–सोनिया, राहुल और खड़गे ने एक साथ ली पत्रवार्ता, भाजपा पर जमकर चलाए तीर, इधर, नड्डा और रविशंकर का पलटवार, कहा-घोटाले से जमा किए पैसों का करें इस्तेमाल
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खास बातें
00 कांग्रेस अध्यक्ष ने खरगे ने कहा कि कांग्रेस के खाते फ्रीज कर दिए गए हैं
00 सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर साधा बड़ा निशाना
00 राहुल बोले-रेल टिकट के भी पैसे नहीं, हमारे नेता नहीं कर सकते यात्रा
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इंट्रो
कांग्रेस पार्टी ने गुरुवार को एक बड़ी प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा आरोप लगाया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी इसमें मौजूद रहे। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा ने चुनावी चंदा के जरिए अपने एकाउंट भर लिए हैं। हर तरफ केवल भाजपा का विज्ञापन दिख रहा है। दूसरी तरफ कांग्रेस के एकाउंट को सीज कर दिया गया है। ऐसे में चुनाव लड़ने को भी पैसे नहीं नहीं। कांग्रेस के इस आरोप पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पलटवार किया और कहा कि घोटाले से जमा किए पैसे का इस्तेमाल करें।
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नई दिल्ली। कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने पार्टी के बैंक खातों को ‘फ्रीज’ (लेनदेन पर रोक) किए जाने के मुद्दे पर गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री द्वारा कांग्रेस को आर्थिक रूप से पंगु बनाने का सुनियोजित प्रयास किया जा रहा है। सोनिया गांधी ने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव में समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए कांग्रेस को उसके बैंक खातों के इस्तेमाल की अनुमति दी जानी चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि कांग्रेस को बराबर धरातल पर चुनाव लड़ने से रोकने के लिए सत्तापक्ष की तरफ से यह ‘खतरनाक खेल’ खेला जा रहा है। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया कि देश में लोकतंत्र नहीं बचा है और कांग्रेस पार्टी के खातों को नहीं बल्कि लोकतंत्र को ‘फ्रीज’ कर दिया गया है। कांग्रेस के तीन शीर्ष नेताओं ने उस समय एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया है जब गत 13 मार्च को दिल्ली उच्च न्यायालय ने आयकर अपीलीय अधिकरण (आईटीएटी) के उस आदेश को बरकरार रखा था, जिसमें 100 करोड़ रुपये से अधिक के बकाया कर की वसूली के लिए कांग्रेस पार्टी को आयकर विभाग की ओर से जारी नोटिस पर रोक लगाने से इनकार कर दिया गया था। हालांकि, उच्च न्यायालय ने पार्टी को तब नये स्थगन आवेदन के साथ आईटीएटी का रुख करने की स्वतंत्रता दी जब उसके ध्यान में लाया गया कि बैंक ड्राफ्ट के नकदीकरण के बाद आयकर विभाग द्वारा 65.94 करोड़ रुपये की राशि पहले ही वसूल की जा चुकी है। सोनिया गांधी ने कहा, प्रधानमंत्री द्वारा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को आर्थिक रूप से पंगु बनाने का सुनियोजित प्रयास किया जा रहा है। जनता से एकत्रित धन को रोका जा रहा है और हमारे खातों से जबरन पैसा छीना जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा, इन सर्वाधिक चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी हम अपने चुनाव अभियान की प्रभावशीलता को बनाए रखने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं। सोनिया गांधी के अनुसार, \”एक तरफ ‘चुनावी बॉण्ड’ का मुद्दा है, जिसे उच्चतम न्यायालय ने असंवैधानिक करार दिया है। जैसा कि सभी जानते हैं, चुनावी बॉण्ड से भाजपा को भारी और बड़े पैमाने पर फायदा हुआ है। दूसरी ओर, प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस की वित्तीय स्थिति पर लगातार हमले हो रहे हैं। उन्होंने कहा, हम सभी का मानना है कि यह अभूतपूर्व और अलोकतांत्रिक है।
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निष्पक्ष चुनाव के लिए खाते का इस्तेमाल जरूरी
