नई दिल्ली। यूजीसी के अध्यक्ष जगदीश कुमार ने कहा कि यूजीसी राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा के पाठ्यक्रम को संशोधित करेगा। इस प्रक्रिया के लिए एक विशेषज्ञ समिति बनाएगा। एनटीए, जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए यूजीसी-राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (यूजीसी-नेट) आयोजित करती है। भारतीय और कुछ विदेशी भाषाओं सहित मानविकी और सामाजिक विज्ञान के विषयों के साथ कुछ विज्ञान विषयों में सहायक प्रोफेसरों की नियुक्ति के लिए पात्रता परीक्षा के रूप में आयोजित करती है। यूजीसी-नेट परीक्षा 83 विषयों में हर साल दो बार, आमतौर पर जून और दिसंबर में आयोजित की जाती है। यूजीसी ने आखिरी बार 2017 में यूजीसी-नेट विषयों के पाठ्यक्रम को अद्यतन करने की प्रक्रिया शुरू की थी। कुमार ने कहा, हालांकि, 2020 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) की शुरुआत के बाद, बहु-विषयक पाठ्यक्रम और समग्र शिक्षा प्रदान करने के लिए उच्च शिक्षा में काफी विकास हुआ है। उन्होंने कहा, इसलिए, इस महीने की शुरुआत में अपनी बैठक में आयोग ने निर्णय लिया कि यूजीसी-नेट के विषयों के पाठ्यक्रम को अद्यतन करने की कवायद शुरू की जा सकती है। यूजीसी एक विशेषज्ञ समिति गठित कर यह कवायद करेगी। कुमार ने कहा कि यूजीसी-नेट में इस नए पाठ्यक्रम को पेश करने से पहले उम्मीदवारों को पर्याप्त समय दिया जाएगा, ताकि बदलाव सुचारू रूप से हो सके।
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