- बोले- तुरंत बंद हो सैन्य सहायता, ये है वजह
वाशिंगटन। अमेरिका और पाकिस्तान के बीच संबंध की एक बार फिर से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा हो रही है। अमेरिकी कांग्रेस के 11 सांसदों ने विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन को पत्र लिख कर मांग किया है कि जब तक पाकिस्तान में लोकतांत्रिक प्रक्रिया से निष्पक्ष चुनाव नहीं हो जाता और स्थायी सरकार बहाल नहीं हो जाती, तब तक सैन्य सहायता रोक देनी चाहिए. वर्तमान में पाकिस्तान में कार्यवाहक सरकार है। पाकिस्तान के खिलाफ बैन की मांग करने वालों सांसदों में पूर्व पीएम इमरान खान की करीबी मानी जाने वाली इल्हाना उमर भी शामिल हैं। अमेरिकी सांसदों ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार और ईशनिंदा के खिलाफ सख्त कानून पर भी आपत्ति जताई है। उन्होंने पाकिस्तान में कैथलिक चर्चों पर हमलों का भी जिक्र किया है। मालूम हो कि पाकिस्तान में जल्द ही आम चुनाव होने वाले हैं। फिलहाल वहां पर, अनवर-उल-हक कक्कड़ के नेतृत्व वाली कार्यवाहक सरकार है। पाकिस्तान में अगले साल फरवरी में आम चुनाव होने की संभावना है। चुनाव को देखते हुए पूर्व पीएम नवाज शरीफ भी लंदन से पाकिस्तान से पहुंच चुके हैं। वहीं, इमरान खान तोशाखाना केस मामले में 3 साल की जेल की सजा काट रहे हैं। अमेरिकी सांसदों ने कहा कि विदेशी सहायता अधिनियम की धारा 502बी के तहत विदेश विभाग को इसकी जांच करनी चाहिए कि क्या अमेरिकी सहायता का दुरुपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा इस मदद का इस्तेमाल मानवाधिकार उल्लंघन में किस हद तक किया जा रहा है।
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