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संवाददाताओं से कहा, लोकतंत्र के लिए चुनाव अनिवार्य होता है, साथ ही यह भी आवश्यक है कि सभी राजनीतिक दलों के लिए समान अवसर वाली स्थिति हो। उन्होंने देश की संवैधानिक संस्थाओं से अपील करता हूं कि अगर वो स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव चाहते हैं तो हमारी पार्टी को बग़ैर किसी रोक-टोक के बैंक खातों को इस्तेमाल करने दें। जो आयकर का क्लेम है उसका समाधान अंततः अदालत के निर्णय के अनुसार हो जाएगा।
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चुनावी बॉन्ड से भाजपा को मिला 56फीसदी चंदा
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि चुनावी बॉन्ड प्रकरण से देश की छवि को ठेस पहुंची है। भाजपा ने चुनावी चंदा बॉन्ड से 56 फीसदी पैसे हासिल किए हैं। वहीं कांग्रेस को 11 फीसदी ही मिले हैं। सुप्रीम कोर्ट ने जिस चंदा को गैरकानूनी कहा उस स्कीम के तहत मौजूदा सत्ताधारी दल ने हजारों करोड़ रुपए से ज्यादा अपने अकाउंट में भर लिया है। दूसरी तरफ साजिशन मुख्य विपक्षी दल का बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिया गया है। ताकि हम पैसों के अभाव में बराबरी से चुनाव नहीं लड़ पाए। खरगे ने कहा कि इसके दूरगामी प्रभाव होंगे। देश में लोकतंत्र को बचाना है तो लेवल प्लेइंग ग्राउंड चाहिए।
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राहुल ने कहा- नहीं बचा लोकतंत्र
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि देश में लोकतंत्र नहीं बचा है। कांग्रेस पार्टी के खातों को नहीं बल्कि लोकतंत्र को ‘फ्रीज’ कर दिया गया है। उन्होंने कहा, कांग्रेस के सारे बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं। लेकिन इस बारे में चुनाव आयोग, मीडिया, कोर्ट और देश की सारी संस्थाएं खामोश हैं। ये लोकतंत्र के लिए बहुत घातक है। आज हम रेलवे टिकट नहीं खरीद सकते, अपने नेता को एक शहर से दूसरे शहर नहीं भेज सकते। कांग्रेस के सारे बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए। हम लोग प्रचार नहीं कर पा रहे हैं। ये कांग्रेस के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई है। ये अपराध हिंदुस्तान के पीएम कर रहे हैं।
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इधर, भाजपा का पलटवार
नड्डा बोले-बुरी हार को देखते हुए हताशा
भारतीय जनता पार्टीने बैंक अकाउंट को ‘फ्रीज’ करने के कांग्रेस के आरोपों को गुरुवार को खारिज कर दिया। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में बहुत बुरी हार को देखते हुए वह पूरी तरह से हताशा में बहाने बना रही है। ‘ऐतिहासिक हार’ की आशंका को देखते हुए कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व भारतीय लोकतंत्र और संस्थाओं के खिलाफ ‘जमकर भड़ास’ निकाल रहा है। नड्डा ने कांग्रेस के आरोपों के कुछ ही देर बाद ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में दावा किया कि कांग्रेस अपनी ‘अप्रासंगिकता’ का दोष अपनी सुविधा के अनुसार ‘वित्तीय परेशानियों’ पर मढ़ रही है, जबकि वास्तव में उसका दिवालियापन नैतिक और बौद्धिक है, वित्तीय नहीं।
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भारतीय लोकतंत्र को शर्मसार किया
पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर इस मुद्दे पर झूठ बोलने का आरोप लगाया और सोनिया गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि दोनों ने अपने गैर-जिम्मेदाराना बयानों से वैश्विक स्तर पर भारतीय लोकतंत्र को शर्मसार किया है। प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस ने समय पर इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल नहीं किया, जिसके कारण उसके अकाउंट फ्रीज (लेनदेन पर रोक) किए गए। उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर इस मुद्दे पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्षी पार्टी को कोई न्यायिक राहत नहीं मिली और अब कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट गई है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर हाई कोर्ट ने कांग्रेस की खिंचाई भी की थी। प्रसाद ने कहा, हम कांग्रेस को शुभकामनाएं देते हैं और पार्टी को हमारी सलाह है कि जितना ज्यादा आप राहुल गांधी को बोलने देंगे, उतना ही ज्यादा अपना आधार खो देंगे।
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