84 सेकंड के अभिजीत मुहूर्त में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा, 8 हजार से अधिक अतिथि और देश-दुनिया के रामभक्त बने साक्षी


-देशभर में दिवाली, गांव से शहर में रामनाम की रही धूम

—आज से रामलला के दर्शन कर सकेंगे श्रद्धालु

—पीएम ने मंदिर निर्माण में लगे श्रमिकों से की बात, बरसाए फूल

इंट्रो

अयोध्या में राम मंदिर के गर्भगृह में सोमवार को श्री रामलला के नवीन विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा हुई। पीएम मोदी 84 सेकंड के ‘अभिजीत मुहूर्त’ के दौरान हुई ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के साथ मंदिर में कई अनुष्ठान किए। अनुष्ठान खत्म होने के बाद पीएम मोदी ने भगवान राम के बाल स्वरूप वाली मूर्ति को साष्टांग प्रणाम किया। इधर, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में मंदिरों को फूलों और लाइट से सजाया गया। अलग-अलग जगहों पर लाखों दीये जलाए गए।

अयोध्या। राममंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अलौकिक पल के साक्षी देश-विदेश में लाखों रामभक्त बने। इस अवसर पर विशेष अनुष्ठान में भाग लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे अलौकिक क्षण बताते हुए ‘सियावर रामचंद्र की जय’ और ‘जय श्री राम’ का उद्घोष किया। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान सेना के हेलीकॉप्टरों ने नवनिर्मित रामजन्मभूमि मंदिर पर पुष्प वर्षा की। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश की इस मंदिर नगरी में उत्सव शुरू हो गए और लोगों ने नाच-गाकर अपनी खुशी जाहिर की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुनहरी रंग का कुर्ता, क्रीम रंग की धोती और उत्तरीय पहने प्रधानमंत्री मोदी नवनिर्मित राम मंदिर के मुख्य द्वार से अंदर तक पैदल चलकर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और गर्भगृह में प्रवेश किया। प्रधानमंत्री इस दौरान अपने हाथ में लाल रंग के कपड़े में लिपटा हुआ चांदी का एक छत्र भी लेकर आए थे। प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत की उपस्थिति में ‘प्राण प्रतिष्ठा’ से संबंधित अनुष्ठान किए। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि मध्याह्न में साढ़े बारह बजे (12-29) बजे रामलला के नवीन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की गई। गर्भगृह से मोदी करीब 8,000 लोगों को संबोधित करने के लिए एक अन्य स्थान की ओर गए। इन लोगों में संत, राम जन्मभूमि आंदोलन से जुड़े लोग और मनोरंजन, खेल तथा उद्योग जगत की हस्तियां शामिल रहीं। वह कुबेर टीला भी गए और राम मंदिर के निर्माण कार्य से जुड़े श्रमिकों से भी बातचीत की। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अमित शाह समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने दिल्ली में ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह का सीधा प्रसारण देखा। कई राज्यों ने इस दिन एक दिन के अवकाश की घोषणा की थी ताकि लोग टीवी पर समारोह को देखने के साथ ही आसपास के मंदिरों में कार्यक्रमों में भाग ले सकें।

चरणामृत पीकर पीएम ने तोड़ा 11 दिन का उपवास

प्रधानमंत्री ने मंदिर न्यास के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि द्वारा दिए ‘चरणामृत’ को पीकर समारोह से पहले शुरू किए गए 11 दिन के उपवास को तोड़ा।

ऐसे हैं हमारे राम

अयोध्या में राम मंदिर में विराजमान नयी प्रतिमा भगवान राम की पांच वर्ष की आयु को दर्शाती है। यह मैसूरु के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने काले पत्थर से बनायी है। मूर्ति को पीले रंग की धोती और रत्न जड़ित आभूषण पहनाए गए थे। मूर्ति के गले में पीले, लाल और बैंगनी रंग के फूलों की माला भगवान की बाल छवि को सुशोभित कर रही थी।

मंगल ध्वनि में 50 पारंपरिक वाद्ययंत्र

प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के दौरान बजायी गयी मधुर ‘मंगल ध्वनि’ में देशभर के 50 पारंपरिक वाद्ययंत्रों का इस्तेमाल किया गया। अयोध्या के प्रसिद्ध कवि यतींद्र मिश्र द्वारा संचालित इस भव्य संगीतमय प्रस्तुति को नयी दिल्ली की संगीत नाटक अकादमी के सहयोग से संपन्न किया गया। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश से बांसुरी और ढोलक, कर्नाटक से वीणा, महाराष्ट्र से सुंदरी, पंजाब से अलगोजा, ओडिशा से मर्दला, मध्य प्रदेश से संतूर, मणिपुर से पुंग, असम से नगाड़ा और काली, छत्तीसगढ़ से तंबूरा, बिहार से पखावज, दिल्ली से शहनाई और राजस्थान से रावणहत्था बजाने वाले कलाकर शामिल हुए।

अमिताभ, खेर, अंबानी समेत दिग्गज मौजूद रहे

अयोध्या में सोमवार सुबह पहुंचे आमंत्रित अतिथियों में अनुपम खेर, कैलाश खेर, जुबिन नौटियाल, प्रसून जोशी, सचिन तेंदुलकर, अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन, रविशंकर प्रसाद और मुकेश अंबानी शामिल रहे। हेमा मालिनी, कंगना रनौत, श्री श्री रविशंकर, मोरारी बापू, रजनीकांत, मधुर भंडारकर, सुभाष घई और सोनू निगम रविवार को ही अयोध्या पहुंचे गए थे। इस दौरान अयोध्या जिले में सुरक्षाकर्मियों का कड़ा पहरा रहा और सुबह से ही सड़कों पर ‘रामधुन’ बजनी शुरू हो गई थी।

‘राम पटका’ दिया और लगाया ‘तिलक’ लगा

समारोह में आमंत्रित अतिथियों को ‘राम पटका’ दिया गया और ‘तिलक’ लगाकर उनका स्वागत किया गया। सभी अतिथियों को एक घंटी दी गयी जो उन्होंने ‘आरती’ के दौरान बजाई। पारंपरिक नागर शैली में बना मंदिर परिसर 380 फुट लंबा (पूर्व-पश्चिम दिशा), 250 फुट चौड़ा और 161 फुट ऊंचा है। मंदिर की प्रत्येक मंजिल 20 फुट ऊंची और उसमें कुल 392 स्तंभ और 44 द्वार हैं। मंदिर के स्तंभ और दीवारों पर हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां बनायी गयी हैं।


काशी में झांकी, जम्मू में फहराया रामध्वज

उत्तर प्रदेश के काशी विश्वनाथ धाम में राम दरबार की भव्य झांकी लगाई गई। जम्मू में रघुनाथ मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने इकठ्‌ठा होकर कार्यक्रम का लाइव टेलीकास्ट देखा। जम्मू के ही उधमपुर में युवाओं ने सबसे ऊंचे मंदिर पर चढ़कर राम ध्वज फहराया। झारखंड की राजधानी रांची में लोगों ने प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम की खुशी में रैली निकाली। मध्यप्रदेश में महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान फुलझड़ी जलाकर दिवाली जैसी पूजा की गई। राजस्थान के जैसलमेर में पाकिस्तान बॉर्डर के पास भी जय श्रीराम के स्वर गूंजते रहे।


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