एनटीईपी ने हासिल किया 92% लक्ष्य, यूपी में सबसे अधिक, छत्तीसगढ़ पिछड़ा

-एक साल में 25 लाख टीबी मरीजों की पहचान

नई दिल्ली। देश में पहली बार एक साल में 25 लाख टीबी मरीजों की पहचान की गई है। राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के तहत 2023 में 25,30,055 नए मामले सामने आए हैं, जो कुल लक्ष्य का 92 फीसदी है। सरकार ने 27,62,832 मरीजों की पहचान का लक्ष्य तय किया था। इसमें उत्तर प्रदेश ने अहम भूिमका निभाते हुए अन्य राज्यों की तुलना में सबसे अधिक 6.27 लाख से ज्यादा नए मामलों की पहचान की है, जो 5.50 लाख के वार्षिक लक्ष्य का 114 फीसदी है। वहीं, बिहार और छत्तीसगढ़ ने क्रमश: 74 और 69 फीसदी ही लक्ष्य हासिल किया है। अभियान में निजी क्षेत्र ने भी बेहतर सहयोग किया। पिछले वर्ष देश के निजी अस्पतालों में 8,35,392 नए मामले मिले थे जो कुल लक्ष्य का 32% योगदान है। इससे पहले साल 2021 में 21,36,606 और 2022 में 24,25,834 मामले मिले। इन दोनों वर्ष में वार्षिक लक्ष्य क्रमश: 71 फीसदी और 87% हासिल किया गया।

2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने की पहल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने की पहल की है, जिसका लक्ष्य टीबी के नए मामलों में 80 फीसदी की कमी और मृत्यु दर में 90 फीसदी की कमी लाना है। यह 2030 के वैश्विक लक्ष्य से पांच साल पहले है।

एक लाख में 192 संक्रमित

स्वास्थ्य मंत्रालय की इंडिया टीबी रिपोर्ट 2023 के अनुसार, 2021 में एक लाख की आबादी पर 153 लोग टीबी संक्रमित मिले, जो 2022 तक 172 तक पहुंच गए। वहीं, 2023 में यह संख्या 192 रही। विश्व स्वास्थ्य संगठन की वैश्विक टीबी रिपोर्ट 2023 के अनुसार दुनिया में 87 फीसदी टीबी के मामले 30 उच्च बोझ वाले देशों में हैं, जिनमें भारत में 27 फीसदी मरीज हैं। इसमें कहा गया है कि 2015 से 2022 तक टीबी से संबंधित मौतों में 19 फीसदी की कमी आई है जो अगले साल यानी 2025 तक बढ़कर 75 फीसदी तक पहुंचने का अनुमान है।

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