पीएम के हस्तक्षेप से ही होगी मणिपुर में शांति

-10 दलों के प्रतिनिधि ने राज्यपाल से की मुलाकात, बोले-

इंफाल। दस राजनीतिक दलों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात की और उनसे राज्य में शांति बहाली तथा हालात सामान्य करने के लिए संघर्षरत दो समुदायों के बीच शांति वार्ता की पहल का अनुरोध किया। राजभवन ने एक बयान में यह जानकारी दी। कांग्रेस नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह के नेतृत्व में 10 दलीय प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार शाम राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा। इसमें कहा गया है कि केंद्र विशेष तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप के बिना राज्य में शांति बहाल नहीं की जा सकती। ज्ञापन में दो समुदायों के बीच शांति वार्ता के लिए तत्काल पहल की मांग की गई ताकि जारी संघर्ष का स्थायी समाधान निकाला जा सके। इससे पहले मणिपुर में कुकी-जो जनजातीय समूह के प्रमुख संगठन ‘आईटीएलएफ’ने बुधवार को उन क्षेत्रों में ‘स्व-शासित अलग प्रशासन’ स्थापित करने की धमकी दी थी जहां इन जनजातियों का बहुल्य है। इस धमकी के बाद ही प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात की।

भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद

मणिपुर में पिछले 24 घंटों में केंद्रीय सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान’ में हथियारों, गोला-बारूद का जखीरा बरामद किया। बिष्णुपुर के तहत गांव में एक स्थान पर मैगजीन के साथ दो एसएलआरएस, गोला बारूद के साथ एक कार्बाइन, चार ग्रेनेड, और विस्फोटक सामग्री जब्त की गई। शुक्रवार को इसके अलावा शुक्रवार को एक एके-56 राइफल, एक 9 एमएम पिस्तौल, दो ग्रेनेड, मोर्टार बरामद किया गया। पुलिस ने राज्य के विभिन्न जिलों से निषेधाज्ञा उल्लंघन में 1135 लोगों को हिरासत में लिया।

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