अखिलेश को मिल सकता है राजा भैया का साथ

  • लोकसभा चुनाव से पहले यूपी में एक और गठबंधन

लखनऊ। लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में एक नया गठबंधन बनता नजर आ रहा है। अखिलेश यादव और राजा भैया के बीच गठबंधन की संभावना बढ़ गई है। जनसत्ता दल लोकतांत्रिक और समाजवादी पार्टी के बीच लोकसभा चुनाव एक साथ लड़ने की कवायद शुरू हो गई है। कहा जा रहा है कि राजा भैया ने अखिलेश यादव से फोन पर भी बात की है। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल दरअसल राजा भैया से मिलने उनके आवास पहुंचे और बातचीत की. इस दौरान दोनों के बीच मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर बातचीत हुई। हालांकि, अभी इस पर किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी से सिर्फ दो विधायक हैं। इनमें खुद राजा भैया भी हैं। लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी से गठबंधन की अटकलों को लेकर राजा भैया ने कहा है कि मैंने 28 सालों में 20 साल समाजवादी पार्टी को दिए हैं। मेरे लिए समाजवादी पार्टी पहले है। मेरे लिए यह कोई राजनीतिक पार्टी नहीं है।

यूपी में कांग्रेस को 17 लोकसभा सीटों का दिया था ऑफर

इससे पहले सोमवार को समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में 17 लोकसभा सीटों का ऑफर दिया था। यह सीटों की संख्या के तौर पर सपा की ओर से आखिरी ऑफर था। कांग्रेस की मुरादाबाद और बलिया जैसी सीट चाहती है, जिस पर अभी चर्चा जारी है। मुरादाबाद समाजवादी पार्टी की जीती हुई सीट है जबकि बलिया समाजवादी पार्टी की मजबूत सीटों में से एक है। मेयर के चुनाव में कांग्रेस पार्टी मुरादाबाद की सीट पर नंबर दो थी जबकि कुछ हजार वोटों से वह हार गई थी. वहीं बलिया की सीट समाजवादी पार्टी से कांग्रेस अपने प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के लिए चाहती है।

सपा ने 11 और उम्मीदवारों का किया था ऐलान

समाजवादी पार्टी ने सोमवार को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए 11 और उम्मीदवारों का ऐलान किया था। पार्टी ने मुजफ्फरनगर, गाजीपुर जैसी अहम लोकसभा सीटों पर भी उम्मीदवार उतारे. मुजफ्फरनगर से हरेंद्र मलिक को टिकट दिया गया है और गाजीपुर से मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी को टिकट दिया गया है।

सपा ने शाजहांपुर से राजेश कश्यप, हरदोई से उषा वर्मा, मिश्रिख लोकसभा सीट से रामपाल राजवंशी, मोहनलालगंज से आरके चौधरी, प्रतापगढ़ से एसपी सिंह बघेल, बहराइच से रमेश गौतम, गोंडा से श्रेया वर्मा, चंदौली से वीरेन्द्र सिंह और आंवला लोकसभा सीट से नीरज मौर्य को टिकट दिया है।

सपा ने लोकसभा चुनाव के लिए उतारे कुल 27 उम्मीदवार

समाजवादी पार्टी ने इससे पहले 30 जनवरी को उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी, जिसमें 16 कैंडिडेट्स के नाम घोषित किए गए थे. पहली लिस्ट के मुताबिक, पार्टी ने डिंपल यादव को मैनपुरी, शफीकुर रहमान बर्क को संभल और रविदास महरोत्रा को लखनऊ लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। अखिलेश यादव की अगुवाई वाली पार्टी सपा ने उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में अब तक कुल 27 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है।

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17 सीटें मांगी थी, दे दी, अब कांग्रेस पर है गठबंधन रखें या न रखें

-सपा की दो टूक

लखनऊ। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बने विपक्षी गठबंधन को सबसे बड़ा झटका लगा है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन नहीं होगा। सूत्रों के हवाले से खबर है कि सपा और कांग्रेस के बीच सीटों को लेकर सहमति नहीं बन पाई है। समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस से दो टूक कह दिया है कि जो 17 सीटें कांग्रेस ने मांगी थी। वो दे दी हैं। अब आगे गठबंधन रखें या न रखें यह कांग्रेस पर निर्भर है। इसके बाद कांग्रेस नेतृत्व में बैक फुट पर आते हुए बातचीत जारी रखने की बात कही है। सोमवार को समाजवादी पार्टी ने गठबंधन के तहत अब 17 सीटों पर कांग्रेस को अपने प्रत्याशी उतारने का प्रस्ताव दिया था। इससे पहले सपा ने कांग्रेस को 11 सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया था, जिसे लेकर दोनों दलों के बीच बयानबाजी शुरू हो गई थी। सोमवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कांग्रेस के लिए 17 लोकसभा सीटें छोड़ने का फैसला लिया।

सूत्रों के मुताबिक, सपा ने कांग्रेस को अमेठी, रायबरेली, बाराबंकी, सीतापुर, कैसरगंज, वाराणसी, अमरोहा, सहारनपुर, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, बुलंदशहर, फतेहपुर सीकरी, कानपुर, हाथरस, झांसी, महराजगंज और बागपत सीट दी थी। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, सपा की तरफ से 17 सीटों का प्रस्ताव मिला है, हालांकि पार्टी की ओर से इस पर अभी कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की गई। मालूम रहे कि इससे पहले 11 सीटों का प्रस्ताव देने पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने असंतोष जताया था। जिसके बाद सपा ने नए सिरे से सीटों का चयन कर सूची कांग्रेस नेतृत्व को भेजी थी।

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