-इजराइल का जबदरस्त हमला
(फोटो : अटैक)
तेल अवीव। गाजा पट्टी में चल रहे महायुद्ध के बीच इजरायली सेना ने लेबनान के भीतर कई किलोमीटर अंदर घुसकर हवाई हमले किए हैं। लेबनान के सूत्रों ने बताया कि इजराइल ने सोमवार को लेबनान के शहर बाल्बेक के पश्चिम में एयरस्ट्राइक की। इस हमले में हिजबुल्लाह के कम से कम दो आतंकी मारे गए। बताया जा रहा है कि इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध के बाद से इजराइल का लेबनान में अब तक का सबसे बड़ा हमला है। इजरायली सेना ने कहा कि वह लेबनान के काफी अंदर हिज़्बुल्लाह के ठिकानों पर हमला कर रही है, लेकिन उन्होंने कोई और विवरण नहीं दिया। उधर, हिजबुल्लाह की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं आई। ये हमले बालबेक शहर से लगभग 18 किमी (11 मील) दूर के क्षेत्र में हुए, जो अपने प्राचीन खंडहरों और यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के लिए जाना जाता है। सीरिया की सीमा से लगे बेका घाटी क्षेत्र का हिस्सा, यह क्षेत्र शिया समूह हिजबुल्लाह का राजनीतिक गढ़ है। सूत्रों ने बताया कि इजराइल ने एक साथ दो हमले किए।
लेबनानी टेलीविजन ने जारी कीं तस्वीरें
लेबनानी टेलीविजन स्टेशन अल-जदीद ने क्षेत्र से उठते धुएं के गुबार की तस्वीरें प्रसारित कीं। हिजबुल्लाह अपने फिलिस्तीनी सहयोगी हमास द्वारा इजराइल पर 7 अक्टूबर के हमले के बाद से लेबनानी-इजराइल सीमा पर इजरायली ठिकानों पर हमले कर रहा है, जिसे उसने गाजा पट्टी में फिलिस्तीनियों का समर्थन करने के अभियान का हिस्सा बताया है।
हिजबुल्लाह ने मारा था मिसाइल
हिजबुल्लाह ने इससे पहले सोमवार को कहा था कि उसने सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का उपयोग करके लेबनानी क्षेत्र में एक इजरायली हर्मीस 450 ड्रोन को मार गिराया है, दूसरी बार उसने इस प्रकार के मानव रहित हवाई वाहन को मार गिराने की घोषणा की है। वहीं, इजरायली सेना ने कहा कि दो मिसाइलों ने लेबनान के ऊपर काम कर रहे इज़रायली वायु सेना यूएवी को निशाना बनाया था। इसमें कहा गया है कि पहले को इजराइल के “डेविड्स स्लिंग” हवाई रक्षा प्रणाली ने रोक लिया था लेकिन दूसरी मिसाइल को “लेबनानी क्षेत्र के अंदर सफलतापूर्वक गिराया गया”।
2006 के बाद सबसे बड़ी हिंसा
यह 2006 के युद्ध के बाद इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच सबसे भीषण हिंसा है। पिछले साल अक्टूबर से इजरायली हमलों में लेबनान में लगभग 50 नागरिकों के अलावा, लगभग 200 हिजबुल्लाह लड़ाके मारे गए हैं। वहीं, लेबनान से इज़रायल में हुए हमलों में एक दर्जन इज़राइली सैनिक और पांच नागरिक मारे गए हैं। इस हिंसा के चलते सीमा के दोनों ओर हजारों लोगों विस्थापित कर चुके हैं।
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फिलिस्तीनी पीएम ने पूरे मंत्रिमंडल के साथ दिया इस्तीफा
इधर, फिलिस्तीन के प्रधानमंत्री मोहम्मद शतायेह ने अपने पूरे मंत्रिमंडल के साथ पद से इस्तीफा दे दिया है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में शतायेह ने कहा कि मैंने राष्ट्रपति महमूद अब्बास को अपना इस्तीफा दे दिया है। वेस्ट बैंक के कुछ इलाकों में फिलिस्तीनी सरकार का शासन है। पीएम शतायेह ने कहा कि गाजा पट्टी में फिलिस्तीन के लोग भूख से तड़प रहे हैं। इजराइल इस इलाके में लगातार हमलावर हैं। वेस्ट बैंक और यरूशलेम में भी तनाव है। इसी को देखते हुए उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने फिलहाल शतायेह का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। प्रधानमंत्री मोहम्मद शतायेह ने गाजा को ‘ब्लड वैली’ बताया था। उन्होंने यह भी कहा था कि इजराइली हमले के बाद से गाजा में शवों को दफनाने की जगह भी नहीं बची है।
राष्ट्रपति नियुक्त करेंगे अगला प्रधानमंत्री
यदि मोहम्मद शतायेह का इस्तीफा राष्ट्रपति द्वारा स्वीकार कर लिया जाता है, तो राष्ट्रपति ही अगला प्रधानमंत्री चुनेंगे. राष्ट्रपति को पीएम का नाम संसद के सामने पेश करना होगा, फिर संसद उस पर अपनी सहमति देगा। तभी देश का अगला पीएम सामने आएगा। युद्ध की स्थिति में फिलस्तीन के लिए यह बड़ा राजनीतिक झटका भी माना जा रहा है।
30 हजार फिलिस्तीनी मारे जा चुके
इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध में 30 हजार फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। अकेले गाजा में 29 हज़ार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। यही कारण है कि प्रधानमंत्री मोहम्मद शतायेह पर इस्तीफे का दबाव बढ़ रहा था। इसके बाद उन्होंने अपने इस्तीफे की पेशकश की है।
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