बॉर्डर पर जमे किसान फिर हुए उग्र, पत्थरबाजी रोकने पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले, हिरासत में किसान

पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर अब भी तनाव के हालात, 26 को दिल्ली कूच पर अड़े किसान बार-बार कर रहे उपद्रव

चंडीगढ़। किसान का आंदोलन का आज 11वां दिन है। वहीं हरियाणा-पंजाब के दाता सिंह वाला, खनौरी व शंभू बॉर्डर पर एकत्रित हुए किसानों ने फिर उग्र रूप धारण कर लिया और आगे बढ़ने लगे। इन जगहों पर हुई झड़पों में किसानों ने पुलिस पर पथराव कर दिया जिस पर पुलिस ने लाठी चार्ज, वाटर केनन व आंसू गैस के गोले छोड़े। वहीं पुलिस ने कई किसान नेताओं को हिरासत में भी लिया है। इधर, आंदोलनरत एक और किसान व डीएसपी की हार्टअटैक से मौत हो गई।

ज्ञात हो कि पंजाब और हरियाणा के किसानों का एमएसपी और अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन जारी है। इस बीच हरियाणा में किसानों का प्रदर्शन उग्र होता जा रहा है। बता दें, कि सरकार के साथ किसानों की लगातार बैठक हो रही है, लेकिन अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। आज किसानों द्वारा दिल्ली कूच का ऐलान किया गया था, जिसे लेकर हरियाणा पुलिस ने कमर कस ली है। वहीं, खनौरी बॉर्डर पर गुरुवार देर रात पंजाब के बठिंडा जिले के किसान दर्शन सिंह पुत्र जरनैल सिंह गांव अमरगढ़ की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। वहीं ड्यूटी पर तैनात एक डीएसपी की जिम करते समय मौत हो गई।

मृतक किसान को एक करोड़ मुआवजा, बहन को नौकरी

किसान आंदोलन के बीच पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार ने बड़ा ऐलान किया है। पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा है कि वह किसान आंदोलन के दौरान मरने वाले किसान शुभकरण के परिवार को एक करोड़ रुपए का मुआवजा देंगे। साथ ही किसान की छोटी बहन को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी। दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

पीएम रिपोर्ट के बाद होगी एफआईआर : मान

इस घटना को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पहले ही कह चुके हैं कि शुभकरण के पोस्टमार्टम के बाद एफआईआर दर्ज की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा है कि हरियाणा पुलिस का जो भी अधिकारी शुभकरण की मौत के लिए जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं किसानों ने कहा है कि जब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं होगी वे शुभकरण का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।

रास्ता रोकने से हल नहीं निकलेगा : केंद्रीय मंत्री गुर्जर

अंबाला में केद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने किसानों के प्रदर्शन पर कहा कि रास्ते रोकने से किसी समस्या का हल नहीं निकलता है। बातचीत से ही हल निकाला जा सकता है। उन्होंने कहा कि किसान हमारे भाई हैं और मैं भी किसान का बेटा हूं। उन्होंने कि पिछले नौ साल में जो बीजेपी सरकार ने किसानों के लिए किया अब तक किसी सरकार ने नहीं किया।

किसान नेताओं पर नहीं लगेगा एनएसए

हरियाणा पुलिस ने कहा कि वह किसान आंदोलन का हिस्सा रहे कुछ किसान नेताओं के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के प्रावधानों को लागू करने के अपने फैसले को वापस ले रही है। उन्होंने प्रदर्शनकारी किसानों और उनके नेताओं से शांति तथा कानून-व्यवस्था बनाए रखने में अधिकारियों के साथ सहयोग करने की भी अपील की।

किसान नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में लगाए आरोप

पूरे मामले पर किसान नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कई आरोप लगाए। किसान नेताओं ने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार को खनौरी बॉर्डर शुभकरण की डेड बॉडी लाई जाएगी। किसानों ने हरियाणा पुलिस पर बड़े आरोप लगाए और कहा कि शुभकरण के सिर में गोली मारी गई है। इस दौरान पुलिस ने 25-30 किसानों के ट्रैक्टर, गाड़ियां भी तोड़ दी। हरियाणा पुलिस ने कई किसानों को मारपीट की और अपहरण कर ले गए हैं। धरने पर पहुंचने वाले हरियाणा के किसानों के घरों में पुलिस नोटिस लेकर पहुंच रही है। इस दौरान किसानों ने पंजाब सरकार पर भी सवाल उठाए और कहा कि पंजाब की सरहद पर किसानों पर हरियाणा पुलिस कार्रवाई कर रही है और इसलिए हमला करने वाले हरियाणा पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जाए।

प्रदर्शन के कारण नेशनल हाईवे बंद

किसान आंदोलन का शुक्रवार को 11वां दिन है. लगातार किसान हरियाणा के बॉर्डरों पर डटे हुए हैं और दिल्ली कूच के लिए लगातार कोशिशें कर रहे हैं। ऐसे में पंजाब औऱ हरियाणा की सीमा पर हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। अंबाला में शंभू बॉर्डर पर किसानों के लगातार प्रदर्शन के चलते नेशनल हाईवे बंद है। उधर, पंजाब के ब्यास में अमृतसर, बटाला, पठानकोट और तरनतारन जिलों की पुलिस फोर्स को ब्यास में तैनात किया गया है।

डल्लेवाल अस्पताल में भर्ती

वहीं, पटियाला के राजेंद्रा अस्पताल में भर्ती किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से अकाली दल नेता विक्रम सिंह मजीठिया और कांग्रेस अध्यक्ष राजा वंड़िंग ने मुलाकात की।
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किसानों ने मनाया ब्लैक डे, मंत्रियों के पुतले फूंके

संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वान पर शुक्रवार को किसान नेता शुभकरण सिंह की हत्या के विरोध में तथा विभिन्न मांगों को लेकर किसान संगठनों ने कई शहरों में ब्लेक डे मनाया। इस दौरान किसानों के समर्थन में प्रदर्शन किया। किसान नेताओं ने आंदोलन के दमन के जिम्मेदार गृहमंत्री अमित शाह, हरियाणा सीएम, गृह राज्य मंत्री अनिल विज को इस्तीफा देने, किसान की हत्या के अभियुक्तों पर 302 का मुकदमा दर्ज करने, क्षतिग्रस्त किये गये ट्रेक्टरों की क्षतिपूर्ति देने की मांग की।

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