-तमिलनाडु का मामला
(फोटो : गणेश मूर्ति)
इरोड। मरुमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कषगम (एमडीएमके) पार्टी के नेता और इरोड से सांसद ए. गणेशमूर्ति का बृहस्पतिवार को सुबह कोयंबटूर के एक अस्पताल में निधन हो गया। पुलिस के अनुसार, 77 वर्षीय गणेशमूर्ति ने 24 मार्च को यहां अपने घर पर कुछ जहरीली गोलियां खाकर कथित तौर पर आत्महत्या करने की कोशिश की थी। गणेशमूर्ति 2019 में सांसद चुने गए थे। उन्होंने इससे पहले 1998 में पलानी और 2009 में इरोड से लोकसभा चुनाव जीता था। गणेशमूर्ति के परिवार में एक बेटा और एक बेटी है। इधर, एमडीएमके चीफ वाइको ने कोयंबटूर में संवाददाताओं से कहा, ”वह एक साहसी और दृढ़निश्चयी नेता थे। इस बात में रत्ती भर की भी सच्चाई नहीं है कि गणेशमूर्ति ने दोबारा लोकसभा चुनाव का टिकट न मिलने पर आत्महत्या की कोशिश की।” गणेशमूर्ति के एक करीबी रिश्तेदार ने बताया कि एमडीएमके चीफ वाइको ने उन्हें टिकट न दिए जाने सहित बदलाव के बारे में नहीं बताया था। इससे वे दुखी थे।
ये है मामला
बता दें, एमडीएमके का डीएमके के साथ गठबंधन है। सूत्रों के अनुसार, वाइको ने अपने बेटे दुरई की उम्मीदवारी पर जोर दिया और यह सुनिश्चित किया कि एमडीएमके को इरोड के बजाय तिरुचि सीट मिले। डीएमके मोर्चे ने गणेशमूर्ति की जगह इरोड से युवा नेता के ई प्रकाश को मैदान में उतारा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में ए गणेशमूर्ति ने एआईएडीएमके के उम्मीदवार जी मणिमारन को 2,10,618 वोटों से हराया था।
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