आजम को 7 साल की सजा, पांच लाख रुपए का जुर्माना

  • डूंगरपुर प्रकरण

रामपुर। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान को अदालत ने एक और मामले में सजा सुनाई है। इस बार उन्हें डूंगरपुर प्रकरण में सात साल की कैद और पांच लाख रुपये अर्थ दंड की सजा सुनाई है। पूर्व सीओ सिटी आले हसन खान, पूर्व पालिकाध्यक्ष अजहर खान और बरेली के ठेकेदार बरकत अली को पांच साल की सजा हुई है। कोर्ट ने इन तीनों पर दो-दो लाख रुपये जुर्माना लगाया है। बात 2019 की है। डूंगरपुर निवासी एहतशाम खां ने गंज कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट में कहा गया था कि आजम खां, आले हसन, अजहर खां, ठेकेदार बरकत अली, फरहान खां, जिबरान और सपा नेता ओमेंद्र चौहान ने उसके घर में घुसकर मारपीट और लूटपाट की। साथ ही घर पर कब्जा कर लिया। केस की सुनवाई एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट में चला। अदालत ने आजम खां, अजहर खां, आले हसन, बरकत अली को घर में घुसकर मारपीट, तोड़फोड़, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी के आरोपी में दोषी करार दे दिया था।

पांच मामलों में सजा

आजम खान को अब तक पांच मामलों में सजा हो चुकी है। बेटे अब्दुल्ला आजम के फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में भी उन्हें पांच माह पहले सात साल की सजा हुई थी। उस मामले में वह सीतापुर की जेल में बंद हैं। उनकी पत्नी पूर्व सांसद तजीन फात्मा और बेटे पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम को भी सात साल की सजा पहले ही हो चुकी है। अपने बेटे अब्दुल्ला आजम खां के दो जन्म प्रमाण पत्र के मामले में कोर्ट ने 18 अक्तूबर को सात साल की कैद व पचास हजार रुपये जुर्माना अदा करने की सजा सुनाई थी। तब से वह सीतापुर जेल में बंद हैं, जबकि मिलक थाने में दर्ज नफरती भाषण के मामले में निचली अदालत ने उन्हें दो साल की सजा सुनाई थी। हालांकि सेशन कोर्ट ने उन्हें इस मामले में बरी कर दिया था। इस केस की अपील हाईकोर्ट में लंबित हैं।

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