अब असम सरकार का ‘अड़ंगा’ नहीं दी रात्रि विश्राम की इजाजत

-‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ पर आ रहे लगातार व्यावधान

-कांग्रेस ने लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन का लगाया आरोप

  • कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में 14 जनवरी से शुरू होनी है यह यात्रा

नई दिल्ली। कांग्रेस की भारत न्याय जोड़ो यात्रा को लेकर लगातार व्यावधान आ रहे हैं। मणिपुर सरकार से पहले जहां इसको लेकर इजाजत नहीं मिल पा रही थी वहीं अब असम सरकार ने रात्रि विश्राम की इजाजत देने से इंकार कर दिया है। यह जानकारी खुद कांग्रेस पार्टी ने ही दी है। कांग्रेस ने गुरुवार को आरोप लगाया कि असम की सरकार ने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ को दो जिलों में रात्रि विश्राम की इजाजत नहीं दी है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान असम में विपक्ष के नेता देबब्रता सैकिया ने बताया कि पार्टी अब यात्रा के दौरान रात्रि विश्राम के लिए वैकल्पिक जगह की व्यवस्था कर रही है। इसके लिए निजी प्रॉपर्टी में रात्रि विश्राम की व्यवस्था पर विचार किया जा रहा है, जहां राहुल गांधी समेत पार्टी के अन्य नेता रात्रि विश्राम कर सकेंगे।

स्थल बदलने पर मिली मणिपुर सरकार से सशर्त मंजूरी

मणिपुर सरकार ने न्याय यात्रा को बुधवार को सशर्त इजाजत दी। कांग्रेस की तरफ से हट्टा कांगजेइबुंग मैदान से यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए संपर्क करने के 8 दिन बाद मिली। इंफाल ईस्ट जिले के जिलाधिकारी कार्यालय ने आदेश में कहा, “किसी भी अप्रिय घटना और कानून-व्यवस्था में गड़बड़ी को रोकने के लिए 14 जनवरी को केवल सीमित संख्या में प्रतिभागियों के साथ यात्रा को हरी झंडी दिखाने की अनुमति दी गई है। प्रतिभागियों की संख्या और नाम इस कार्यालय को पहले ही उपलब्ध करा दिए जाएंगे ताकि यह कार्यालय सभी आवश्यक एहतियाती कदम उठाने में सक्षम हो सके। इससे पहले कांग्रेस ने दावा किया था कि मणिपुर सरकार ने इंफाल के पैलेस ग्राउंड से ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू करने के लिए अनुमति देने से इनकार कर दिया है। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस यात्रा की शुरुआत के लिए इंफाल में किसी दूसरे स्थान का चुनाव करेगी। बता दें कि मणिपुर पिछले साल मई से जातीय हिंसा की चपेट में है, जिसमें 180 से अधिक लोगों की मौत हुई है।

20 मार्च को मुंबई में समापन

राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा 14 जनवरी से मणिपुर की राजधानी इंफाल से शुरू होनी है। वहीं यात्रा का समापन 20 मार्च को मुंबई में होगा। असम में 18-25 जनवरी के बीच भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकलेगी। सैकिया ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस पार्टी ने भारत की आजादी की लड़ाई नहीं लड़ी, वह अब देश पर शासन कर रही है। वह नहीं चाहते कि लोगों की समस्याएं उजागर हो। फासीवादी और अलोकतांत्रिक भाजपा के शासन में आजादी खतरे में है।

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‘भाजपा हमारे लोकतांत्रिक अधिकार का कर रही हनन’

सैकिया ने कहा कि ‘हमने धेमाजी जिले में गोगामुख में स्कूल के मैदान पर रात्रि विश्राम के लिए अपने कंटेनर वाहनों को पार्क करने की इजाजत मांगी थी। शुरुआत में इजाजत दे दी गई थी लेकिन अंतिम समय में इस मंजूरी को वापस ले लिया गया। इसी तरह जोरहाट में एक कॉलेज के खेल मैदान पर रात्रि विश्राम की मांग की गई थी, लेकिन सरकार ने वहां भी इजाजत नहीं दी। भाजपा हमारे मार्च करने के लोकतांत्रिक अधिकार का हनन कर रही है, जबकि यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम भी नहीं है। अब हम लोगों और प्राइवेट फर्मों से मदद मांग रहे हैं ताकि हम रात्रि विश्राम के लिए उनकी जगह का इस्तेमाल कर सकें।’

खड़गे ने साधा निशाना

कांग्रेस का कहना है यह यात्रा सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय तीनों पर केंद्रित है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने चर्चा के लिए संसद का दरवाजा बंद कर दिया है, इसलिए लोगों की आवाज उठाने के मकसद से यात्रा निकालनी पड़ रही है।

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