संयुक्त राष्ट्र और रूसी शीर्ष नेता की हमले के बाद पहली बार हुई आमने-सामने बैठक
(फोटो : गुतारेस)
संयुक्त राष्ट्र। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद पहली बार संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की आमने सामने की बैठक हुई। गुतारेस ने यूक्रेन में रूस की सैन्य कार्रवाई की आलोचना की और इसे पड़ोसी की क्षेत्र अखंडता का उल्लंघन बताया और रूस से इस्पात संयंत्र में फंसे लोगों को निकालने की अनुमति देने का आग्रह किया। इसके जवाब में पुतिन ने दावा किया कि रूसी बलों ने संयंत्र में फंसे आम नागरिकों को निकालने के लिए मानवीय गलियारे की पेशकश की थी। उन्होंने कहा कि मगर यूक्रेन के रक्षकों ने संयंत्र में आम लोगों को मानव ढाल बनाया हुआ है और उन्हें जाने नहीं दे रहे हैं।
फंसे लोगों को निकालने पर सहमत
संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि वे मारियुपोल शहर में एक इस्पात संयंत्र से लोगों को निकालने की व्यवस्था करने पर सहमत हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफेन दुजारिक ने कहा कि रूसी नेता और संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने मानवीय सहायता और संघर्ष क्षेत्र यानी मारियुपोल से लोगों को निकालने के प्रस्तावों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि वे सैद्धांतिक तौर पर सहमत हुए हैं और अज़ोवस्ताल स्टील परिसर से लोगों को निकालने की कवायद में संयुक्त राष्ट्र और इंटरनेशनल कमेटी ऑफ रेड क्रॉस को शामिल किया जाना चाहिए। इस इस्पात संयंत्र में यूक्रेन के रक्षकों ने कड़ा रुख अख्तियार किया हुआ है।
लंबी मेज पर बैठे आमने-सामने
दुजारिक ने कहा कि लोगों को निकालने पर संयुक्त राष्ट्र मानवीय कार्यालय और रूसी रक्षा मंत्रालय के साथ चर्चा की जाएगी। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, पुतिन और गुतारेस की बैठक करीब दो घंटे तक चली। वे सफेद रंग की एक लंबी मेज़ पर आमने-सामने बैठे थे जहां सुनहरे रंग के पर्दे डले थे जिनका बॉर्डर लाल रंग का था। मेज़ पर उनके सिवाए कोई नहीं बैठा था।

