍िया’ ने चुनाव आयोग के समक्ष पांच मांगे भी रखी।

नई दिल्ली। विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक दलों के प्रमुख नेताओं ने रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पक्ष में आवाज बुलंद की। उन्होंने देश में लोकतंत्र एवं संविधान को बचाने तथा लोकसभा चुनाव में निष्पक्षता सुनिश्चित किए जाने पर जोर दिया। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी द्वारा दिए गए ‘400 पार’ के नारे को लेकर भी सवाल खड़े किए और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव में ‘मैच फिक्सिंग’ की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा केजरीवाल और सोरेन के समर्थन और जांच एजेंसियों के ‘दुरुपयोग के खिलाफ रामलीला मैदान में आयोजित ‘लोकतंत्र बचाओ महारैली’ के मंच पर पहुंचे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एससीपी) के प्रमुख शरद पवार, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी, राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव, नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की सुप्रीमो महबूबा मुफ्ती, द्रमुक के तिरुचि शिवा, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओब्रायन एवं सागरिका घोष तथा कई अन्य दलों के नेता भी इस जनसभा में शामिल हुए। इस मौके पर केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल और सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी मंच पर मौजूद थीं।

विपक्ष की रैली में राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस लोकसभा चुनाव में ‘मैच फिक्सिंग’ की कोशिश कर रहे हैं, ताकि भारी बहुमत से चुनाव जीतकर संविधान खत्म किया जा सके। गांधी ने लोगों का आह्वान किया कि वे इस ‘मैच फिक्सिंग’ को रोकने के लिए पूरी ताकत से मतदान करें, क्योंकि यह संविधान और लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है। राहुल गांधी ने कहा, कांग्रेस सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है। चुनाव के बीच में ही सबसे बड़े विपक्षी दल के खाते फ्रीज कर दिए। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मैच ‘फिक्सिंग’ का एक लक्ष्य है कि संविधान को गरीब जनता से छीना जा सके।

भारत माता पीड़ा में है, अत्याचार नहीं चलेगा

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने रैली में अपने पति का प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत से जारी संदेश पढ़ते हुए कहा कि अत्याचार नहीं चलेगा और अरविंद केजरीवाल को लंबे समय तक सलाखों के पीछे नहीं रखा जा सकता। सुनीता ने किसी राजनीतिक रैली में अपने पहले भाषण में, लोगों से यह भी सवाल किया कि क्या केजरीवाल को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा, भाजपा मुख्यमंत्री केजरीवाल के इस्तीफे की मांग कर रही है। क्या उन्हें इस्तीफा देना चाहिए। क्या उनकी गिरफ्तारी उचित है। वह एक शेर हैं। वे उन्हें लंबे समय तक सलाखों के पीछे नहीं रख पाएंगे। सुनीता ने उनके पति को आशीर्वाद देने के लिए लोगों को धन्यवाद दिया।

मोदी को बताया तानाशाही विचार वाले

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर ‘तानाशाही’ के विचार में विश्वास करने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि जब तक प्रधानमंत्री मोदी तथा उनकी विचारधारा को सत्ता से नहीं हटाया जाएगा, तब तक देश में सुख और समृद्धि नहीं आ सकती। उन्होंने यहां ‘इंडिया’ गठबंधन की ‘लोकतंत्र बचाओ महारैली’ में यह भी कहा कि संविधान बचाने और लोकसभा चुनाव में जीत के लिए विपक्षी दलों को एकजुट होकर लड़ना है। इस रैली में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, शरद पवार समेत विपक्ष के कई प्रमुख नेता मौजूद थे। खरगे ने आरोप लगाया, मोदी लोकतंत्र नहीं चाहते। वह तानाशाही के विचार वाले हैं।

इंडिया के ये नेता हुए शामिल

इस महारैली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी शामिल हुए। इसके अलावा एनसीपी (शरतचंद्र पवार) के शरद यादव, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला, शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे, वामपंथी नेता सीताराम येचुरी, डीराजा, दीपांकर भट्टाचार्य, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, आरजेडी के तेजस्वी यादव और टीएमसी के डेरेक ओ ब्रायन शामिल हुए।

प्रियंका गांधी ने बताई इंडिया की 5 मांगें

00 भारत के चुनाव आयोग को लोकसभा चुनाव में समान अवसर सुनिश्चित करने चाहिए।

00 चुनाव आयोग को चुनाव में हेरा-फेरी करने के उद्देश्य से विपक्षी राजनीतिक दलों के खिलाफ आईटी, ईडी और सीबीआई द्वारा की जाने वाली कार्रवाई को बलपूर्वक रोकना चाहिए।

00 हेमंत सोरेन और अरविंद केजरीवाल की तत्काल रिहाई की जानी चाहिए।

00 चुनाव के दौरान विपक्षी दलों का आर्थिक रूप से गला घोटने की जबरन कार्रवाई तुरंत बंद होनी चाहिए।

00 चुनावी बांड का उपयोग करके भाजपा द्वारा बदले की भावना, जबरन वसूली और धनशोधन के आरोपों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक एसआईटी गठित हो जानी चाहिए।

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